‘एलएसी’ पर लष्करी तैनाती करके चीन ने तनाव बढ़ाया

नई दिल्ली – चीन ने भारत की सीमा पर ६० हज़ार सैनिकों की तैनाती की है। ऐसी स्थिति में दोनों देशों में युद्ध भड़का तो अमरीका हर तरह की सहायता भारत को प्रदान करेगी, यह बयान अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने किया है। साथ ही चीन ने भारत की सरहदी क्षेत्र के करीब तिब्बत के क्षेत्र में अतिरिक्त ३० हज़ार सैनिकों की तैनाती करके बड़ी मात्रा में हथियार और रक्षा सामान का जमावड़ा किया होने के समाचार प्राप्त हो रहे हैं। चीन की यह गतिविधियां भारत पर मानसिक दबाव बनाने की चाल होने की कड़ी संभावना होने की बात कही जा रही है। साथ ही चीन ‘एलएसी’ पर भारतीय सैनिकों से हुआ अपमान धोने के लिए नई हरकत करने की संभावना से भी विश्‍लेषकों ने इन्कार नहीं किया है। लेकिन, चीन की यह गतिविधियां और चालों का पूरा अहसास रखनेवाले भारतीय रक्षाबलों ने लद्दाख की ‘एलएसी’ पर जोरदार तैयारी करके भारत की युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार होने के इशारे चीन को दिए हैं।

अमरिकी माध्यमों से की गई बातचीत के दौरान विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने जापान में हुई ‘क्वाड़’ की बैठक में भारतीय विदेशमंत्री से की बातचीत का दाखिला दिया। सभी क्षेत्रों में आक्रामकता दिखा रहे चीन ने भारत से जुड़ी सीमा पर ६० हज़ार सैनिकों को रखा है, यह बयान पोम्पिओ ने किया। चीन के इस जंगी रवैये से अपने मित्रदेशों के लिए बने खतरों का अहसास अमरीका को है। भारत और चीन के बीच युद्ध भड़का तो अमरीका यकीनन भारत को पूरी तरह से सहायता करेगी, यह संदेश अमरिकी विदेशमंत्री ने माध्यमों से की बातचीत के दौरान प्रदान किया। जल्द ही भारत और अमरीका के विदेश और रक्षामंत्रियों की टू-प्लस-टू चर्चा होगी। इस चर्चा से पहले विदेशमंत्री पोम्पिओ ने अमरीका की भूमिका स्पष्ट करके चीन पर और दबाव बढ़ाया है।

लद्दाख की ‘एलएसी’ पर कड़ी ठंड़ में चीनी सैनिक परेशान हो रहे हैं और अब तक कई चीनी सैनिक बीमार पड़ने का समाचार है। इससे संबंधित समाचार सार्वजनिक ना हो, इसलिए चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत कड़ी कोशिश कर रही है। फिर भी यह समाचार विश्‍व से छुपे नहीं रह सके हैं। लद्दाख की ‘एलएसी’ पर भारत की तैयारी देखकर चीनी सेना को आगे बढ़ना संभव नहीं रहा है। साथ ही ‘एलएसी’ पर जारी यह संघर्ष चीन की राष्ट्रीय प्रतिष्ठा का विषय बना है और अब पीछे हटना भी चीन के लिए कठिन हो गया है।

विशेष तौर पर गलवान की घाटी में चीन ने किए विश्‍वासघाती हमले की वजह से गुस्सा हुआ भारत अब इस बार चीन को कोई भी सहुलियत देने के लिए तैयार नही हैं। उल्टा लगातार उकसानेवाली हरकत कर रहें चीन को सबक सिखाने के इरादों से भारतीय सेना और वायुसेना ने अपनी तैयारी बढ़ाना जारी रखा हैं। ‘एलएसी’ पर भारतीय वायुसेना की आक्रामक गतिविधियां चीन की चिंता बढ़ा रही हैं। इस पृष्ठभूमि पर तिब्बत के क्षेत्र में अधिक तैनाती करके चीन इस समस्या का अपने तरीके से हल निकालने की कोशिश कर रहा हैं।

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