भारत विरोधी गतिविधियों के लिए म्यानमार में आतंकी गुटों को चीन-पाकिस्तान की सहायता

नेप्यितौ – थायलैंड के सुरक्षा यंत्रणाओं ने पिछले महीने में बरामद किया हुआ हथियारों का ज़खीरा भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल होना था, ऐसी सनसनीखेज़ जानकारी सामने आयी है। इस मामले में थायलैंड और म्यानमार की सुरक्षा यंत्रणाओं ने संयुक्त कार्रवाई करके छह लोगों को गिरफ़्तार किया है और इसमें पाकिस्तानी वंश के दो लोग भी शामिल हैं। म्यानमार एवं थायलैंड में चीन ने पाकिस्तानी गुप्तचर यंत्रणा आयएसआय की सहायता से जाल बिछाया है और इसका इस्तेमाल इसी क्षेत्र में भारत के हितसंबंधों के विरोध में करने की योजना होने का दावा किया गया है। कुछ दिन पहले ही म्यानमार के सेनाप्रमुख ने, देश में मौजूद आतंकी संगठनों को चीन की सहायता प्राप्त हो रही है, यह आरोप किया था।

China-pakistan-myanmanr-1पिछले महीने में म्यानमार सीमा के नज़दीक थायलैंड के ‘माए सोत’ शहर में चिनी बनावट के हथियारों का बड़ा ज़खीरा बरामद किया गया है। हथियारों के इस भंड़ार में ग्रेनेड लौंचर्स, राकेटस्‌, ऑटोमेटिक असॉल्ट रायफल्स एवं मशीन गन्स का समावेश था। इस मामले में थायलैंड की यंत्रणाओं ने दो थाई नागरिकों को गिरफ़्त में लिया था। इसके कुछ दिनों बाद, म्यानमार के कॅरेन प्रांत में स्थित शरणार्थियों के शिविर पर छापा मारकर छह लोगों को हिरासत में लिया गया। इनमें दो लोग पाकिस्तानी वंश के हैं।

गुप्तचर यंत्रणाओं ने थायलैंड के शहर में बरामद किया हुआ चिनी हथियारों का भंड़ार म्यानमार के आतंकी संगठनों के लिए भेजा गया था, यह भी अब स्पष्ट हुआ है। म्यानमार के राखिन प्रांत में कार्यरत ‘आकारान आर्मी’ एवं ‘आराकान रोहिंग्या सॅल्वेशन आर्मी’ इन दोनों आतंकी संगठनों के लिए ये हथियार भेजे जाने थे। इन संगठनों ने बांग्लादेश एवं भारत के सरहदी क्षेत्र में आतंकी गतिविधियाँ एवं तबाही मचाने के लिए, अड्डा बनाया होने की बात पहले ही सामने आयी है। बांग्लादेश-म्यानमार सीमा पर रोहिंग्या शरणार्थी एवं बांगलादेश में स्थित आतंकी संगठन, म्यानमार के आतंकी गुटों की सहायता कर रहे हैं, यह बात भी कही जा रही है। ऐसा पूरा जाल बनाने के लिए चीन ने पाकिस्तान से मदत प्राप्त की है और पाकिस्तान की ‘आयएसआय’ का भी इसमें सक्रिय सहभाग है।

China-pakistan-myanmanr-1भारत ने म्यानमार के साथ आगे आग्नेय एशिया के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए ‘कलादन मल्टी मोडल प्रोजेक्ट’ शुरू किया है। इसके तहत भारतीय सीमा पर एवं म्यानमार में बुनियादी सुविधाओं का विकास करने के लिए कई परियोजनाएँ शुरू की गई हैं। इस वज़ह से भारत का म्यानमार में प्रभाव बढ़ रहा हैं और यह बात चीन को काफ़ी परेशान कर रही है। भारत का प्रभाव कम करने के लिए चीन ने म्यानमार में स्थित आतंकी गुटों को पकड़ा हैं और उनके माध्यम से भारतीय परियोजनाओं पर हमलें किए जा रहे हैं। इसके लिए पाकिस्तानी गुप्तचर यंत्रणा ने बांगलादेश एवं थायलैंड में बनाए नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा रहा है।

थायलैंड में बरामद किया गया हथियारों का ज़खीरा और उसके बाद की गई कार्रवाई से इसकी स्पष्ट रूप से पुष्टि हुई है। ईशान्य भारत में सक्रिय दिख रहें आतंकी एवं बागी संगठनों को पाकिस्तान सहायता प्रदान कर रहा है, यह बात पहले ही सामने आयी थी। लेकिन अब अन्य देशों में स्थित भारतीय हितसंबंधों को नुकसान पहुँचाने के लिए चीन और पाकिस्तान ने मिलीभगत की हुई रही है। यह बात भारतीय यंत्रणाओं की चिंता अधिक ही बढ़ानेवाली साबित होती है।

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