हॉंगकॉंग के प्रदर्शनकारियों को पश्‍चिमी देशों से प्राप्त हो रहे समर्थन पर चीन की आलोचना

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग/हॉंगकॉंग: हॉंगकॉंग चीन का हिस्सा है और वहां पर हो रही घटना हमारा अंतर्गत मामला है| इस वजह से अन्य देशों द्वारा चीन के अंतर्गत कामकाज में हस्तक्षेप करने की हो रही कोशिश का हम स्पष्ट शब्दों में निषेध करते हैं| इन शब्दों में चीन के विदेश मंत्रालय ने हॉंगकॉंग के प्रदर्शनों को समर्थन दे रहे पश्‍चिमी देशों को फटकारा है| सोमवार को हॉंगकॉंग में हुए प्रदर्शन में आंदोलको ने सीधे विधि मंडल में घुसकर तोड़फोड़ की थी| इन आंदोलको पर की गई कार्रवाई पर अमरिका, यूरोपीय महासंघ एवं ब्रिटेन ने कडे शब्दों में नाराजगी व्यक्त की है|

ब्रिटेन के कब्जे में होनेवाले हॉंगकॉंग का वर्ष १९९७ में चीन को हस्तांतरण किया गया था| तब से हॉंगकॉंग पर चीन का कब्जा होकर यह भाग ‘स्पेशल एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन’ के तौर पर पहचाना जाता है| हॉंगकॉंग का प्रशासन वर्ष १९९७ में हुए करार के अनुसार ‘वन कंट्री टू सिस्टम्स’ तत्व पर आधारित है| ब्रिटेन से हॉंगकॉंग चीन के हाथ में देने का दिन ‘हैंडोवर सेरेमनी’ के तौर पर पहचाना जाता है| इस निमित्त से प्रतिवर्ष १ जुलाई के रोज ‘हैंडोवर सेरिमनी’ प्रोग्राम का आयोजन होता है|

इस वर्ष हैंडोवर सेरिमनी पर हॉंगकॉंग में जनता के उद्रेक की छाया होने से यह कार्यक्रम कुछ तनावपूर्ण वातावरण में हुआ| इस दिन के निमित्त से जनता ने हॉंगकॉंग में चीन समर्थक प्रशासन एवं चीन के हस्तक्षेप के विरोध में होनेवाला असंतोष अत्यंत आक्रामक रूप से व्यक्त किया है| हॉंगकॉंग की स्वायत्तता से इनकार करनेवाले चीन का निषेध करने के लिए जनता रास्ते पर उतरी| इतना ही नहीं बल्कि प्रदर्शनकारियों में युवकों के गुट ने हॉंगकॉंग में चीन समर्थक प्रशासन का प्रतीक होनेवाले विधिमंडल पर भी हल्ला बोला|

आंदोलको ने प्रशासक कैरी लैम के इस्तीफे की मांग करके विधिमंडल में जबरदस्त गड़बड़ी की है| इस दौरान चीन एवं लैम के विरोध में कई घोषणाएं दी गई| विधिमंडल में बेंच पर खड़े रहकर जोर जोर से जनतंत्रशाही की घोषणा दी गई| हॉंगकॉंग के युवकों का यह उद्रेक अबतक के आंदोलनों में सबसे आक्रामक एवं ध्यान केंद्रित करनेवाली घटना होकर इस घटनाने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान केंद्रित किया है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने आंदोलकों पर ध्यान देते हुए प्रदर्शकों को जनतंत्र चाहिए और कई हुकूमतें जनतंत्रशाही के विरोध में है, ऐसी उपरोधित शब्दों में चीन को लक्ष्य किया है| ब्रिटेन के विदेशमंत्री जेरेमी हंट ने चीन को फटकारा है| जनता के अधिकारों पर योग्य ध्यान नहीं दिया तो भयानक परिणाम होंगे, ऐसा सूचित किया है| यूरोपीय महासंघ ने प्रदर्शकों पर हुई कार्रवाई को लक्ष्य करते हुए संयम रखने का आवाहन किया है|

पश्चिमी देशों ने दिया यह समर्थन हॉंगकॉंग के प्रदर्शकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त हुई अहमियत की वजह से चीन के सत्ताधारी प्रशासन में अस्वस्थता निर्माण हुई है| यह अस्वस्थता चीन के प्रसार माध्यम, हॉंगकॉंग में चीन के प्रतिनिधि कार्यालय एवं विदेश विभाग के प्रतिक्रियाओं से स्पष्ट दिखाई दे रही है| हॉंगकॉंग में चीन का प्रतिनिधित्व करनेवाले कार्यालयने हॉंगकॉंग में जनता के आक्रामक प्रदर्शन मतलब चीन के प्रशासन को दी चुनौती होकर, यह सहन नहीं होगी ऐसी चेतावनी दी है| तथा चीन के प्रसार माध्यमों ने हॉंगकॉंग के विधिमंडल में हुई तोड़फोड़ का मुद्दा उठाकर यह घटना कानून की व्यवस्था को कलंक लगानेवाली होने की आलोचना की है|

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गैंग शुआंग ने अमरिका, ब्रिटेन एवं महासंघ ऐसे तीनों के नाम लेकर इन देश बोलते समय योग्य ध्यान दे, ऐसी सलाह दी है| साथ ही हॉंगकॉंग में हस्तक्षेप ना करें और हिंसक घटनाओं का समर्थन करके गलत संदेश देने का प्रयत्न ना करें ऐसी फटकार भी लगाई है|

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