चीन के आरक्षित भंड़ार का चार प्रतिशत सोना ‘नकली’

बीजिंग – चीन के आरक्षित सोने के भंड़ार का ८३ टन यानी कम से कम चार प्रतिशत सोना नकली है, यह दावा किया गया है। चीन की सेना से संबंधित और सोने के बाज़ार का हिस्सा होनेवाले प्रमुख निजी कंपनियों में से एक ‘वुहान किनगोल्ड ज्वेलरी इन्क.’ ने नकली सोने के आधार पर करीबन २.८ अरब डॉलर्स की राशी जमा की है। इस कंपनी ने गिरवी रखा सोना असल में सिर्फ गिल्डेड़ कॉपर होने की बात सामने आयी है। चीन की ‘कैशिन’ और अमरीका की ‘झिरो हेज’ इन वेबसाईटस्‌ ने इससे संबंधित समचार जारी किया है और चीन की अन्य कंपनियों में भी इस प्रकार के घोटाले हुए होंगे, यह दावा किया है।

China-Goldकोरोना वायरस की महामारी का उद्गमस्थान बनें चीन के वुहान शहर में ही सोने का नया घोटाला सामने आया है। ‘वुहान किनगोल्ड ज्वेलरी इन्क.’ इस कंपनी ने पिछले पाँच वर्षों में अपना सोना गिरवी रखकर २.८ अरब डॉलर्स का कर्ज़ा उठाया था। कुछ महीने पहले इस कंपनी को कर्ज़ देनेवालों में से ‘डोंगुआन ट्रस्ट बैंक’ ने कर्ज़ की वसुली करने के लिए सोने की बिक्री करने का निर्णय किया। इस दौरान ‘वुहान किनगोल्ड ज्वेलरी इन्क’ ने गिरवी रखा सोना नकली होने की बात सामने आयी। कंपनी ने गिरवी रखा सोना यानी असल में सिर्फ सोने का मुलम्मा चढ़ाये हुए ‘कॉपर बार्स’ होने की बात देखी गई है।

इस घटना के बाद ‘वुहान किनगोल्ड ज्वेलरी इन्क.’ को कर्ज़ देनेवाली अन्य वित्तसंस्थाएँ भी इस झटके से जाग उठीं हैं। इनमें से कुछ संस्थाओं को प्रत्यक्ष रूप में सोना देने से भी कंपनी ने इन्कार किया था, ऐसा कहा जा रहा है। इस कारण, इस कंपनी के पास सच में सोने का भंड़ारण है या नहीं, यही सवाल खड़ा हुआ है। इसी बीच इस कंपनी की पृष्ठभूमि भी ग़ौरतलब साबित हुई है।

चीन की ‘पिपल्स लिब्रेशन आर्मी’ से सेवानिवृत्त हुए लष्करी अधिकारी जिया झीहोंग ने, सन २००२ में ‘वुहान किनगोल्ड ज्वेलरी इन्क.’ कंपनी गठित की थी। चीन के सोने के बाज़ार में हुबेई प्रांत की सबसे बड़ी निजी कंपनी के तौर पर ‘वुहान किनगोल्ड ज्वेलरी इन्क.’ जानी जाती है। इस कंपनी का, अमरीका के नामांकित शेअर बाज़ार ‘नैस्डेक’ में भी पंज़ीकरण हुआ है। साथ ही, चीन ने स्वतंत्र रूप में स्थापित किए हुए ‘शांघाय गोल्ड एक्सेंज’ में भी इस कंपनी का समावेश हुआ है।

‘वुहान किनगोल्ड ज्वेलरी इन्क.’ ने गिरवी रखें सोने की गारंटी चीन की कुछ बिमा कंपनियों ने स्वीकारी थी। बिमा कंपनियों ने जारी किए सर्टिफिकेट के आधार पर ही वित्तसंस्थाओं ने इस कंपनी को कर्ज़ प्रदान किया था। लेकिन, अब सोना ही नकली होने की बात स्पष्ट होने के बाद, अदालत में मामला दर्ज़ किया गया है और ‘वुहान किनगोल्ड ज्वेलरी इन्क.’ समेत बिमा कंपनियों को भी अपराधी बताया गया है।

China-Goldवित्तसंस्थाओं में गिरवी रखा गया सोना नकली होने की, पिछले पाँच वर्षों के दौरान चीन में हुई यह दूसरीं बड़ी घटना हैं। इससे पहले सन २०१६ में चीन की शांक्सी और हुनान प्रांत में नकली सोने का मामला सामने आया था। इस मामले में कुल १९ वित्तसंस्थाओं में गिरवी रखा गया २.५ अरब डॉलर्स का सोना अशुद्ध होने की बात स्पष्ट हुई थी। उस समय बरामद किए गए ‘गोल्ड़ बार्स’ में टंगस्टन धातु शामिल किया हुआ पाया गया था।

‘वुहान इन्क.’ की घटना के बाद, चीन के सोने का भंड़ार और कुल मिलाकर अर्थव्यवस्था को लेकर ही बड़ा सवाल खड़ा हुआ है। पिछले कुछ वर्षों में चीन की हुकूमत द्वारा बताये गए आर्थिक विकास दरों के आँकड़े, असल से अधिक बताये गए थे, यह स्पष्ट करनेवाली रिपोर्ट भी जारी हुई है। चीन के विश्‍लेषकों ने भी इससे संबंधित चौकानेवाले दावे किए हैं। चीन का सोने का भंड़ार और इसके बारे में सरकार से प्रदान हो रही जानकारी पर भी विदेशी विशेषज्ञों ने लगातार आशंका व्यक्त की हैं। चीन की वित्तसंस्थाओं द्वारा घोषित किये गए कर्ज़ के आँकड़े यानी सिर्फ बुलबुलें होने की चेतावनियाँ भी दी गयीं हैं।

नकली सोने का मामला इन चेतावनियों में होनेवाली सच्चाई की पुष्टी करनेवाला साबित हुआ है। इससे महासत्ता होने के दावे करनेवाले चीन ने खड़ा किया हुआ विशाल आर्थिक दिखावा, वास्तव में खोंखला होने के स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

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