तैवान की सीमा में घुसपैठ करके चीन बायडेन प्रशासन का अंदाज़ा लगा रहा है – अमरिकी विश्‍लेषक गॉर्डन चैंग

बीजिंग/वॉशिंग्टन – राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन अमरीका का नियंत्रण स्वीकार रहे हैं, तभी चीन के लड़ाकू विमान लगातार तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ कर रहे हैं। यह मात्र संजोग नहीं है बल्कि इसके पीछे चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग की साज़िश है। इस घुसपैठ के माध्यम से जिनपिंग राष्ट्राध्यक्ष बायडेन का प्रशासन अपने खिलाफ किस हद तक सख्त भूमिका अपनाएगा, इसका अंदाज़ा लगा रहे हैं, ऐसा इशारा अमरीका में स्थित चीनी वंश के विश्‍लेषक गॉर्डन चैंग ने दिया है।

taiwan-chinaचीन ने बीते सप्ताह से तैवान और भारत के खिलाफ अपनी गतिविधियां अधिक आक्रामक की हैं। तैवान की हवाई सीमा में लड़ाकू विमान, बॉम्बर्स एवं गश्‍त विमानों की चीन ने घुसपैठ करवाई है। साथ ही तैवान की हवाई सीमा के करीबी क्षेत्र में चीन ने युद्धाभ्यास का भी आयोजन किया था। भारत के सिक्कीम की ‘एलएसी’ के करीब भी चीन के सैनिकों ने उकसानेवाली हरकतें करने की खबरें प्रसिद्ध हुई थीं। बीते सप्ताह में ज्यो बायडेन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष पद की शपथ ग्रहण कर रहे थे तभी चीन ने ऐसी आक्रामक गतिविधियां की थीं।

चीन की इन हरकतों का अध्ययन करनेवाले अमरीका स्थित विश्‍लेषक गॉर्डन चैंग ने एक साक्षात्कार के दौरान अहम बात स्पष्ट की। अमरीका के नए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन पहले के राष्ट्राध्यक्ष की तुलना में कितने आक्रामक हैं, चीन इस बात का अनुमान लगा रहा है, यह बयान चैंग ने किया है। वर्ष २०१७ में डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका के राष्ट्राध्यक्षपद की शपथ ग्रहण की थी, उस दौरान चीन ने तैवान की सीमा के करीब इस तरह से युद्धाभ्यास नहीं किया था, यह याद चैंग ने दिलाई है।

taiwan-chinaबीते सप्ताह के शनिवार और रविवार को लगातार दो दिन चीन ने तैवान की हवाई सीमा में युद्धाभ्यास का आयोजन करके राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को परखने की कोशिश की है, ऐसा दावा चैंग ने किया। अमरीका में कई लोग यही बात कह रहे हैं, ऐसा चैंग ने कहा है। चीन ने पहले भी युद्धाभ्यास का आयोजन करके अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष जॉर्ज बुश, बराक ओबामा को परखा था। लेकिन, डोनाल्ड ट्रम्प के विषय में चीन ने ऐसी गलती नहीं की। क्योंकि, चीन ट्रम्प से ड़रा हुआ था, यह बात चैंग ने इस साक्षात्कार के दौरान बयान की।

taiwan-chinaतभी, चीन के एलीट यानी उच्चपदस्थ सार्वजनिक तौर पर बायडेन को हम ड़रते नही हैं, ऐसा कह रहे हैं, इस पर चैंग ने ध्यान आकर्षित किया। इस वजह से बायडेन प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए चीन की हुकूमत की बढ़ती आक्रामकता सबसे अधिक खतरनाक साबित होगी, ऐसा इशारा चैंग ने दिया है।

इसी बीच चीन ने भी तैवान की सीमा में अपने विमानों की घुसपैठ का समर्थन किया है। साथ ही ‘स्वतंत्र तैवान की कोशिश कर रहे गुट आग से खेल रहे हैं और वे इस आग में झुलसेंगे। तैवान की आज़ादी यानी युद्ध का ऐलान है’, इन शब्दों में चीन के रक्षा मंत्रालय ने तैवान के साथ ही अमरीका को भी धमकाया है।

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