चीन सार्वजनिक तौर पर अफ़गानिस्तान से माँफी माँगे – अफ़गानिस्तान के उप-राष्ट्राध्यक्ष सालेह

china-afghanistanकाबुल – अफ़गानिस्तान में जासूसों की तैनाती करके उनके ज़रिये आतंकी केंद्र चलाकर चीन ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है। इस वजह से अफ़गानिस्तान के विश्‍वास को नुकसान पहुँचानेवाला चीन सार्वजनिक तौर पर माँफी माँगे, यह माँग अफ़गानिस्तान के उप-राष्ट्राध्यक्ष अमरुल्लाह सालेह ने की है। चीन माँफी माँगेगा तभी अफ़गान सुरक्षा यंत्रणा के हिरासत में होनेवाले चीनी जासूसों की रिहाई संभव होगी, ऐसा इशारा भी सालेह ने दिया है। अफ़गानिस्तान की इस माँग की वजह से चीन बड़ी मुश्‍किल में घिरा है।

china-afghanistanअफ़गानिस्तान की सुरक्षा यंत्रणा ने कुछ दिन पहले ही राजधानी काबुल में की हुई कार्रवाई में १० चीनी नागरिकों का समावेश होनेवाला आतंकियों का सेल तहस नहस किया था। अफ़गानिस्तान के ‘नैशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्युरिटी’ (एनडीएस) ने इन दस लोगों को गिरफ्तार किया और इसके बाद इस मामले की अधिक जानकारी सामने आयी थी। इन आतंकियों में चीनी गुप्तचर यंत्रणा के लिए काम करनेवाले ‘ली यांगग्याँग’ का भी समावेश था। जुलाई-अगस्त से यांगग्याँग अफ़गानिस्तान में सक्रिय था।

china-afghanistanइसके साथ ही काबुल के शिरपुर क्षेत्र में स्थित रेस्तराँ चला रहे ‘शा हूंग’ नामक चीनी महिला का भी इन दस लोगों में समावेश है। यांगग्याँग और शा, दोनों पाकिस्तान के हक्कानी नेटवर्क नामक आतंकी संगठन के संपर्क में थे। यांगग्याँग और शा के घर से बड़ी मात्रा में हथियार और नशीले पदार्थ भी बरामद किए गए हैं। इस आतंकी नेटवर्क की आड़ में यांगग्याँग और शा जासूसी का नेटवर्क भी चलाने में जुटे होने की जानकारी सामने आयी है।

अफ़गानिस्तान के उप-राष्ट्राध्यक्ष और गुप्तचर यंत्रणा के पूर्व प्रमुख अमरुल्लाह सालेह ने इस मामले में सख्त भूमिका अपनाई है। अफ़गानियों का विश्‍वासघात करनेवाला चीन इस मामले में माफी माँगे, यह माँग सालेह ने की है। तो, चीन इस मामले में बयान करने से अब तक दूर रहा है।

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