चीन के रक्षाखर्च में सात प्रतिशत बढ़त; नौसेना और हवाई क्षेत्र पर सबसे अधिक खर्च

बीजिंग, दि. ५ : चीन की संप्रभुता की सुरक्षा के मसलो को अधोरेखित करते हुए, नौसेना तथा हवाई क्षेत्र के खर्चे में बढ़ोतरी करने की घोषणा चीन के प्रधानमंत्री ‘ली केकियांग’ ने की| साथ ही, तैवान की स्वतंत्रता के लिए शुरू कोशिशों का चीन दृढ़तापूर्वक विरोध करेगा, ऐसी फ़टकार भी प्रधानमंत्री केकियांग ने लगायी| इसी दौरान, चीन ने हर बार की तरह अपने रक्षाखर्च की जानकारी गोपनीय रखी है| ‘साऊथ चायना सी’ में अमरीका की बढ़ती सैनिकी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर, चीन द्वारा रक्षाखर्च में बढ़ोतरी होना अपेक्षित था|

रक्षाखर्चपिछले दो दिनों से चल रहे, चीन के संसद अधिवेशन पर दुनियाभर के निरीक्षकों की नज़रें गड़ी हुई थीं| अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने स्वीकारी हुई व्यापारी और सैनिकी नीति के कारण अमरीका-चीन संबंधों में तनाव निर्माण हो चुका था| व्यापार, तैवान, ‘साऊथ चायना सी’ समेत अन्य कई मुद्दों पर अमरीका और चीन में काफी तनाव था| इस पृष्ठभूमि पर, चीन की व्यापारसंबधी नीति, आनेवाले वित्तीय वर्ष का विकासदर और रक्षाखर्चे की घोषणा दुनियाभर के निरीक्षकों की नज़रे जमी हुई थीं|

पिछले कुछ सालों से अपनाये गये रूझान को ध्यान में रखते हुए, चीन के रक्षाखर्चे में बड़ी बढ़ोत्तरी अपेक्षित थी| चीन की संप्रभुता को दूसरे देशों से मिल रही चुनौती की पृष्ठभूमि पर, रक्षाखर्च में बढ़ोत्तरी करने के संकेत चीन संसद के प्रवक्ता ‘फू यिंग’ ने दिए थे| उसके अनुसार, चीन के प्रधानमंत्री केकियांग ने नौदल और हवाईदल के खर्चे में बढ़ोत्तरी करने की घोषणा की| लेकिन रक्षाखर्चे में कुल मिलाकर सात प्रतिशत की बढ़ोत्तरी उम्मीद से बहुत ही कम होने का दावा आंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ कर रहे हैं|

रक्षाखर्चनौदल और हवाईदल के लिए कितना प्रावधान किया गया है अथवा कौनसे हथियारों पर खर्च होनेवाला है, इसकी जानकारी चीन के प्रधानमंत्री ने खुली नहीं की| साथ ही, पूरे रक्षाखर्चे की जानकारी प्रकाशित करना भी चीन की संसद ने टाल दिया| अपने रक्षाखर्च में पारदर्शकता रखने का दावा चीन द्वारा हर बार किया जाता है| लेकिन चीन अपने रक्षाखर्चे की असली जानकारी खुली नहीं करता, ऐसी आलोचना दुनियाभर से की जाती है|

रविवार को प्रधानमंत्री केकियांग, चीन के रक्षामंत्रालय एवं संसद ने भी रक्षाखर्च के बारे में जानकारी देना टाल दिया| लेकिन चीन के वित्तमंत्रालय ने कुछ ही घंटो पहले जारी की जानकारी के अनुसार, चीन ने रक्षा के लिए १५१ अरब डॉलर्स का प्रावधान किया है, यह स्पष्ट हुआ है|

कुछ दिनों पहले, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने काँग्रेस में किए भाषण में, रक्षाखर्च में १० प्रतिशत बढ़ोत्तरी की घोषणा की थी| अमरीका के रक्षाखर्च में अब तक की यह सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी थी| अमरीका के रक्षाखर्चे में बड़ा निवेश विमानवाहक युद्धपोत, विध्वंसकपोत और पनडुब्बियों के निर्माण के लिए होने का दावा किया जाता है| साथ ही, एशिया-प्रशांत क्षेत्र की गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने यह बढ़ोत्तरी की, ऐसा भी कहा जाता है|

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