देश के कुछ हिस्सों में कोरोना का सामुदायिक संक्रमण – केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हर्ष वर्धन

नई दिल्ली – कोरोना के संक्रमण में बारे में भारत ‘कम्युनिटी ट्रान्समिशन’ (सामुदायिक संक्रमण) के स्तर पर जा पहुँचा है। लेकिन, इस स्तर का संक्रमण देश के कुछ ही ज़िलों एवं राज्यों तक सीमित होने की बात केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हर्ष वर्धन ने कही है। पहली बार केंद्र सरकार ने देश में सामुदायिक संक्रमण का ज़िक्र किया है। साथ ही देश में कोरोना की महामारी फ़रवरी २०२१ तक नियंत्रण में होगी, यह अंदाज़ा सरकार ने गठित की हुई वैज्ञानिकों की समिती ने व्यक्त करने का वृत्त है।

सामुदायिक संक्रमण

देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या ७५.५० लाख के करीब जा पहुँची है। साथ ही इस महामारी से मृतकों की संख्या अब १.१४ लाख से अधिक हुई है और इलाज़ से ठीक होनेवाले मरीज़ों की संख्या ६६.५४ लाख हुई है। सितंबर की तुलना में फिलहाल देश में प्रतिदिन सामने आ रहे कोरोना के नए मामलों की संख्या में कमी होने के कारण राहत मिल रही है। लेकिन महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पश्‍चिम बंगाल में प्रति दिन आज भी चार से १० हज़ार कोरोना संक्रमितों के नए मामले सामने आ रहे हैं। रविवार के दिन महाराष्ट्र और केरल में ९ हज़ार नए मामले दर्ज़ हुए।

सामुदायिक संक्रमण

इस पृष्ठभूमि पर देश में कोरोना की महामारी सामुदायिक संक्रमण के स्तर पर जा पहुँची है, यह बयान केंद्रीय स्वास्थमंत्री हर्ष वर्धन ने किया। पश्‍चिम बंगाल समेत कुछ राज्यों में सामुदायकि संक्रमण के मामले दर्ज़ हुए हैं। लेकिन, सभी स्थानों पर सामुदायिक संक्रमण अभी शुरू नहीं हुआ है। कुछ राज्य और ज़िलों में सामुद्रायिक संक्रमण के मामले दिखाई दिए हैं। खास तौर पर घने आबादी वाले इलाकों में सामुदायिक संक्रमण सीमित स्तर पर है। साथ ही त्यौहारों के दिनों में सभी लोगों ने सावधानी बरतनी होगी, वरना संक्रमण बढ़ने का खतरा है, यह इशारा भी हर्ष वर्धन ने दिया।

साथ ही के.विजयराघवन की अध्यक्षता में वैज्ञानिक समिती ने फ़रवरी महीने तक यह महामारी नियंत्रण में होगी, यह अंदाज़ा व्यक्त किया है। फिलहाल देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या ७५ लाख हुई हैं। लेकिन, यह संख्या १.०६ करोड़ ता बढ़ेगी, इसके आगे नही जा सकेगी, यह निष्कर्ष इस समिती ने दर्ज़ करने का वृत्त है। साथ ही देश में मार्च महीने में लॉकड़ाउन घोषित नहीं किया होता तो २५ लाख लोग कोरोना संक्रमण से मृत हुए होते, यह दावा भी इस समिती ने करने का समाचार है।

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