चिनी ‘जे-२० स्टेल्थ’ लडाकू विमान की सफल उड़ान

बीजिंग, दि. १ (वृत्तसंस्था)- चीन ने ऍड्वान्स्ड् स्टेल्थ विमान का अनावरण करते हुए अपने हवाई सामर्थ्य का प्रदर्शन किया| ‘साऊथ चायना सी’ में अमरीका की गतिविधियाँ बढ़ रही हैं| साथ ही, गुआम द्वीप पर अमरीका ने ‘स्टेल्थ’ बॉम्बर विमान तैनात किये हैं| इस पृष्ठभूमि पर, चीन ने भी ‘स्टेल्थ’ विमान दुनिया के सामने प्रदर्शित करते हुए अमरीका को संकेत दिये, ऐसा दिखायी देता है|

‘स्टेल्थ’चीन के ‘झूहाई’ शहर में आंतर्राष्ट्रीय ‘एअर शो’ का आयोजन किया है| आठ दिन चल रहे इस ‘एअर शो’ में चीनसमेत रशिया, ब्रिटन, पाकिस्तान इन देशों की लडाकू एवं लष्करी विमान शामिल होनेवाले हैं| इस हवाई प्रदर्शन के उपलक्ष्य में चीन ने भी अपने हवाई दल के अग्रसर विमान दुनिया के सामने प्रस्तुत किये हैं| इनमें ‘जे-२०’ यह ‘फिफ्थ जनरेशन’ वाला ‘स्टेल्थ’ विमान सभी देश और मीडिया के चर्चे का मुद्दा बन रहा है|

चीन ने विकसित किया अतिप्रगत स्टेल्थ विमान का नियोजित समयसारिणी के अनुसार परीक्षण हो रहा होकर, इस विमान का निर्माण भी शुरू हुआ है, ऐसा चीन की वायुसेना के प्रवक्ता ‘शेन जिंके’ ने कहा| ‘जे-२०’ विमान की सहायता से चीन अपने संप्रभुता की रक्षा कर सकेगा, ऐसा जिंके ने कहा| शेन जिंके का यह बयान यानी अमरीका एवं जापान के लिए चेतावनी है, ऐसा दावा किया जाता है|

पिछले महीने से अमरीका ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र की अपनी गतिविधियाँ बढ़ा दी है| पिछले महीने अमरीका ने, प्रशांत सागर के ‘गुआम’ इस सेना के द्वीप पर ‘स्टेल्थ बॉम्बर विमान’ का पथक तैनात किया था| साथ ही, ये ‘स्टेल्थ विमान’ बाकी बॉम्बर विमानों समेत ठेंठ ‘साऊथ चायना सी’ तक मँड़रा रहे थे| अमरीका की इस कार्रवाई की चीन ने आलोचना की थी|

‘स्टेल्थ’वहीं, एक सप्ताह पहले ही अमरिका ने ‘एफ-१५’ इस प्रगत ‘स्टेल्थ’ विमान को जापान में तैनात करने का फ़ैसला किया था| कुछ ही महीनों में अमरिका का यह ‘स्टेल्थ विमान’ जापान में दाखिल होगा, यह जानकारी अमरिका की वायुसेना ने दी| पहली ही बार अमरीका के स्टेल्थ विमान दोस्त देश में तैनात हो रहे हैं| यह ‘स्टेल्थ’ विमान जापान में तैनात करने का कारण अमरिका ने स्पष्ट नहीं किया था| पर यह तैनाती चीन के खिलाफ़ है, ऐसा दावा चीन की मीडिया कर रही है|

इन गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर, चीन ने ‘एअर शो’ के उपलक्ष्य में ‘जे-२०’ विमान दुनिया के सामने लाते हुए अमरिका को चुनौती दी, ऐसे कहा जाता है| ‘जे-२०’ के साथ चीन की सेना का अधिक वजनदार, परिवहन के लिए उपयोग में लाया जानेवाला ‘वाय-२०’ विमान भी प्रदर्शन में सादर किया गया है| साथ ही, इस प्रदर्शन में चीन द्वारा पाकिस्तान को दिये गये ‘जेएफ-१७’ लडाकू विमान भी शामिल  हुए हैं|

पिछले सप्ताह में ही चीन की वायुसेना ने ‘जे-२०’ विमान संदर्भ में घोषणा की थी| चीन की वायुसेना के भविष्यकालीन मुख्य हाथियार के रूप में पहचाने जानेवाले ‘जे-२०’ विमान को पहली ही बार मीडिया के सामने लाया जायेगा, यह जानकारी प्रकाशित हुई थी| सन २०११ में पहली बार चीन ने ‘जे-२०’ विमान का परीक्षण किया था| लेकिन उस वक्त स्टेल्थ विमान की जानकारी मीडिया से दूर रखी थी| फिर भी कुछ आंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने ‘जे-२०’ विमान की तस्वीरें प्रकाशित की थीं|

‘स्टेल्थ’ विमान वायुसेना में तैनात रहनेवाला अमरीका एकमात्र देश है| अमरिका के दल में ‘एफ-२२’ और ‘एफ-३५’ ऐसे दो श्रेणी के स्टेल्थ विमान के पथक हैं| वहीं, रशिया, चीन, जापान अब तक ‘स्टेल्थ’ विमान परीक्षण करने में सफल रहे हैं| इनमे से रशिया और चीन ने स्टेल्थ विमान का निर्माण शुरू किया, ऐसा दावा किया गया है| भारत यह रशिया के साथ संयुक्त रूप से ‘फिफ्थ जनरेशन’ विमान का निर्माण कर रहा है| इस पृष्ठभूमि पर, चीन के ‘जे-२०’ विमान का अनावरण महत्त्वपूर्ण माना जाता है|

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