चेन्नई के किनारों पर तेलरिसाव का ख़तरा तीव्र

चेन्नई, दि. ३ : पिछले हफ्ते चेन्नई के एन्नोर किनारे के पास दो इंधन से भरे पोतों की एक-दूसरे से टक्कर होने के बाद हुआ तेलरिसाव, अनुमान से दस गुना बड़ा होने की बात सामने आ रही है| इसके कारण एन्नोर किनारा साफसुथरा करने में दो हफ़्तें लग सकते हैं, ऐसी आशंका कोस्ट गार्डस् दल ने जतायी है| इस तेलरिसाव का भीषण नतीजा केवल एन्नोर किनारे पर ही नहीं, बल्कि तमिळनाडू के दूसरे किनारों पर भी दिखाई देने लगा है| इस मामले की गूँजें संसद में भी उठी हैं। गुरुवार के दिन राज्यसभा में यह मसला उठाया गया था|

तेलरिसाव२८ जनवरी को ‘सीएनजी’ लेकर जा रहा ‘एमटी बीडब्ल्यू मेपल’ और पैट्रोलियम ल्युब्रिकन्ट ले जानेवाला ‘एमटी डॉन कांचिपूरम’ ये दो जहाज़ आपस में टकराये थे|  इसके कारण, पोतों में रहनेवाले सैंकड़ों टन तेल का रिसाव हुआ| इसके बाद समुंदर के ऊपरी स्तर पर फैला हुआ तेल निकालने का काम कोस्ट गार्डस् ने शुरू किया था| पिछले दो दिन से तमिळनाडू के किनारी इलाके में बड़े पैमाने पर तेल का मैल और कीचड़ जमा हुआ है| कोस्ट गार्डस् के जवानों के साथ हजारो स्वयंसेवक इस काम में जुट गये हैं| लेकिन अब तक निकाले तेल को देखते हुए, इससे पहले जारी किये अनुमान से दस गुना ज़्यादा तेल रिसाव होने की चिंता कोस्ट गार्डस् ने जताई है|

एन्नोर के कामराज बंदरगाह के नज़दीक ३४ हज़ार चौरस किलोमीटर क्षेत्र में तेल का मैल फैला हुआ है| साथ ही, दुर्घटनास्थल से ३५ किलोमीटर दूर पलावक्कम के नज़दीक मैल फैला हुआ है| प्रचण्ड रूप से यह मैल फैलता जा रहा है| पिछले दो दिनों में मरीना बीच से, बड़े पैमाने पर यह तेल का मैल हटाया गया है| यहाँ से तेल का मैल और कीचड़ निकालने का काम ८० प्रतिशत इतना हुआ है, ऐसा कहा जाता है| लेकिन अन्य किनारी इलाकों में तेल का मैल हटाने में देढ़ से दो हफ़्तें लग सकते हैं| चेन्नई बंदरगाह की उत्तरी दिशा में बड़े पैमाने पर कीचड़ है| आर. के नगर कुपाम बीच इलाके में हालात बहुत गंभीर बने हुए हैं, ऐसा कहा जाता है|

शुक्रवार को इस इलाक़े से करीब ७२ टन तेल का कीचड़ निकाला गया है| साथ ही, अबतक ६०० टन कीचड़ हटाया गया है, ऐसा कहा जाता है| लेकिन इससे भी ज़्यादा तेल कीचड़ चेन्नई और आसपास के किनारों पर साफ दिख रहा है| साथ ही, तेल का मैल पानी के उपर फैला हुआ दिख रहा है|

इसी दौरान, दुर्घटनाग्रस्त हुए इन दो जहाज़ों को, जाँच पूरी होने तक किनारा ना छोड़ने के आदेश दिये गये हैं| नौकावहन महासंचालनालय द्वारा इस पूरे मामले की जाँच की जा रही है| इस तेलरिसावे के लिए इन दो जहाज कंपनियों को ज़िम्मेदार ठहराया गया है| इन दो जहाज़ों का एकदूसरे के साथ टकराव होने के बाद, तेलरिसाव रोखने की कोशिश इन जहाजों द्वारा ही की जानी चाहिए थी, ऐसा कोस्ट गार्ड्स दल ने कहा है| इसी दौरान, तमिळनाडू के कुछ संसद सदस्यों ने यह मसला राज्यसभा में उठाया| साथ ही, युद्धस्तर पर यह तेल का मैल हटाने का काम होना चाहिए, ऐसी माँग करके इस मामले में प्रधानमंत्री से चर्चा की|

तेलरिसाव के कारण समुद्री जीवों की जान जाने की घटना सामने आ रही है| इस इलाके के मच्छिमारों पर भी इस तेलरिसाव का भीषण परिणाम हुआ है|

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