अमरिका के मिसाइल परीक्षण पर चीन को आपत्ति

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/बीजिंग/मॉस्को: अमरिका के रक्षादल ने सोमवार को मध्यम दूरी के क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है| अमरिका के इस मिसाइल परीक्षण पर रशिया से भी अधिक चीन ने क्रोध व्यक्त किया है| अमरिका के इस मिसाइल परीक्षण से शस्त्र स्पर्धा भडकेगी और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा संकट में आएगी, ऐसी आलोचना चीन के विदेश मंत्रालय ने की है| तथा अमरिका मिसाइल निर्माण क्षेत्र में अपनी गतिविधियों पर मर्यादा रखें, ऐसी मांग चीन की है|

कैलिफोर्निया प्रांत में ‘सैन निकोलस’ नौसेना अड्डे से मध्यम दूरी के क्रूज मिसाइल दागने की जानकारी अमरिका के रक्षा मंत्रालय ने दी है| लगभग ५०० किलोमीटर अंतर पर तय किया लक्ष्य इस मिसाइल ने अचूक रूप से भेदने की घोषणा रक्षा मंत्रालय ने की है| साथ ही इसके परीक्षण फोटो एवं वीडियो प्रसिद्ध हुए हैं| तथा इस परीक्षण के अनुभव का उपयोग अंतर खंडीय मिसाइलों की क्षमता विकसित करने के लिए किया जाएगा, ऐसी जानकारी अमरिका के रक्षा मंत्रालय ने दी है|

अमरिकी जनता इस परीक्षण का स्वागत कर रही है और सोशल मीडिया पर अमरिकी नागरिक इस पर समाधान व्यक्त कर रहे हैं| पर चीन और रशिया ने अमरिका के मिसाइल परीक्षण पर आक्षेप लिया है| मिसाइलों के निर्माण के लिए अमरिका ने अपने साथ करार से वापसी करने की आलोचना रशिया के उपविदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने की है| रशिया के साथ ‘इंटरमीजिएट रेंज न्यूक्लियर फोर्सस’ (आईएनएफ) करार के अंतर्गत क्रूज़ मिसाइलों के परीक्षण पर बंदी लाई थी| इसकी याद रशिया के उपविदेशमंत्री ने दिलाई है|

तथा चीन ने अमरिका के इन मिसाइल परीक्षण पर आलोचना की है| अमरिका के यह मिसाइल परीक्षण लष्करी तनाव बढ़ा रहे हैं और इसका अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है| इसकी वजह से दुनियाभर में शस्त्रस्पर्धा भड़क सकती है, ऐसी चिंता चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने व्यक्त की है| तथा अपने लष्करी वर्चस्व को कायम रखने के लिए अमरिका ने रशिया के साथ आईएनएफ करार से वापसी करने का आरोप किया है| अमरिका ने शीत युद्ध की मानसिकता से बाहर निकले और जागतिक सुरक्षा के लिए अपने मिसाइलों के निर्माण पर मर्यादा रखें, ऐसा आवाहन चीन के विदेश मंत्रालय ने किया है|

आईएनएफ करार से अमरिका ने कुछ हफ्तों पहले वापसी की थी| रशिया के साथ यह करार कालग्रस्त ठहरा है और रशिया ने कभी भी इस करार का पालन नहीं किया था, ऐसा आरोप ट्रम्प प्रशासन ने किया था| रशिया के साथ चीन भी क्रूज बैलेस्टिक मिसाइलों का निर्माण कर रहा है| अमरिका इस मोर्चे पर पीछे हो रही है| ऐसा कहते हुए आनेवाले समय में अमरिका को यह आसान नहीं हो सकता, ऐसा ट्रम्प प्रशासन का कहना था|

इसीलिए अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को सबसे अधिक प्राथमिकता देते हुए लंबी दूरी के मिसाइल विकसित करने की घोषणा अमरिका के रक्षा मंत्रालय ने की थी| आनेवाले समय में आईएनएफ करार अगर करना है, तो केवल रशिया ही नहीं बल्कि चीन भी इसमें शामिल होना चाहिए, अन्यथा इस करार को कोई अर्थ नहीं है, ऐसा अमरिका ने सूचित किया है|

इस पृष्ठभूमि पर अमरिका के क्रूज मिसाइलों के परीक्षण पर रशिया और चीन ने की आलोचना ध्यान केंद्रित कर रही है|

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