‘साऊथ चायना सी’ विवाद का हल ढूँढ़ने के लिए चीन भारत से सबक सीखें : अमरिकी विदेशमंत्री की सलाह

नयी दिल्ली, दि. ३१ (पीटीआय)- ‘साऊथ चायना सी’ के विवाद का हल ढूँढ़ने के लिए चीन भारत से सबक सीखें, ऐसी सलाह अमरीका के विदेशमंत्री जॉन केरी ने दी है| ‘साऊथ चायना सी’ के साथ साथ, ‘एनएसजी’ में भारत की सदस्यता और आतंकवाद इन सभी मुद्दों पर भारत एवं अमरीका ने एक ही सूर में अपनी भूमिका पेश की| भारत यात्रा पर आए अमरिकी विदेशमंत्री केरी ने, इस विषय पर दोनों देशों का एकमत है, ऐसा कहा| अमरीका के विदेशमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात कर चर्चा की|

‘साऊथ चायना सी’ ‘साऊथ चायना सी’ के संदर्भ में चीन ने अपनायी हुई भूमिका पर विदेशमंत्री केरी ने नाराज़गी जतायी| आंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फ़ैसले का भी स्वीकार करने के लिए तैयार न होनेवाला चीन, भारत से सबक सीखें और इस विवाद का हल निकालें’, ऐसी सलाह विदेशमंत्री केरी ने दी है| इस सागरी विवाद पर सैनिकी उपाय नहीं हो सकता| लेकिन अमरीका अपने दोस्त राष्ट्रों के पीछे खड़ी रहेगी, ऐसे केरी ने कहा है| भारत और अमरीका के बीच हुए ‘लॉजिस्टिक समझौते’ की पृष्ठभूमि पर और चीन द्वारा जतायी गई चिंता की पृष्ठभूमि पर विदेशमंत्री केरी का विधान महत्त्वपूर्ण माना जाता है| साथ ही, भारत को ‘एनएसजी’ की सदस्यता मिलें, इसलिए अमरीका ने प्रयासों को दुगुना किया है, यह केरी ने कहा| ‘एनएसजी’ के सभी सदस्य देश भारत को समर्थन दें, ऐसा आवाहन केरी ने इस वक्त किया|

पाकिस्तान आतंकवादियों पर कार्रवाई कर तो रहा है, लेकिन पाकिस्तान से इससे भी अधिक कठोर कार्रवाई की उम्मीद है, अमरीका के विदेशमंत्री ने स्पष्ट किया| आतंकवादी और गुनाहगार संगठनों का नेटवर्क पाकिस्तान नष्ट करे, यह माँग केरी ने इस दौरान की| ‘आयएस’, ‘अल-कायदा’, ‘लश्कर-ए-तैयब्बा’, ‘जैश-ए-मोहम्मद’, ‘हक्कानी नेटवर्क’, ‘डी कंपनी’ इन आतंकवादी और गुनाहगारी संगठनों को पाकिस्तान ने सुरक्षित आश्रयस्थान नहीं देना चाहिए, ऐसी फटकार अमरीका के विदेशमंत्री ने लगायी|
मुंबई पर का २६/११ का आतंकी हमला और पठानकोट पर हुए आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं पर पाकिस्तान कार्रवाई करे, यह भारत के साथ साथ अमरीका की भी माँग है, ऐसा कहकर केरी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है|

अफगानिस्तान की स्थिरता और विकास के लिए भारत बड़ा योगदान दे रहा है| आगे चलकर भारत अफगानिस्तान में इससे भी अधिक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायेंगा, ऐसा भरोसा केरी ने व्यक्त किया| साथ ही, भारत-अफगानिस्तान और अमरीका के बीच त्रिस्तरीय चर्चा की घोषणा केरी ने की| सितंबर महीने में यह त्रिस्तरीय चर्चा संपन्न होगी, यह जानकारी केरी ने दी| फिलहाल अफगानिस्तान के पाकिस्तान के साथ संबंध बिगड़े हुए हैं| अपनी सीमारेखा बंद कर पाकिस्तान अफगानिस्तान को एकाकी बनाने की कोशिश कर रहा है| जीवनावश्यक चीज़ें, व्यापार और वाहतूक के लिए पाकिस्तान की सीमारेखा पर निर्भर रहनेवाले अफगानिस्तान को भारत पूरी तरह सहयोग कर रहा है| इस पृष्ठभूमि पर केरी ने घोषणा की हुई त्रिस्तरीय चर्चा का महत्त्व बढ़ गया है|

अफगानिस्तान पर सीमापार से होनेवाले आतंकी हमलों का मुद्दा त्रिस्तरीय चर्चा में होगा, ऐसा कहते हुए केरी ने पाकिस्तान पर का दबाव बढ़ाया है| साथ ही, पाकिस्तान भी इस चर्चा में शामिल हो सकता है, यह भी केरी ने कहा|

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