अमरीका के इशारों को ठुकराकर चीन के लड़ाकू विमानों की तैवान की सीमा में घुसपैठ

तैपेई – तैवान की सीमा में विमानों की घुसपैठ करके युद्ध की धमकी दे रहा चीन इस हरकत की कीमत चुकाने के लिए तैयार रहे, ऐसा इशारा अमरीका ने कुछ ही दिन पहले दिया था। लेकिन, अमरीका के इस इशारे की परवाह किए बगैर चीन के सात विमानों ने रविवार के दिन तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ की। तैवान के रक्षा मंत्रालय ने चीन के इस घुसपैठ की जानकारी सार्वजनिक की है। चीन के साथ ही अमरीका के गश्‍त विमान ने भी हमारी हवाई सीमा में प्रवेश किया था, ऐसा तैवान ने कहा है। इसी बीच तैवान की सीमा में विमानों की घुसपैठ करवाकर चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग अमरीका के बायडेन प्रशासन को परख रहे हैं, ऐसा इशारा अमरीका के विश्‍लेषक दे रहे हैं।

तैवान की सीमाचीन की पिपल्स लिब्रेशन आर्मी के वायुसेना के पांच विमानों ने रविवार सुबह के समय तैवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की। इनमें ‘शांक्सी वाय-८’ गश्‍ती विमान, २ ‘जे-१०’ लड़ाकू विमान और २ ‘जे-११’ बॉम्बर विमानों का समावेश था। तैवान के रक्षा मंत्रालय ने चीन की इस घुसपैठ पर कड़े शब्दों में फटकार लगाई थी। इसके कुछ ही घंटे बाद रविवार की शाम चीन के अन्य दो ‘जे-११’ बॉम्बर विमानों ने तैवान की हवाई सीमा में दुबारा घुसपैठ करके गश्‍त लगाई। चीन के साथ अमरीका के लष्करी विमान ने भी हमारी हवाई सीमा में यात्रा की है, ऐसा तैवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा। इससे पहले अमरीका के लड़ाकू और लंबी दूरी के गश्‍ती विमानों ने तैवान की सीमा से सफर किया था। लेकिन, तैवान के रक्षा मंत्रालय ने इस पर एक शब्द भी बयान नहीं किया था।

तैवान की सीमादस दिन पहले चीन ने तैवान की हवाई सीमा में अपने लड़ाकू विमान, बॉम्बर्स एवं गश्‍ती विमानों की घुसपैठ करवाई थी। साथ ही तैवान की हवाई सीमा के करीब चीन ने युद्धाभ्यास का भी आयोजन किया था। इस युद्धाभ्यास के साथ ही चीन ने तैवान की आज़ादी के लिए कोशिश कर रहे लोग और गुटों को धमकाया था। तैवान की आज़ादी की कोशिश यानी युद्ध की कोशिश होने की धमकी चीन ने दी थी। इसके बाद अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने तैवान को धमका रहे चीन को इस हरकत की कीमत चुकाने के लिए मज़बूर करने का इशारा दिया था। इसके साथ ही तैवान एवं हाँगकाँग, साउथ चायना सी के मुद्दे पर बायडेन प्रशासन अधिक आक्रामक भूमिका अपनाएगा, यह ऐलान भी सुलिवन ने किया था।

तैवान की सीमालेकिन, बायडेन प्रशासन की इन धमकियों की हमें बिल्कुल परवाह ना होने की बात चीन ने बीते दस दिनों में दिखाई है। अमरीका के वरिष्ठ विश्‍लेषक गॉर्डन चैंग ने चीन की आक्रामकता के मुद्दे पर हाल ही में इशारा दिया था। चीन के लड़ाकू विमानों की तैवान की हवाई सीमा में हो रही घुसपैठ महज़ संजोग नहीं है। बल्कि, इस घुसपैठ के ज़रिये चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग बायडेन प्रशासन अपने खिलाफ क्या कार्रवाई करेगा, इसका अनुमान लगा रहे हैं, ऐसा चैंग ने कहा था।

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