लिपुलेख में भारत ने किए अस्थायी निर्माण कार्य पर चीन ने ज़ताई आपत्ति

नई दिल्ली – उत्तराखंड़ के लिपुलेख के सरहदी क्षेत्र में भारत ने किए अस्थायी निर्माण कार्य पर चीन की सेना ने आपत्ति ज़ताई है। इससे पहले लिपुलेख की खाई तक भारत ने विकसित किए ‘कैलास मानसरोवर लिंक’ रोड़ पर नेपाल ने आपत्ति जताई थी और यह इलाका अपने क्षेत्र में दिखानेवाला नया नक्शा भी तैयार किया था। नेपाल को यह हरकत करने के लिए चीन ने ही बहकाया होगा, यह दावा विश्‍लेषक कर रहें हैं। अब चीन कैलास मानसरोवर के यात्री एवं चीन जानेवाले ब्यापारियों के विश्राम के लिए किए गए अस्थायी निर्माण कार्य को खुले आम विरोध कर रहा है। लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव बना हैं और ऐसें में दोनों देशों के वरिष्ठ सेना अधिकारी बातचीत होनी हैं। इससे पहले भारत पर दबाव बढ़ाने के लिए चीन अब ‘लिपुलेख’ में नया मोरचा खोलने की तैयारी में होने की बात दिख रही है।

जब से भारत ने लिपुलेख तक के नए रास्ते का निर्माण किया है, तब से चीन ने इस इलाके में उकसानेवाली हरकतें करना शुरू किया है। चीन की सेना ने इस इलाके में किए गए जिस अस्थायी निर्माण कार्य पर आपत्ति ज़ताई है, वह निर्माण कार्य भारतीय सीमा में ८०० मीटर अंदरूनी इलाके में किया गया है। लिपुलेख से चीन में आवाज़ाही करनेवाले ब्यापारी और यात्रियों के विश्राम के लिए यह निर्माण कार्य किया गया है। लेकिन, बुधवार के दिन चीन की सेना ने इस निर्माण कार्य पर विरोध जताया। सीमा पर चीन की सेना ने झंड़ा भी फहराया और यह निर्माण कार्य हटाने की माँग भी की। चीन ने अपनी सीमा में मात्र २५० मीटर दूरी पर कई उपकरण लगाए हैं और कुछ अस्थायी निर्माण कार्य भी किया है। लेकिन, भारत के निर्माण कार्य पर चीन आपत्ति जता रहा हैं।

दोनों देशों में विवाद ना होनेवाले इलाक़ों के संदर्भ में भी चीन अब विवाद उत्पन्न करने की कोशिश कर रहा है। चीन ने अपने क्षेत्र में विकास किया है। लेकिन अब भारत सीमा तक रास्ता बनाने के बाद, भारत स्थानीय नागरिक, यात्री और सुरक्षाबलों के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाओं का निर्माण कर रहा है, यह चीन की बेचैनी के पीछे का कारण है, ऐसा एक लष्करी अधिकारी न कहा है। साथ ही, लिपुलेख में चीन कता रहे ऐतराज़ के समय पर भी प्रश्न उपस्थित हो रहा है। लद्दाख में बनें तनाव को लेकर उच्चस्तरीय चर्चा होने जा रही है; ऐसे में चीन लिपुलेख के निर्माणकार्यों का विरोध करके भारत पर दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।

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