लद्दाख की एलएसी के अन्य क्षेत्रों से भी चीन सेनावापसी करने की तैयारी में

नई दिल्ली/बीजिंग – लद्दाख की एलएसी पर पँगॉंग सरोवर के उत्तरी तथा दक्षिणी भाग से चिनी लष्कर ने वापसी की होने के वीडियोज़ जारी हुए हैं। १५० चिनी टैंक्स और पाँच हज़ार जवानों ने हालांकि इस क्षेत्र से वापसी की है, फिर भी यहाँ की एलएसी पर का विवाद अभी तक पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। गोग्रा पहाड़ियाँ, हॉट स्प्रिंग और डेप्सॉंग तथा अन्य कुछ क्षेत्रों से अभी भी चीन ने वापसी नहीं की है। एक बार जब पँगॉंग सरोवर क्षेत्र से वापसी की प्रक्रिया पूरी होगी, तब उसके बाद के ४८ घंटों में दोनों देशों के वरिष्ठ लष्करी अधिकारियों में चर्चा संपन्न होगी। इस चर्चा में गोग्रा पहाड़ियाँ, हॉट स्प्रिंग और डेप्सॉंग से वापसी करने का मुद्दा होगा, ऐसा बताया जाता है।

सेनावापसी

पँगॉंग सरोवर क्षेत्र से चीन के जवानों ने की हुई वापसी, अपने देश की शांति और भाईचारे के प्रति होने वाली प्रतिबद्धता को दर्शा रही होने के दावे चीन के सरकारी मुखपत्र ने किए थे। उसी समय, बहुत ही तेजी से की हुई यह वापसी चीन की क्षमता साबित कर रही है, ऐसा दावा भी इस अखबार ने किया था। जरूरत पड़ने पर चीन पुनः उतनी ही तेज़ी से इस क्षेत्र में तैनाती कर सकेगा, ऐसा ग्लोबल टाइम्स ने जताया है। लेकिन भारतीय सेना चीन की इस वापसी की ओर बहुत ही सावधानी से देख रही है। इस कारण चीन ने यदि पुनः इस क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की, तो उसका जवाब देने की पूरी सिद्धता भारतीय सेना ने रखी है, ऐसा यकीन दिलाया जा रहा है । उसी समय, चीन के लष्कर की वापसी के बारे में पूरी तरह तसल्ली की जाने वाली है।

लष्कर के नॉर्दन कमांड के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल वाय. के. जोशी ने पँगॉंग सरोवर क्षेत्र की भेंट करके, यहां जारी वापसी की प्रक्रिया का मुआयना किया। पँगॉंग सरोवर क्षेत्र से वापसी करनेवाले चीन ने अभी भी, गोग्रा पहाड़ियाँ, हॉट स्प्रिंग और डेप्सॉंग से वापसी नहीं की है। पहले पँगॉंग सरोवर क्षेत्र से वापसी की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उसके बाद के ४८ घंटों में दोनों देशों के वरिष्ठ लष्करी अधिकारियो की बैठक संपन्न होगी। लद्दाख की एलएसी का विवाद हल करने के लिए दोनों देशों के ‍वरिष्ठ अधिकारियों के बीच संपन्न होने वाली यह ‍१० वीं बैठक होगी।

इस बैठक में गोग्रा पहाड़ियाँ, हॉट स्प्रिंग और डेप्सॉंग से वापसी करने का मुद्दा प्राथमिकता से चर्चा में होगा। चीन का लष्कर इस क्षेत्र से भी वापसी करेगा, ऐसे दावे किए जाते हैं। इस जगह पर अपने जवान तैनात रखकर फिलहाल तो चीन के हाथ कुछ खास लगनेवाला नहीं है। इसपर गौर फरमाकर विश्‍लेषक, चीन इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाने की स्थिति में नहीं है ऐसा बता रहे हैं। उसी समय, अपनी घुसपैठ पर भारत से आई प्रतिक्रिया के कारण हैरान हुए चीन को, वर्तमान स्थिति में भारत को अधिक उकसाना ठीक नहीं होगा, इसका भी पूरा एहसास हुआ है। इसी कारण चीन फिलहाल तो किसी भी प्रकार की उक़साऊ हरकत नहीं करेगा, ऐसा विश्लेषक बता रहे हैं।

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