अमरीका की कार्रवाई के बाद चीन शांत नहीं रहेगा – राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के आदेश पर चीन का संकेत

बीजिंग/ वॉशिंगटन: अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के साथ शुरू व्यापार के गैर व्यवहार के विरोध में जांच के आदेश दिए है। राष्ट्राध्यक्ष पद हाथ लेने के बाद ट्रम्प ने चीन के विरोध में की यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। ट्रम्प के इस कार्रवाई पर चीन से तीव्र प्रतिक्रिया आ रही है, जिसमें चीन शांत नहीं रहेगा’, यह संकेत वाणिज्य मंत्रालय ने दिया है। सोमवार के दिन चीन के विदेश मंत्रालय ने अमरीका और चीन के व्यापार-युद्ध के संकेत देते हुए, उससे किसी भी देश को फायदा नहीं होगा यह बयान दिया है।
सोमवार के दिन व्हाईट हाऊस में लौट आये राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन के व्यापारी गतिविधियों के विरोध में जांच के आदेश देने वाले मेमो पर हस्ताक्षर किए। अमरिकी कंपनियों को बाजार उपलब्ध कराते समय गैरकानूनी ढंग से उनकी तकनीक छीननेवाले देश के विरोध में अमरीका डट कर खड़ा रहेगा। अमरिकी कंपनियों के उत्पाद की नकल करते हुए या नकली उत्पाद तैयार करके अमरीका का रोजगार छीनने वालों के विरोध में जम के संघर्ष किया जाएगा’ यह चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दी।

अमरीका की कार्रवाईअमरिकी सरकार देश की सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए आवश्यक कॉपीराइट, पेटंट, ट्रेडमार्क, व्यापार की दृष्टि से गोपनीय जानकारी एवं अन्य बुद्धिसंपदा के हक का रक्षण करेंगी। आगे चलते इन बातों पर नजरअंदाज नहीं होगा। चीन से अमरीका के औद्योगिक जानकारी की चोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, यह कहते हुए ट्रम्प ने कड़े बोल सुनाएं। ट्रम्प के आदेश अनुसार अमरीका के मुख्य व्यापारी प्रतिनिधि रॉबर्ट लाईथायझर चीन के व्यापारी गैरव्यवहार की जांच शुरू करने वाले हैं। जांच के बाद चीन पर प्रतिबंध अथवा कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन के विरोध में होने वाली कारवाई के निर्णय को अत्यंत महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है। कुछ दिनों पहले ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के मुद्दे पर चीन से मिले सहयोग की प्रशंसा की थी। इसके पूर्व ट्रम्प ने राष्ट्राध्यक्षपद स्वीकारने के बाद चीन के साथ व्यापारिक सहयोग बढ़ाने की पहल की थी। अमरीका और चीन का व्यापार बढ़ाने के लिए ‘१०० डेज प्लान’ घोषित किया था। दो देशों के बीच हुए इस व्यापारी करार का अच्छा प्रचार किया गया था।

इस घटना के कारण अमरीका चीन के मामले में सौम्य नीति अपना रहा है। पर चीन के व्यापार में हुए गैरव्यवहार के विरोध में जांच के आदेश देकर ट्रम्प ने अपने नीतियों में बदलाव न होने की बात दिखाई है। राष्ट्राध्यक्षपद के प्रचार मोहीम के दौरान ट्रम्प ने चीन अमरीका को लूट रहा है, यह आरोप करते हुए उन पर कठोर कदम उठाने का और चीन के विरोध में प्रतिबंध जारी करने का बयान दिया था। सोमवार के दिन जारी किए आदेशने इस दिशा में कदम उठाने की बात कही जा रही है।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के आदेश पर चीन से तीव्र प्रतिक्रिया आयी है। अमरीका का निर्णय अत्यंत गंभीर घटना है। अमरीका से व्यापारिक क्षेत्र में अपनाए संरक्षणवादी नीतियों में द्विपक्षीय व्यापारी सहयोग को बड़ा धक्का लगेगा। ‘व्यापारी नियम, वास्तव एवं सहयोग को नजरअंदाज करके अमरीका ने कार्रवाई की नीति कायम रखी तो चीन शांत नहीं रहेगा, यह अमरीका याद रखे’ ऐसे कड़े शब्दों में चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अमरीका को इशारा दियान है।

इसके पूर्व चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चूनयिंग ने दो देशों में व्यापार-युद्ध के संकेत देते हुए उसका किसी को फायदा नहीं होगा इस बात से आगाह किया है। चीन और अमरीका के व्यापारी संबंध एक दूसरे से अनेक मार्गो से जुडे है। ऐसी परिस्थिति में व्यापार-युद्ध से कोई फायदा नहीं होगा और दोनों देशों में यह युद्ध कोई नहीं जीत पाएगा, यह विदेश प्रवक्ता ने अपने निवेदन में स्पष्ट किया है।

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