केंद्र सरकार द्वारा ३० करोड़ ‘बायोलॉजिकल-ई’ वैक्सीन की अग्रिम खरीद

‘बायोलॉजिकल-ई’ वैक्सीननई दिल्ली – भारतीय कंपनी ने विकसित की हुई कोरोना की ‘बायोलॉजिकल-ई’ वैक्सीन के ३० करोड़ डोस खरीद करने के लिए केंद्र सरकार ने अग्रिम माँग दर्ज़ की है। इसके लिए कंपनी को १,५०० करोड़ रुपये अदा करने का निर्णय होने की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रदान की है। अगस्त महीने के बाद इस वैक्सीन के डोस प्राप्त होना शुरू होगा।

भारत में फिलहाल ‘कोविशिल्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ के ज़रिये कोरोना का टीकाकरण हो रहा है। अब रशिया की ‘स्पुटनिक व्ही’ वैक्सीन को मंज़ूरी प्रदान होने के बाद इसके कई लाख डोस आयात हुए हैं। इसके साथ ही, इस वैक्सीन का जल्द ही भारत में भी उत्पादन शुरू होने की संभावना है। डॉ.रेड्डी कंपनी भारत में इस वैक्सीन का उत्पादन करेगी। साथ ही, सिरम इन्स्टिट्यूट ने भी अब ‘स्पुटनिक व्ही’ का उत्पादन करने के लिए ‘ड्रग्ज कंट्रोलर ऑफ इंडिया’ (डीसीजीआय) से अनुमति प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है।

इसके साथ ही, केंद्र सरकार फायजर और मॉडर्ना जैसीं कंपनियों के साथ भी चर्चा कर रही है और इन वैक्सीन्स को जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने मंज़ूरी प्रदान करने के कारण, इन वैक्सीन्स को भारत में परीक्षण किए बगैर अनुमति प्रदान करने की तैयारी सरकार कर रही है। इस वजह से यह वैक्सीन भी अगले कुछ दिनों में भारत में उपलब्ध होने की उम्मीद है। साथ ही, फायजर की वैक्सीन का भारत में भी उत्पादन शुरू करने के मुद्दे पर भी बातचीत हो रही है।

इसके अलावा और एक स्वदेशी वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध होगी। ‘बायोलॉजिकल-ई’ नामक हैदराबाद स्थित कंपनी ने विकसित की हुई वैक्सीन को अभी ‘डीसीजीआय’ ने मंजूरी प्रदान नहीं की है। इस वैक्सीन के तीसरें चरण के परीक्षण शुरू हैं। लेकिन, इससे पहले ही केंद्र सरकार ने इस वैक्सीन के ३० करोड़ डोस आरक्षित किए हैं। इसके लिए कंपनी को १,५०० करोड़ रुपये केंद्र सरकार अग्रिम अदा करेगी। अगस्त से दिसंबर के दौरान इस वैक्सीन के ३० करोड़ डोस सरकार को प्राप्त होने की संभावना है।

‘बायोलॉजिकल-ई’ की वैक्सीन विकसित करने के लिए भारत सरकार ने आर्थिक सहायता प्रदान की है। साथ ही, ३० करोड़ डोस के पैसें अधिक प्राप्त होने से कंपनी को अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने का अवसर भी प्राप्त होगा। इससे पहले केंद्र सरकार ने ‘कोविशिल्ड’ के लिए सिरम को और ‘कोवैक्सीन’ के लिए भारत बायोटेक कंपनी को भी इसी तरह से सभी टीकों के पैसें एकसाथ अदा दिए थे। इससे इन कंपनियों को अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए एक ही समय पर बड़ी निधि उपलब्ध हुई थी।

इसी बीच, ३० करोड़ टीकों के लिए ‘बायोलॉजिकल-ई’ को दिए गए १,५०० रुपयों को देखकर, यह वैक्सीन सरकार को मात्र ५० रुपयों में उपलब्ध होगी। साथ ही, निजी क्षेत्र को यह वैक्सीन ११० से १२५ रुपयों में प्राप्त होगी, ऐसा वृत्त है।

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