लदाख में चीन के बढ़ते प्रभाव का भारत को खतरा – अमरिका के अभ्यासकों की स्पष्ट चेतावनी

वॉशिंग्टन: ‘लदाख के सीमा इलाके में चीन नियोजनबद्ध तरीके से अपना प्रभाव बढ़ा रहा है| इससे भारत को बहुत बड़ा खतरा संभव है| इसीलिए देर होने से पहले ही भारत चीन के लदाख के प्रभाव को कम कर दे’, ऐसी चेतावनी अमरिका के ‘गेटवे हाउस’ नाम के अभ्यास समूह ने दी है| लदाख में चीनी सैनिकों कर रहे घुसपैठ का सामना भारतीय सेना कर रही है| लेकिन धार्मिक और सांस्कृतिक स्तर पर चीन बढ़ा रहा प्रभाव भी भारत के लिए उतना ही खतरनाक है’, ऐसी इस अभ्यास समूह के निदेशक ने चेतावनी दी है|

लदाख, चीन, बढ़ते प्रभाव, भारत, खतरा, चेतावनी, अमरिका, अभ्यास समूह‘गेटवे हाउस’ इस अभ्यास समूह के ‘सेंटर फॉर इंटरनेशनल सिक्युरिटी’ इस विभाग के निदेशक समीर पाटिल ने एक लेख में चीन के संभावित खतरे की जानकारी दी है| दो महीनों पहले मैंने लदाख का दौरा किया था, ऐसा कहकर उन्होंने इस लेख में अपना निरिक्षण दर्ज किया है| लदाख में बौध धर्मियों के प्रार्थना स्थल हैं और सीमा के पास स्थित इन उपेक्षित प्रार्थनास्थलों के देखभाल के के लिए चीन निधि दे रहा है| साथ ही यहॉं के पंथिय विसंवाद का लाभ उठाकर चीन ने इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाया है| ऊपर ऊपर से यह सामान्य बात लगती है, लेकिन इसके पीछे चीन का भयंकर षडयंत्र है और भारत ने समय पर ही इसकी दखल नहीं ली तो उससे बहुत बड़ा खतरा हो सकता है, ऐसा पाटिल ने अपने लेख में कहा है|

चीन की यह कोशिशें पिछले २० सालों से शुरू हैं| लदाख में चीन की सीमा के पास बौद्ध धर्मियों के प्रार्थना स्थल हैं और इसमें से बहुत से आज तक उपेक्षित रहे थे| इसीका लाभ उठाकर चीन ने कला और संस्कृति का पुरस्कार करने के नाम पर इन जगहों पर अपना समर्थन करने वालों को उत्तेजन दिया है| उनके द्वारा चीन इस जगह पर अपना प्रभाव बढ़ा रहा है, ऐसी चेतावनी पाटिल ने है| चीन इन जगहों के धर्मस्थलों को कर्ज दे रहा है और इसकी वापसी करना मुमकिन नहीं हुआ तो उनको अपने नियंत्रण में ला रहा है, ऐसा दावा पाटिल ने किया है|

ऐसा ही षडयंत्र रचकर चीन ने कैलास परिसर में ड्रोपका समुदाय के प्रार्थनास्थल को कब्जे में लिया था, ऐसा पाटिल ने कहा है| चीन का यह मॉडल सिर्फ लदाख तक सिमीत नहीं है, ऐसी चेतावनी पाटिल ने दी है| दौरान, भारत के इतिहास में लदाख को बहुत बड़ा महत्व है, ऐसा कहकर तिब्बतन और मंगोल आक्रामकों से लदाख ने भारत का रक्षण किया था, इसका प्रमाण पाटिल ने दिया है| साथ ही वर्तमान में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगीट बाल्टिस्तान और चीन के कब्जे वाले अक्साई चीन के बीच लदाख है| इस वजह से सामरिक दृष्टिकोण से लदाख भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है| इसीलिए भारत ने लदाख में चीन के बढ़ते प्रभाव की तरफ गंभीरता से देखना आवश्यक है, ऐसा दावा समीर पाटिल ने किया है|

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