चीन की शासक कम्युनिस्ट पार्टी नाटो की नई शत्रु है – अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरब्रुसेल्स: सोवियत रशिया के विरोध में हुआ शीतयुद्ध नाटो ने ३० वर्ष पहले जीता था| वह आजादी और जनतंत्र की जीत समझी जाती है| इन मुल्यों की रक्षा के लिए ही ७० वर्ष पहले नाटो का गठन हुआ था| पर अब नाटो के सामने वैसी ही चुनौती खडी हुई है| चीन की शासक कम्युनिस्ट दल के साथ बुनियादी सिद्धांतों के विषय पर बने कडे मतभेद नाटो नजरअंदाज नही कर सकती, यह इशारा अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने दिया है|

अमरिका औड़ चीन के बीच जारी संघर्ष दोनों विश्‍वयुद्ध से भी भयंकर साबित होगा, यह चेतावनी अमरिका के भूतपूर्व विदेशमंत्री एवं ज्येष्ठ कुटनीतिज्ञ हेन्री किसिंजर ने दिया था| दोनों देश इस बात का एहसास रखकर एकदुसरे के साथ बने मतभेद दूर करें, यह बयान किसिंजर ने किया था| अलग शब्दों में किसिंजर ने अमरिकी नेतृत्व को चीन के साथ बनी समस्या का हल निकालने के लिए बातचीत करने की सलाह दी थी| पर, नाटो की बैठक में बोलते समय अमरिका के वर्तमान के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी आजादी और जनतंत्र के लिए सोवियत रशिया की तरह ही खतरा बन रही है, इस बात पर ध्यान आकर्षित किया| इस वजह से चीन के साथ बुनियादी सिद्धांतों के मुद्दे पर बने गंभीर मतभेद अगले दिनों में तीव्र होंगे, यह एहसास पोम्पिओ ने कराया है|

शीतयुद्ध के दौरान सोवियत रशिया की ओर जैसे नाटो ने अनदेखा नही किया था, उसी तरह वर्तमान में चीन पर हुकूमत कर रही कम्युनिस्ट पार्टी की ओर भी अनदेखा करना मुमकिन नही होगा, ऐसा पोम्पिओ कह रहे है| पिछले कुछ महीनों से चीन की कम्युनिस्ट दल पर राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने अपनी पकड और भी मजबूत की है और चीन का नियंत्रण जिनपिंग के हाथ में समाया है| अपने राजनयिक विरोधकों को जिनपिंग ने अलग अलग मार्ग से हटाना शुरू किया था| ऐसी स्थिति में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी नाटो के लिए खतरा बनी है, यह पोम्पिओ ने किया बयान सूचक होने की बात हो रही है|

चीन नामका देश नही, बल्कि इस देश पर शासन कर रही कम्युनिस्ट पार्टी नाटो की शत्रु है, इस बात पर अमरिका के विदेशमंत्री ध्यान आकर्षित कर रहे है| यह ट्रम्प प्रशासन की कुटनीति का हिस्सा है| चीन की पुरी राजनयिक व्यवस्था और इस देश का रक्षादल कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एकनिष्ठ है| इस वजह से इस हुकूमत को शत्रु साबित करना यानी चीन की जनता का विरोध करना नही होता, यह रचना ट्रम्प प्रशासन कर रहा है, यह बात भी पोम्पिओ से हो रहे दावे से स्पष्ट हो रही है|

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