भारत और दक्षिण अफ्रीका में धारणात्मक सहयोग पर सहमती

नई दिल्ली – भारत दुनिया के पांचवे क्रमांक की वित्त व्यवस्था बनने के मार्ग पर है| सबसे अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करनेवाले देशों में भारत अव्वल स्थान पर होने की बात सामने आ रही है| पर इस पर समाधान नहीं माना जा सकता, भारत प्रतिदिन आर्थिक अग्रणीयों पर आवश्यक बदलाव और सुधार कर रहा है, ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है| दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष सिरिल रामाफोसा इनके साथ ‘इंडिया-साउथ अफ्रीका बिजनेस समिट’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह दावा किया है|

शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष सिरील रामाफ़ोसा भारत के दौरे पर पहुंचे| उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से भेंट की है| दोनों नेताओं के द्विपक्षीय चर्चा में ३ वर्ष के लिए धारणात्मक कार्यक्रम पर सहमती बनीं| जिसमें सुरक्षा, व्यापार, निवेश, सूचना और तंत्रज्ञान तथा पर्यटन इन क्षेत्रों का सहयोग बढ़ाने की विशेष योजना का समावेश है| इस धारणात्मक सहयोगी करार के बाद प्रधानमंत्री मोदी एवं राष्ट्राध्यक्ष रामाफोसा ने संयुक्त पत्रकार परिषद में संबोधित किया| अपने देश को भारत के साथ फलदाई होनेवाली साझेदारी अपेक्षित है, ऐसा उस समय दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष ने स्पष्ट किया है|

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी इनके समय से दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों का दाखिला दिया| यह संबंध अधिक से अधिक दृढ़ बनने की गवाही भी प्रधानमंत्री मोदी ने दी है| भारत एवं दक्षिण अफ्रीका में द्विपक्षीय व्यापार २०१७-१८ इस वित्तीय वर्ष में १० अरब डॉलर के आगे जाने की जानकारी देकर इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने समाधान व्यक्त किया है| दौरान ‘इंडिया-साउथ अफ्रीका बिजनेस समिट’ में शामिल हुए दोनों देशों के उद्यमियों से बोलते हुए प्रधानमंत्री ने भारत के आर्थिक प्रगति का दाखिला दिया है|

फिलहाल जागतिक स्तर पर छठवे क्रमांक की वित्त व्यवस्था होनेवाला भारत जल्द ही ब्रिटेन को पीछे करते हुए पांचवें क्रमांक पर आएगा| भारत की वित्त व्यवस्था २.६ ट्रिलियन डॉलर्स है| तथा संयुक्त राष्ट्रसंघ के संस्था ने सबसे अधिक विदेशी निवेश हो रहे देशों में भारत अव्वल स्थान पर होने की घोषणा की थी| भारत की वित्त व्यवस्था गतिमान रूप से विकास कर रही है, इसकी तरफ प्रधानमंत्री ने उद्योगों का ध्यान केंद्रित किया| पर इस पर भारत समाधान नहीं मान रहा| महत्वपूर्ण आर्थिक क्षेत्र में प्रगति के लिए भारत की सरकार दैनंदिन स्तर पर आवश्यक बदलाव एवं सुधार कर रही है, ऐसा प्रधानमंत्री ने आगे कहा है|

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष रामाफ़ोसा ने भारत के साथ अपने देश के सहयोग को बहुत बड़ा अवसर उपलब्ध होने की बात स्पष्ट की है| इसमें रक्षा, बुनियादी सुविधाओं का विकास, खनिज क्षेत्र, खेती एवं ऊर्जा इत्यादि क्षेत्रों का समावेश होने की बात राष्ट्राध्यक्ष रामाफ़ोसा ने कही|

प्रजासत्ताक दिन के प्रमुख अतिथि के तौर पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष रामाफोसा उपस्थित होने वाले हैं और इस दौरान दोनों देशों में संबंध अधिक दृढ़ होता दिखाई दे रहा है|

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