कोरोना संक्रमण की जानकारी छिपाने के लिए चीन ने ‘डब्ल्यूएचओ’ पर दबाव डाला था – जर्मन साप्ताहिक का दावा

लंडन/बीजिंग – कोरोनावायरस की बीमारी मानवी संसर्ग में से फ़ैलती है, यह जानकारी ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनायझेशन’ (डब्ल्यूएचओ) ज़ाहिर ना करें, इसलिए चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने ही दबाव डाला था, ऐसा खलबलीजनक दावा ‘डर स्पिगेल’ इस जर्मन साप्ताहिक ने किया। जर्मन गुप्तचर यंत्रणा से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह दावा किया है, ऐसा जर्मन साप्ताहिक ने स्पष्ट किया है। जर्मन साप्ताहिक ने दी इस ख़बर से, चीन कोरोना के संक्रमण को लेकर सारी दुनिया को धोख़ा दे रहा है, इन आरोपों की पुष्टि हुई है।

जर्मन साप्ताहिक ने, ‘बीएनडी’ इस गुप्तचर यंत्रणा ने तैयार की रिपोर्ट का हवाला दिया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, २१ जनवरी के दिन चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने ‘डब्ल्यूएचओ’ के प्रमुख टेड्रॉस घेब्रेयेसुस को फोन किया था। इस समय हुए संभाषण में, कोरोना मानवी संसर्ग में से फ़ैलता है और उससे जागतिक महामारी आ सकती है, ऐसी चेतावनी ‘डब्ल्यूएचओ’ नी दें, इसलिए जिनपिंग ने दबाव डाला था, ऐसा सामने आया है।

चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने डाले इस दबाव के कारण, ‘डब्ल्यूएचओ’ ने कोरोनावायरस महामारी होने की घोषणा करने में देर कर दी। इस कारण दुनिया के अन्य देशों को कोरोना की महामारी के ख़िलाफ़ उपाययोजना करने में पूरे एक से डेढ़ महीने की देर हुई, ऐसा निष्कर्ष जर्मन गुप्तचर यंत्रणा की रिपोर्ट में दर्ज़ किया गया है।

जर्मन यंत्रणा तथा साप्ताहिक के दावों पर ‘डब्ल्यूएचओ’ से तीव्र प्रतिक्रिया आयी है। जिनपिंग और ‘डब्ल्यूएचओ’ के प्रमुख के बीच फोन पर संभाषण हुआ ही नहीं था, ऐसा ‘डब्ल्यूएचओ’ के निवेदन में बताया गया। चीन ने २० जनवरी को ही मानवी संसर्ग की जानकारी दी थी और ‘डब्ल्यूएचओ’ ने भी २२ जनवरी को वुहान में मानवी संसर्ग के मामलें हैं ऐसा कहा था, ऐसा दावा भी ‘हू’ ने किया। जर्मन यंत्रणा और साप्ताहिक ने किये दावें झूठे और बेबुनियाद होने का प्रत्युत्तर ‘डब्ल्यूएचओ’ द्वारा दिया गया।

जर्मन साप्ताहिक में प्रकाशित हुई ख़बर पर चीन ने अभी तक प्रतिक्रिया नहीं दी है। इससे पहले अमरीका तथा अन्य देशों द्वारा किये गए आरोप चीन ने हमेशा ही ठुकराये हैं। चीन में भी कोरोना से मृत्यु हुईं हैं और चीन ने बीमारी के संदर्भ में सारी जानकारी बार बार जागतिक समुदाय को दी है, ऐसे शब्दों में चीन अपने कृत्यों का समर्थन करता आया है।

लेकिन जर्मन गुप्तचर यंत्रणा की रिपोर्ट, अमरीका से चीन पर किये जा रहे आरोपों को बल देनेवाली साबित हुई है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने, चीन में से ही कोरोना का संक्रमण फ़ैला और ‘डब्ल्यूएचओ’ की चीन की हुक़ूमत के साथ मिलीभगत थी, ऐसे आरोप किये थे। अमरीका के अन्य नेताओं ने भी चीन पर आरोपों की बौछार की होकर, ‘डब्ल्यूएचओ’ यानी ‘वर्ल्ड हेल्थ’ नहीं, बल्कि ‘वुहान हेल्थ ऑर्गनायझेशन’ (हू) है, ऐसी फ़टकार भी लगाई थी।

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