तैवान पर आक्रमण की तैयारी के लिए चीन का ‘लाइव फायर ड्रिल’

Third World War

बीजिंग – ‘नए युद्धाभ्यास का मुख्य उद्देश्य तैवान के विघटनवादियों को स्पष्ट चेतावनी देना यही है।चीन के हवाई दल और नौसेना ने इसके पहले भी तैवान को लक्ष्य बनाकर अभ्यास किया है।इस बार किया गया अभ्यास उसमें बढ़ोत्तरी करेगा और तैवान के विघटनवादियों पर दबाव निर्माण करने की कोशिश है’, इन शब्दों में चीन के लष्करी विश्लेषकों ने ईस्ट चाइना सी में शुरू हुए नए अभ्यास को लेकर तैवान को धमकाया है।बुधवार से शुरू हुआ अभ्यास ‘लाइव फायर ड्रिल’ प्रकार का है और उसके लिए झेजिआन्ग प्रान्त के पास की हवाई सीमा भी बंद की गई है।

पिछले कुछ महीनों से चीन और तैवान के बीच का तनाव अधिक तीव्र होता जा रहा है।अमरिका ने तैवान के बारे में मंजूर किया हुआ कानून, तैवान में शुरू किया दूतावास और वरिष्ठ राजनीतिक अधिकारियों की मुलाकात इस वजह से चीन बहुत भडक गया है।एक तरफ अमरिका की तरफ से बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा है और ऐसे में तैवान के सत्ताधारियों ने भी आक्रामक नीति अपनाई है और रक्षा सज्जता के लिए तेजी से कदम उठान शुरू किया है।मंगलवार को तैवान ने अमरिका की तरफ से ख़रीदे गए ‘अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर्स’ का नया पथक कार्यान्वित किया था।

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इस पृष्ठभूमि पर, चीन ने बुधवार से छः दिनों का व्यापक युद्धाभ्यास शुरू किया है और वह सोमवार तक जारी रहने वाला है।इस अभ्यास के लिए चीन ने झेजिआंग प्रान्त के पास स्थित समुद्री क्षेत्र का लगभग तैवान के आकार का इलाका आरक्षित रखा है।इस अभ्यास में चीन का लष्कर, नौसेना और हवाई दल भी शामिल हुआ है और समुद्री संघर्ष पर जोर दिया है।

पिछले महीने में ही अमरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने चीन का दौरा किया था।उस समय, साउथ चाइना सी और तैवान के बारे में चीन अपनी भूमिका पर कायम है।चीन अपने सार्वभौम और क्षेत्रीय अखंडता के बारे में समझौता नहीं करेगा। यहाँ की एक इंच की जमीन पर भी चीन अन्य किसी का वर्चस्व मान्य नहीं करेगा, इन शब्दों में चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने तैवान के मुद्दे पर चेतावनी दी थी।

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