कोरोना का उद्गम छिपाने के लिए चीन की योजनाबद्ध कोशिशें – आन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजन्सी का दोषारोपण

corona-chinaबीजिंग – पिछले वर्ष में दुनियाभर में हाहाकार मचानेवाले कोरोनावायरस का उद्गम दुनिया के सामने ना आ जायें इसलिए चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुक़ूमत योजनाबद्ध कोशिशें कर रही होने का दोषारोपण आन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजन्सी ने किया है। अमरीका में मुख्यालय होनेवाली ‘असोसिएटेड प्रेस’(एपी) इस न्यूज़ एजन्सी द्वारा कोरोनावायरस के उद्गम की खोज करने के लिए चलायी गई मुहिम में चीन की यंत्रणाओं ने रोड़े उत्पन्न किये, ऐसा सामने आया है। कुछ दिन पहले ही चीन के न्यायालय ने, कोरोनावायरस की जानकारी देनेवाली एक महिला पत्रकार को चार साल की सज़ा सुनाई थी। उसके बाद अब ‘एपी’ की रिपोर्ट सामने आने से, कोरोना के मुद्दे को लेकर चीन के सत्ताधारियों पर होनेवाले आरोपों की पुष्टि हुई दिख रही है।

दुनियाभर में कोरोना मरीज़ों की संख्या आठ करोड़ ३५ लाख के पार गयी होकर, मृतकों की संख्या १८ लाख पर पहुँची है। चीन समेत कुछ अपवादों (एक्सेप्शन) को छोड़कर दुनिया के प्रमुख देशों में कोरोना महामारी की नयी लहर आयी होने की तथा उसका तेज़ी से प्रसार होने की बात सामने आयी है। उसी समय ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनायझेशन’ (डब्ल्यूएचओ) अपना वैद्यकीय पथक चीन में तहकिक़ात के लिए भेजनेवाला है, ऐसा घोषित किया गया है। यह पथक चिनी यंत्रणाओं से कोरोनावायरस की महामारी की अधिक जानकारी हासिल करने की कोशिश करेगा।

corona-chinaइस पृष्ठभूमि पर ‘एपी’ की रिपोर्ट प्रकाशित हुई होने के कारण, चीन की भूमिका के बारे में फिर एक बार सन्देह का कोहरा निर्माण हो रहा है। कोरोना का संक्रमण चीन के वुहानस्थित जानवरों के मार्केट से शुरू हुआ, ऐसा बताया जाता है। इस मार्केट में आये चमगादड़ों के ज़रिये कोरोना का संक्रमण फैला होने की जानकारी सामने आयी थी। जिस प्रजाति के ज़रिये यह संक्रमण फैला, वे चमगादड़ चीन के युनान प्रांतस्थित गुफाओं में पाये जाते हैं। इस बात को मद्देनज़र रखते हुए चीन तथा विदेशों के कुछ संशोधकों ने इन गुफाओं में पाये जानेवाले चमगादड़ों का संशोधन शुरू किया।

‘लेकिन चीन की यंत्रणाओं ने कुछ संशोधकों को यहाँ की गुफाओं तक पहुँचने नहीं दिया। जिन संशोधकों ने संशोधन किया, उनके पास के नमूने तथा अन्य सामग्री जब्त कर दी गयी। चीन के संशोधकों द्वारा किया गया संशोधन सरकारी यंत्रणाओं द्वारा बाक़ायदा छिपाकर रखा गया। अधिकृत स्तर पर, चीन की यंत्रणाओं ने हमेशा, संशोधन और अध्ययन जारी है, यही खुलासा कायम रखा होकर, दूसरों को जानकारी देने से इन्कार किया’, ऐसा दावा न्यूज़ एजन्सी ने अपनी रिपोर्ट में किया। ‘एपी’ के पत्रकारों का पथक जब युनान में गया था, तब चिनी पुलीस ने गाड़ी का पीछा किया होने के तथा गुफा में जाने से रोका होने के आरोप उनकी रिपोर्ट में किये गए हैं।

चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के आदेश के अनुसार मार्च महीने में एक स्पेशल टास्क फोर्स की स्थापना की गयी थी। यह टास्क फोर्स, सरकारी यंत्रणा एवं प्रसारमाध्यमों की सहायता से कोरोनावायरस के संदर्भ में होनेवाली जानकारी छिपाने का काम कर रहा है, ऐसा ‘असोसिएटेड प्रेस’ (एपी) की रिपोर्ट में कहा गया है। चीन की विभिन्न संशोधनसंस्थाओं ने अनुदान देकर तैयार की रिपोर्ट्स छिपायीं गयीं होकर, ‘शी झेंगली’ जैसी अग्रसर संशोधिका ने दी जानकारी भी नकारी गयी है।

corona-chinaकोरोनावायरस का उद्गम चीन में न होते हुए, बाहरी देशों में है, यह दिखाने की कोशिशें भी की गयीं हैं। हे कोशिशें यानी चीन द्वारा ज़िम्मेदारी ठुकराने की मुहिम का भाग होने का दावा रिपोर्ट में किया गया है। कोरोनावायरस का उद्गम खोजने के साथ ही, इस महामारी के पहले मरीज़ के बारे में असली जानकारी भी चीन ने छिपायी होने की बात रिपोर्ट में कही गयी है।

इससे पहले अमरीका, युरोपिय देश, ऑस्ट्रेलिया ने, कोरोना का उद्गम चीन में ही होने के आरोप करके, चीन के सत्ताधारी उसकी ज़िम्मेदारी का स्वीकार करें, ऐसी माँग की थी। ये आरोप राजनीतिक हेतु से प्रेरित होने का दावा चीन द्वारा किया जा रहा था। लेकिन ‘असोसिएटेड प्रेस’ जैसी ख्यातनाम न्यूज़ एजन्सी ने प्रकाशित की रिपोर्ट चीन को अलग-थलग करनेवाला है।

कुछ दिन पहले जापान के उपरक्षामंत्री नाकायामा ने भी, चीन तथा जागतिक स्वास्थ्य संगठन कोरोना के बारे में सारी जानकारी साझा करें, सारी दुनिया इसकी प्रतीक्षा कर रही है, ऐसा सुनाया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.