कोरोना की महामारी में अगर चीन की साज़िश पायी गयी, तो उसे परिणाम भुगतने पड़ेंगे – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प

वॉशिंग्टन – कोरोनावायरस चीन की वुहानस्थित लॅब में से दुनियाभर में फ़ैला है, यह स्पष्ट रूप से बतानेवाले अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष मे चीन को नयी कड़ी चेतावनी दी है। दुनियाभर में हज़ारों लोगों की जानें लेनेवाला यह संक्रमण यदि चीन ने जानबूझकर बोया है, तो चीन को उसके भयंकर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने डटकर कहा है। ऑस्ट्रेलिया के विदेशमंत्री ने भी, कोरोनावायरस की महामारी की गहरी तहकिक़ात होनी चाहिए और उस तहकिक़ात का जागतिक स्वास्थ्य संगठन से संबंध नहीं होना चाहिए, ऐसी माँग कर चीन पर का दबाव अधिक ही बढ़ाया है।

‘चीन ने यदि जानबूझकर इस महामारी का फैलाव किया है, तो उन्हें इसकी क़ीमत चुकानी ही पड़ेगी। यह यदि ग़लती भी हो, तो भी क्या वह चीन ने जानबूझकर की है, इसकी भी जाँच की जायेगी, ऐसा बताते हुए, इस मामले से चीन का बचना संभव नहीं है, यह ट्रम्प ने स्पष्ट किया। साथ ही, वुहान की परिस्थिति नियंत्रण के बाहर गयी है, यह चीन जान चुका था। इसी कारण चीन ने इस महामारी की जाँच के लिए अमरिकी अधिकारियों को वुहान में प्रवेश देने से इन्कार किया। लेकिन अब अमरीका ने इस मामले की तहकिक़ात अपने हाथ में ली है, ऐसा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने घोषित किया।

उसीके साथ, इस महामारी के कारण चीन में इतनी कम संख्या में जानें गयीं हैं, इसपर भरोसा करना मुश्किल है, ऐसा कहकर ट्रम्प ने, चीन कर रहे दावों पर अविश्वास दर्शाया। ‘चीन में कोरोनावायरस से कितनी जानें गयीं, यह मैं भी जानता हूँ, चीन भी जानता है और मीडिया भी जानती है। फिर भी मीडिया ने चीन की इस लुकाछिपी की जानकारी नहीं दी’, ऐसी शिक़ायत ट्रम्प ने की।

कोरोनावायरस और इस महामारी का स्रोत जानने के लिए जागतिक स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट का भरोसा नहीं किया जा सकता, ऐसी आलोचना ऑस्ट्रेलिया की विदेशमंत्री मेरी पेन ने की। इसके लिए आंतर्राष्ट्रीय समिति से स्वतंत्र रूप में जाँच करने की आवश्यकता है, ऐसा विदेशमंत्री पेन ने कहा।

कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण चीन पर का दबाव भारी मात्रा में बढ़ा है, ऐसा पिछले कुछ दिनों से दिखायी दे रहा है। इसके कुछ समय पहले चीन के सरकारी माध्यमों ने, यह वायरस अमरीका ने हमारे देश में बोया होने के दावें ठोक दिये थे। ‘अमरीका ने चीन के ख़िलाफ़ जैविक युद्ध छेड़कर कोरोनावायरस तैयार किया और उसका इल्ज़ाम चीन पर थोंप दिया’ इन चिनी माध्यमों द्वारा किये गए दावों को अमरीका ने बहुत ही गंभीरता से लिया था। अमरीका के विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने इस मामले में चीन के पास खुलासा भी माँगा था। लेकिन चीन ने अधिकारिक स्तर पर इस भूमिका को अपनाना टाला था।

ऐसा होने के बावजूद भी, कोरोनावायरस इस महामारी के संदर्भ में अपना बचाव करने के नये नये मार्ग चीन आज़मा रहा है, यह बात इससे दुनिया के सामने आयी थी। कोरोनावायरस के कारण ज़बरदस्त नुक़सान सहन करनेवाले सभी देश, इस मामले में चीन का भरोसा कर चीन ने किये दावों का स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं, यह बार बार स्पष्ट हो रहा है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष हर रोज़ चीन को इसका स्पष्ट रूप से एहसास करा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.