केंद्र सरकार ने बढ़ाया खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य

खरीफनई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से संबंधित अहम निर्णय हुआ है। खरीफ मौसम के लगभग सभी फसलों की ‘एमएसपी’ बढ़ाने का निर्णय हुआ है। खास तौर पर दाल एवं तेल बीज की ‘एमएसपी’ में बड़ी बढ़ोतरी की गई है।

वर्ष २०२१-२२ के खरीफ मौसम की फसलों का किसानों को उचित दाम प्राप्त हो सके इस उद्देश्‍य से ‘एमएसपी’ तय की गई है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में ‘एमएसपी’ में बढ़ोतरी करने को मंजूरी प्रदान हुई है। इस दौरान तिल के ‘एमएसपी’ में सबसे अधिक प्रति क्विंटल ४५२ रुपये बढ़ोतरी करके इसकी ‘एमएसपी’ ७,३०७ तय की गई है। इसके बाद तूअर दाल और उड़द दाल की ‘एमएसपी’ में अधिक बढ़ोतरी की गई है। इन दोनों दालों की ‘एमएसपी’ में ३०० रुपयों की बढ़ोतरी करके ६,३०० की गई है। मूंग दाल की ‘एमएसपी’ ७९ रुपयों से बढ़ाकर प्रति क्विंटल ७,२७५ तय की गई है।

इसके अलावा मूंगफली की फसल की ‘एमएसपी’ में क्रमशः २७५ और २३५ रुपये बढोतरी हुई है। खरीफ के मूंगफली के लिए प्रति क्विंटल ५,५५० को ६,८३० रुपये भाव प्राप्त होगा। सूरजमुखी के बीज की ‘एमएसपी’ १३० रुपये बढ़ाकर प्रति क्विंटल ६,०१५ रुपये की गई है।

मध्यम स्तर के कपास की ‘एमएसपी’ २११ रुपये और लंबे स्तर के कपास की ‘एमएसपी’ २०० रुपयों से बढ़ाई गई है। जवार की ‘एमएसपी’ ११८ रुपयों से बढ़ाकर २,७५८ रुपये तय की गई है। धान की किमत में थोड़ी ही बढ़ोतरी हुई हैं। धान की ‘एमएसपी’ प्रति क्विंटल ७२ रुपये बढ़ाकर १,९६० की गई है।

इसी बीच बीते रबी मौसम की तुलना में इस वर्ष गेहूँ की खरीद १२.१२ प्रतिशत अधिक होने की जानकारी सरकार ने साझा की। अब तक सरकार ने कुल ४१८.४७ मेट्रिक टन गेहूँ की ‘एमएसपी’ के भाव से खरीद की है। बीते वर्ष इस समय तक सरकार ने ३७३ मेट्रीक टन गेहूँ की खरीद की थी। सरकार की गेहूँ खरीद से ४६ लाख किसानों को लाभ प्राप्त हुआ है, ऐसा सरकार ने कहा।

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