इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमरिकी मिसाइलों की तैनाती पर चीन प्रत्युत्तर देगा – चीन के वरिष्ठ अधिकारी ने धमकाया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग: ‘हमारे द्वार पर यदि अमरिका मिसाइल तैनात करती है तो चीन भी शांत नही रहेगा| अमरिका की इस मिसाइल तैनाती को प्रत्युत्तर देने के लिए चीन विवश होगा| जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया ने अमरिका के मिसाइल तैनात किए तो इन देशों की सुरक्षा के लिए वह अच्छा नही होगा’, यह धमकी चीन के विदेश मंत्रालय ने दी है| इस धमकी के बाद चीन ने ‘साउथ चाइना सी’ क्षेत्र में युद्धाभ्यास भी शुरू किया है|

दो दिन पहले अमरिका ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अंतरमहाद्विपीय बैलेस्टिक मिसाइल तैनात करने का ऐलान किया था| चीन की लष्करी आक्रामकता एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अस्थिरता बना रही है, यह बात अमरिका के रक्षामंत्री मार्क एस्पर ने रेखांकित की है| चीन की इस आक्रामकता को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका जल्द ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अंतरमहाद्विपिय मिसाइल तैनात करेगी, यह ऐलान एस्पर ने किया था| एशिया के एक देश में जल्द ही यह मिसाइल तैनात करने की जानकारी एस्पर ने दी थी| लेकिन, कौन से देश में और कब इसकी जानकारी देने से अमरिकी रक्षामंत्री दूर रहे|

रक्षामंत्री एस्पर ने किए इस ऐलान के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के ‘आर्मस् कंट्रोल’ विभाग के संचालक फू कॉंग ने अमरिका और मित्रदेशों को लक्ष्य करके कडी चेतावनी दी| ‘इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के दरवाजे के निकट यदि अमरिका मिसाइल तैनात करता है तो चीन शांति से यह तैनाती होते देखते नही रहेगा| अमरिका की यह तैनाती चीन को प्रत्युत्तर देने के लिए उकसाएगी| ऐसे में पडोसी देश पूरी तरह से विचार करें और अपने देश में अमरिका के अंतरमाद्विपिय मिसाइल तैनात ना करें| जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश इस मिसाइलों की तैनाती से दूर रहे| नही तो अमरिकी मिसाइलों की तैनाती आपके देश की सुरक्षा के लिए सहायक साबित नही होगी’, यह धमकी कॉंग ने दी|

‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में अमरिका के मिसाइलों की तैनाती को चीन कैसे जवाब देगा, यह कॉंग ने स्पष्ट किया नही है| लेकिन, अमरिका के मित्रदेशों ने मिसाइल तैनात किए तो चीन इन देशों के विरोध में सभी विकल्पों का इस्तेमाल करेगा, ऐसा कॉंग ने धमकाया है| साथ ही चीन के मिसाइल अमरिका के मुख्य शहरों तक नही पहुंच सकते है, यह कहकर अपने मिसाइल और परमाणु हथियारों पर मर्यादा लगानेवाले ‘इंटरमिजिएट रेंज न्युक्लिअर फोर्सेस’ (आईएनएफ) समझौते में चीन शामिल नही होगा, यह बात कॉंग ने स्पष्ट की| अमरिका एवं रशिया के मिसाइल और चीन के मिसाइलों में बडा फरक है| इस वजह से चीन पर पाबंदी लगाने का विचार अमरिका छोड दे, ऐसा कॉंग ने कहा|

इस दौरान, अमरिका के मिसाइलों की तैनाती को विरोध करने के बाद चीन ने ‘साउथ चाइना सी’ में युद्धाभ्यास किया है| मंगलवार और बुधवार ऐसे दो दिन हुए इस युद्धाभ्यास में चीन की विध्वंसक, लडाकू विमान शामिल हुए थे| यह युद्धाभ्यास करके चीन ने अमरिका को चेतावनी दी है|

‘साउथ चाइना सी’ में अमरिका का युद्धाभ्यास

चीन ने ‘साउथ चाइना सी’ में दो दिन के युद्धाभ्यास का आयोजन करने के बाद अब अमरिका ने भी इस क्षेत्र में विशाल ‘यूएसएस रोनाल्ड रिगन’ विमान वाहक युद्धपोत रवाना की है| ‘सामर्थ्य से ही शांति की प्राप्ति होती है’, यह संदेश मित्रदेशों को देने के लिए अमरिका इस क्षेत्र में युद्धाभ्यास कर रही है, यह जानकारी अमरिका के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी|

इस युद्धाभ्यास में ‘रोनाल्ड रिगन’ इस युद्धपोत से लडाकू एवं गश्ती विमान एवं हेलिकॉप्टर्स ने उडान भरी| फिलिपिन्स के समुद्री क्षेत्र के निकट यह युद्धाभ्यास हो रहा है और फिलिपिन्स के अधिकारी भी इस युद्धाभ्यास के दौरान अमरिकी युद्धपोत पर मौजूद थे|

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