चीन के सामने एक ही समय पर कई चुनौतियां एवं खतरे – राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग: चीन को एक ही समय पर अनेक खतरे एवं चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है| जिसकी वजह से आनेवाला समय चीन के लिए संघर्ष पूर्ण होनेवाला है, ऐसा चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने कहा है| इन चुनौतियों में वित्त व्यवस्था, सुरक्षा, हॉंगकॉंग, तैवान का उल्लेख करते हुए राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने दीर्घकालीन संघर्ष के लिए तैयार रहने का संदेश कम्युनिस्ट पक्ष के कैडर को दिया हैं| जल्द ही चीन में एकाधिकारशाही होनेवाले कम्युनिस्ट पक्ष की महत्वपूर्ण बैठक हो रही है| इसकी पूर्व तैयारी के तौर पर राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग यह संदेश देते दिखाई दे रहे हैं|

चीन की राज्यक्रांति के प्रणेता माओ त्से तुंग के बाद चीन के सभी अधिकार हाथ में रखनेवाले एक ऐसी राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग की पहचान है| उनके हाथ कम्युनिस्ट पक्ष के साथ चीन के प्रशासन के सारे सूत्र जुड़े हुए हैं| अपने निकटतम सभी राजनैतिक स्पर्धकों को अलग-अलग मार्ग से दूर करने में जिनपिंग को सफलता मिली थी| पर उनके कार्यकाल में चीन के सामने चुनौतियों में बड़े तादाद में बढ़ोतरी हो रही है| अमरिका ने चीन के साथ खड़े हुए व्यापार युद्ध चीन के वित्त व्यवस्था पर भयंकर परिणाम करनेवाले ठहरे हैं| इसकी वजह से साउथ चाइना सी क्षेत्र में चीन के वर्चस्व को अमरिका एवं पाश्चात्य देश खुलेआम चुनौती देने लगे हैं| इतना ही नहीं बल्कि तैवान अपना ही भूभाग होने का दावा करनेवाले चीन को तैवान से कड़ी प्रतिक्रिया मिल रही है| अमरिका खुलेआम लष्करी सहायता कर रहा है| हॉंगकॉंग में चीन विरोधी प्रदर्शन की तीव्रता बढ़ती जा रही है| जिससे चीन को जबरदस्त झटका लग रहा है|

इनमें कई चुनौतियां एवं खतरों का सीधा तथा कई लोगों ने अप्रत्यक्ष उल्लेख करते हुए चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने देश के सामने एक ही समय पर अनेक संकट खड़े होने का एहसास दिलाया है| कम्युनिस्ट पक्ष के नए कैडर को संदेश देते हुए आखिर में विजय चीन का ही होगा, फिर भी आनेवाला समय कठिन संघर्ष का होगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने सूचित किया है| इसीलिए इस संघर्ष का सामना करने के लिए कम्युनिस्ट पक्ष के युवा सदस्य तैयार रहें और इसके लिए आक्रामक वृत्ति होनी चाहिए, ऐसा आवाहन राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने किया है| उस समय चीन के सामने खड़े चुनौतियों में अंतर्गत राजनीति का भी समावेश होने की बात जिनपिंग ने कही है|

चीन की अधिकृत वृत्तसंस्था ने राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने दिए संदेश का वृत्त दिया है| अंतरराष्ट्रीय माध्यमों ने यह खबर उठाएं धरी है| जिनपिंग की इस चुनौती को पृष्ठभूमि है ऐसा अंतरराष्ट्रीय माध्यम सृष्टि का कहना है| १ अक्टूबर के रोज चीन की कम्युनिस्ट राज्यक्रांति को ७० वर्ष पूर्ण हो रहे हैं| इस निमित्त से बड़ा समारोह होनेवाला है और लष्करी संचलन संपन्न होनेवाला है| उस समय कम्युनिस्ट पक्ष की महत्वपूर्ण बैठक होगी| इसकी पूर्व तैयारी राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने शुरू की है और आनेवाले समय में वे राजनैतिक स्थिरता चीन के लिए अत्यावश्यक होने की बात जोर देकर कहने लगे हैं|

चीन के राष्ट्राध्यक्षपद हमेशा के लिए रखनेवाले जिनपिंग इस राजनैतिक स्थिरता का समर्थन करना यह स्वाभाविक बात है| पर वित्त व्यवस्था की गिरावट शुरू होते समय एवं अमरिका अधिक आक्रामक होते समय अपना राष्ट्राध्यक्षपद सुस्थिति में रखना जिनपिंग इनके लिए कठिन होने की बात इससे एक बार फिर से स्पष्ट हो रही है|

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