चीन के राष्ट्राध्यक्ष का पाकिस्तान दौरा रद

बीजिंग – अपने देश का आर्थिक भविष्य चीन से जुड़ा है, यह दावा कर रहे पाकिस्तान के खान की शुक्रवार के दिन उम्मीद टूटी। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के पाकिस्तान दौरे में बदलाव किया गया है। उनके इस दौरे से पाकिस्तान को बड़ी उम्मीदें थीं। पाकिस्तान, अपना काफी नज़दिकी सहयोगी देश है, यह संदेश राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग इस दौरे के ज़रिए सारे विश्‍व को देने की तैयारी में थे, ऐसे दावे पाकिस्तानी पत्रकारों ने किए थे। लेकिन, भारत और तैवान की वजह से निर्माण हुए तनाव के कारण राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग का यह दौरा ना होने की बात स्पष्ट हो रही है।

china-pakistanजून महीने में चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की पाकिस्तान की यात्रा तय की गई थी। लेकिन, कोरोना वायरस की वजह से इस यात्रा के समय में बदलाव किया गया था। इसके बाद राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग के पाकिस्तान दौरे के लिए अगस्त महीने का समय तय होने की ख़बरे प्रसिद्ध हुई थीं। राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए बड़े उत्सुक होने का बढ़प्पन पाकिस्तान के विदेशमंत्री शहा महमूद कुरेशी ने अपनी चीन यात्रा के बाद किया था। इसके अलावा चीन-पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) के नज़रिए से जिनपिंग का पाकिस्तान दौरान काफी अहम साबित हुआ होता। इस दौरे में दोनों देशों के बीच कुछ अहम समझौते होंगे, ऐसी चर्चा हो रही थी। अमरीका, सौदी अरब और अंतरराष्ट्रीय वित्तसंस्थाओं ने पीठ दिखाने के बाद जिनपिंग के इस दौरे से कर्ज़ के फंदे में फंसे पाकिस्तान को बड़ी उम्मीदें थी। लेकिन, जिनपिंग के पाकिस्तान दौरे में फिरसे बदलाव किए जाने से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है।

china-pakistanगुरूवार के दिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने एक समाचार चैनल को दी हुई मुलाकात के दौरान पाकिस्तान का आर्थिक भविष्य चीन से जुड़ा होने का बयान किया था। इसके अलावा अन्य किसी भी देश की तुलना में चीन का विकासदर तेज़ गति से बढ़ रहा है, यह विश्‍वास भी इम्रान खान ने व्यक्त किया था। साथ ही चीन के इस विकास से पाकिस्तान को लाभ ही होगा, यह बात इम्रान खान ने बडे गर्व से कही थी। चीन के राष्ट्राध्यक्ष पाकिस्तान का दौरा करने से पहले उन्होंने यह बयान करके माहौल बनाने की कोशिश की थी। चीन से अरबों डॉलर्स का कर्ज़ प्राप्त करने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ऐसी कोशिश करने की बात दिख रही है। कोरोना वायरस का कारण दिया जा रहा हो, लेकिन लद्दाख में भारत-चीन के बीच बढ़ रहे तनाव की वजह से राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने पाकिस्तान जाना टाल दिया है, यह स्पष्ट हुआ है।

इसी बीच दो सप्ताह पहले पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरेशी ने चीन का दौरा किया था। सौदी अरब और पाकिस्तान के बीच तनाव निर्माण होने के बाद कुरेशी चीन की ओर भागे थे। सौदी ने कर्ज़ का भुगतान करने की माँग करने के बाद पाकिस्तान ने हमेशा की तरह चीन के सामने हाथ फैलाए थे। लेकिन उस समय पाकिस्तानी विदेशमंत्री के स्वागत के लिए हवाई अड्डे पर चीन के कनिष्ठ वर्ग के अधिकारी भी मौजूद नहीं थे। इस दौरे में पाकिस्तान के विदेशमंत्री को बड़ा अपमान सहना पड़ा था, ऐसी ख़बरें भी प्रसिद्ध हुई थीं।

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