‘ऑकस डील’ की आलोचना कर रहे चीन को ऑस्ट्रेलियन प्रधानमंत्री की फटकार

ocus-deal-china-aus-1कैनबेरा/बीजिंग – अमरीका के साथ किया हुआ नया समझौता पहले की भागीदारी और गुटों से जुड़ा हुआ है, इन शब्दों में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने चीन को फटकार लगाई है। अमरीका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए व्यापक रक्षा सहयोग समझौते के अनुसार ऑस्ट्रेलिया को आठ परमाणु पनडुब्बियाँ प्रदान करेंगे। इस समझौते पर चीन के प्रवक्ता एवं प्रसार माध्यमों ने तीखी आलोचना की है। यह समझौता ऑस्ट्रेलिया को परमाणु युद्ध का लक्ष्य बना सकता है, यह इशारा चीनी माध्यमों ने दिया था।

ocus-deal-china-aus-3‘ऑस्ट्रेलिया को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता की उम्मीद है। अमरीका के साथ किया हुआ यह समझौता पहले स्थापित हुई भागीदारी, बनाया गुट एवं द्विपक्षीय संबंधों के अनुसार ही है’, इन शब्दों में प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शुक्रवार के दिन चीन की आलोचना पर जवाब दिया। इससे पहले गुरूवार के दिन एक कार्यक्रम के दौरान मॉरिसन ने अमरीका से हॉक एवं ‘टॉमाहॉट क्रूज़ मिसाइल्स’ प्राप्त करेंगे और लंबी दूरी के हमलों की क्षमता बढ़ाने के लिए भी सहयोग लिया जाएगा, यह बयान किया था। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अगले हफ्ते अमरीका की यात्रा पर जा रहे हैं और इस पृष्ठभूमि पर यह बात ध्यान आकर्षित कर रही है।

ocus-deal-china-aus-2अमरीका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए ‘ऑकस डील’ पर चीन से काफी आक्रामक प्रतिकियाएँ प्राप्त हुई हैं। ‘परमाणु पनडुब्बी’ के लिए तीन देशों का यह सहयोग क्षेत्रीय शांति और स्थिरता कमज़ोर करेगा। इस समझौते की वजह से हथियारों की स्पर्धा बढ़ने का ड़र है। साथ ही परमाणु प्रसार प्रतिबंधों से संबंधित कोशिशों को भी नुकसान पहुँचाएगा’, ऐसी आलोचना चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता झाओ लिजिअन ने की है। साथ ही अमरीका और ब्रिटेन परमाणु हथियारों के मुद्दे पर दोगली भूमिका अपना रहे हैं, यह आरोप भी उन्होंने लगाया।

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने ऑस्ट्रेलिया एवं अमरीका को धमकाया है। ‘परमाणु पनडुब्बियों के समझौते की वजह से ऑस्ट्रेलिया परमाणु युद्ध का लक्ष्य बन सकता है। मॉरिसन की महत्वाकांक्षा से ऑस्ट्रेलिया को खतरा हो सकता है और उन्हें बड़े संकट का मुकाबला करना पड़ेगा’, यह इशारा ग्लोबल टाईम्स ने दिया है। साथ ही अगले दिनों में अमरीका के हवाई द्विपों के करीब एवं गुआम अड्डे के करीब चीन के युद्धपोत गश्‍त लगाते दिखाई देंगे, यह इशारा भी ग्लोबल टाईम्स ने दिया है।

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