अमरिकी सिनेटर्स के तैवान दौरे पर चीन की नाराज़गी

US-senator-Taiwan-02-300x168बीजिंग/वॉशिंग्टन/तैपेई – अमरीका के तीन वरिष्ठ सिनेटर्स का तैवान दौरा चीन को काफी बेचैन करनेवाला साबित हुआ है। चीन ने इस दौरे पर तीव्र नाराज़गी जताकर अमरीका के सामने इससे संबंधित शिकायत भी दर्ज़ की है। चीन के प्रसार माध्यम एवं सोशल मीडिया पर भी तीव्र प्रतिक्रियाएं दर्ज़ हुई हैं और ‘रेड लाईन’ पार करने के बाद भी यदी चीन की हुकूमत को कुछ करना नहीं है तो अन्य देश तैवान को चीन का हिस्सा कैसे मानेंगे, ऐसा संतप्त सवाल किया जा रहा है।

रविवार के दिन अमरीका के तीन सिनेटर्स वायुसेना के ‘सी-१७ ग्लोबमास्टर ३’ विमान से तैवान पहुँचे। इन सिनेटर्स में डेमोक्रैट पार्टी की टैमी डकवर्थ, क्रिस्टोफर कून्स और रिपब्लिकन पार्टी के डैन सुलिवन का समावेश था। तीनों सिनेटर्स ने तैवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई र्इंग-वेन के साथ ही अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान अमरीका से तैवान को कोरोना वैक्सीन के ७.५ लाख डोसेज्‌ देने का भी ऐलान किया गया। कोरोना की महामारी और उसके आगे जाकर तैवान की जनता को जो भी सहयोग की आवश्‍यकता है, इसके लिए अमरीका हमेशा आपके पक्ष में खड़ी रहेगी, यह वादा अमरिकी सिनेटर्स ने इस दौरान किया।

US-senator-Taiwanअमरिकी सिनेटर्स का यह दौरा पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने तैवान संबंधित अपनाई नीति आगे जारी रखने की कोशिशों का हिस्सा समझा जा रहा है। ट्रम्प के कार्यकाल में अमरीका के तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने तैवान का खुलेआम दौरा किया था। पूर्व विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने तैवान संबंधित नीति का ऐलान करते हुए अमरिकी अफसरों की तैवान यात्रा पर जारी प्रतिबंध हटाने की जानकारी प्रदान की थी। यह बात अमरीका और तैवान का सहयोग बढ़ाने के लिए किए गए निर्णयों का अहम चरण समझा जाता है।

अमरीका और चीन के बीच फिलहाल काफी ज्यादा तनाव है और तैवान इसका एक प्रमुख मुद्दा है। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने वर्ष २०१९ में एक समारोह में यह इशारा दिया था कि, तैवान पर कब्ज़ा करने के लिए सभी विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद अमरीका ने अपनी नीति अधिक आक्रामक करके तैवान के समुद्री क्षेत्र में अपनी लष्करी गतिविधियाँ बढ़ाई थीं। इसी को राजनीतिक दौरे एवं अन्य निर्णयों का जोड़ देकर अमरीका ने तैवान के मुद्दे पर चीन को चुनौति देने की कोशिश भी जारी रखी है।

US-senator-Taiwan-01-300x195अमरीका की इन कोशिशों पर चीन द्वारा लगातार नाराज़गी व्यक्त की जा रही है। रविवार के दौरे के बाद भी चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता वैंग वेन्बिन ने अमरीका के इस दौरे पर नाराज़गी व्यक्त की। अमरीका को तैवान के साथ जारी संबंध तोड़ने होंगे, यह इशारा भी वेन्बिन ने दिया। साथ ही अमरीका के सामने राजनीतिक स्तर पर अधिकृत शिकायत दर्ज़ की गई है, यह बयान भी चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने किया। चीन की अधिकृत प्रतिक्रिया ज्यादा आक्रामक नहीं है, फिर भी प्रसार माध्यम एवं सोशल मीडिया पर अमरिकी दौरे की पड़ी प्रतिक्रिया दर्ज़ हुई है।

इससे पहले चीन ने तैवान यह ‘रेड लाईन’ रहेगी, यह बात लगातार कही थी, इसके बावजूद अमरीका इसका कैसे उल्लंघन करती है, ऐसा संतप्त सवाल सोशल मीडिया पर पूछा गया है। सिनेटर्स के दौरे के लिए वायुसेना का लष्करी विमान भेजना यानी चीन को खुली चुनौती देने का आक्रामक स्वर भी चीनी नेटिज़न्स ने लगाया है। कुछ नेटिज़न्स ने यह आरोप लगाया है कि, अमरीका सीधे संघर्ष में नहीं उतरेगी, इसके बजाय ‘सलामी स्लायसिंग’ की नीति अपना रही है।

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