चीन ने दी ‘आयफोन’ समेत ‘ऐपल’ के उत्पादनों पर पाबंदी लगाने की धमकी

बीजिंग/वॉशिंग्टन – ’अमरीका ने ‘वुईचैट’ नामक चीनी ऐप्स पर लगाई पाबंदी पर अमल किया जाए तो चीन भी ‘आयफोन’ समेत ‘ऐपल’ के उत्पादनों पर पाबंदी लगाएगा, ऐसी धमकी चीन ने दी है। इसी महीने के शुरू में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने टिकटॉक और वुईचैट जैसे प्रमुख चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगाने का ऐलान करके उस पर अमल ना होने पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी थी। इस पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करने के साथ चीन ने अमरिकी कंपनियों पर भी इसी तरह की कार्रवाई हो सकती है, ऐसी धमकी दी थी। ऐपल कंपनी पर पाबंदी लगाने की धमकी भी इसी का हिस्सा होने की बात दिख रही है।

Apple-US-Chinaअमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दो वर्ष पहले चीन के खिलाफ़ व्यापार युद्ध का ऐलान किया था। इस व्यापार युद्ध के तहत ट्रम्प ने अमरिकी सूचना एवं प्रौद्योगिकी, दूरसंचार एवं इंटरनेट क्षेत्र की चीनी कंपनियों के वर्चस्व के खिलाफ़ कार्रवाई भी शुरू की थी। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत इन कंपनियों के माध्यम से जासूसी, बौद्धिक संपदा की चोरी, झूठी जानकारी का फैलाव एवं अपनी विचारधारा थोंपने की कोशिश कर रही है, यह आरोप ट्रम्प ने लगाया था। अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उपस्थित करके ट्रम्प ने इसी मुद्दे पर ‘इमर्जन्सी’ घोषित की थी। कोरोना की पृष्ठभूमि पर भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने कम्युनिस्ट हुकूमत से सीधे संबंध रखनेवाली कंपनियों को लक्ष्य करना शुरू किया था। इस पर चीन की कड़ी प्रतिक्रिया उमडने लगी थी।

चीन में जारी कारोबार के लिए अमरीका में मौजूद चीनी कंपनियां और उनके अधिकारियों पर पाबंदी लगाना असमर्थनीय है। वुईचैट ऐप पर लगाई गई पाबंदी यानी अमरिकी प्रशासन की गलत कार्रवाई है। अमरीका ने वुईचैट ऐप पर पाबंदी लगाई तो चीन भी आयफोन के साथ ऐपल के उत्पादनों पर पाबंदी लगाएगा, ऐसी धमकी चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ज़ाओ लिजिअन ने दी है। राष्ट्रीय सुरक्षा का कारण आगे करके चीनी कंपनियों और ऐप्स पर लगाई जा रही पाबंदी यानी व्यापारी क्षेत्र में दबंग रवैया होने का आरोप भी चीन के प्रवक्ता ने लगाया।

Apple-US-Chinaइसी बीच लिज़िअन ने चीन में सोशल मीडिया वेबसाईट वैबो ने किए सर्वे का भी ज़िक्र किया। ‘ट्विटर’ की चीन ने बनाई ‘कॉपी’ के तौर पर जाने जा रहे वैबो ने अमरीका-चीन विवाद के बारे में चीनी नागरिकों से सवाल किए थे। अमरीका ने ‘वुईचैट’ पर पाबंदी लगाने पर आयफोन के साथ ऐपल कंपनी के सभी उत्पादनों का इस्तेमाल करना छोड़ देंगे, यह दावा ९५% यूजर्स ने किया, यह बात वैबो ने कही है।

चीन के स्मार्टफोन और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के बाज़ार में ऐपल कंपनी का हिस्सा करीबन ९% है और बीते वर्ष ऐपल ने चीन में ४४ अरब डॉलर्स की आय प्राप्त की थी। ऐपल की कुल आय में १५% हिस्सा चीन से प्राप्त होता है। आयफोन के लिए भी चीन सबसे बड़ा बाज़ार समझा जाता है। ऐपल के उत्पादनों के निर्माण के लिए भी चीन ही सबसे बड़ा केंद्र है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के खिलाफ शुरू किया हुआ व्यापारयुद्ध और लगाए गए भारी कर के बाद भी ऐपल ने चीन में जारी अपने उत्पादनों का निर्माण एवं बिक्री बंद नहीं की थी।

लेकिन, कोरोना की महामारी के पृष्ठभूमि पर ट्रम्प ने चीन के खिलाफ अपनाई आक्रामक भूमिका ऐपल की चिंता बढ़ानेवाली साबित हुई है। चीन के प्रवक्ता ने दी गई धमकी के अनुसार चीन में ऐपल पर पाबंदी लगाने का निर्णय होने पर कंपनी के लिए यह सबसे बड़ा झटका साबित हो सकता है। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने पहले ही ‘यूट्युब’ और ‘ट्विटर’ पर पाबंदी घोषित की है और ‘मायक्रोसॉफ्ट’ को भी कार्रवाई का इशारा दिया है।

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