रॉबर्ट गोडार्ड (१८८२-१९४५)

रॉबर्ट गोडार्ड (१८८२-१९४५)

‘ऐसा एक साधन बनाना चाहिए कि जिस के जरिए मंगल ग्रह पर भी पहुंचना संभव होगा’ – (रॉबर्ट, उम्र १७ साल) ‘कल के सपने आज की उम्मीद और कल का वास्तव होते हैं; और जब वह बात भौतिक नियमों के विरुद्ध नहीं होती तब वह वास्तविक रूप ले ही लेती है – (रॉबर्ट, उम्र २२ […]

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ग्रेगॉर मेंडेल

ग्रेगॉर मेंडेल

सभी स्तरों पर बढती हुई गति से एवं विभिन्न शाखाओं में होनेवाले बदलाव अधिकाधिक जिज्ञासा निर्माण कर रहे हैं। केवल प्रकृति की देन पर संतुष्ट होकर जीवन वयतीत करने के बजाए जिज्ञासा के बल पर विश्‍व के अधिक संशोधनों के दालान खोलनेवाले महान वैज्ञानिक थे ग्रेगॉर मेंडेल। ग्रेगॉर मेंडेलजी का जन्म आज के ज़ेक रिपब्लिक […]

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डॉ. नॉर्मन बोरलॉग

डॉ. नॉर्मन बोरलॉग

मानव को खेती का ज्ञान हुआ, यह एक महत्वपूर्ण खोज थी। इन्सान और अन्य प्राणियों में भिन्नता दिखानेवाली यह एक महत्वपूर्ण खोज साबित हुई। संपूर्ण मानवसमाज को जिन्दा रखनेवाले खेती जैसे उत्पादक क्षेत्र के आवाहनों का स्वीकार कर, कल्याणकारी संशोधन करनेवाले नॉर्मन बोरलॉग निश्‍चित रूप से बीसवीं सदी के एक विख्यात वैज्ञानिक माने जाते हैं। […]

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जोसेफ प्रिस्टले (१७३३-१८०४)

जोसेफ प्रिस्टले (१७३३-१८०४)

अज्ञात की खोज इन्सान की स्वाभाविक प्रवृत्ति है। अज्ञात की खोज करते हुए इन्सान को उसकी विचारक्षमता साथ देती है। सोच, क्रियाशक्ति एवं प्रयोगशीलता की निरंतरता एवं संग से विज्ञान के खोजों की श्रृंखला चलती रहती है। ऑक्सिजन की खोज करनेवाले संशोधक में जोसेफ प्रिस्टले का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। प्रिस्टले का कार्य […]

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अल्बर्ट आइन्स्टाइन १८७९-१९५५

अल्बर्ट आइन्स्टाइन १८७९-१९५५

‘‘गणिति भौतिकशास्त्र का संवर्धन व फोटो – इलेक्ट्रिक परिणामों के विषय में नियम खोजने हेतु नोबेल पुरस्कार’’ (सन १९२१) १४ मार्च १८७९ के दिन जर्मनी के गटेनबर्ग प्रांत के उल्म गांव में एक यवन घराने में अल्बर्ट आइन्स्टाइन का जन्म हुआ। उनके पिताजी अपने भाई की सहायता से विद्युत रासायनिक कारखाना चलाते थे। माँ एक […]

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जोसेफ लिस्टर (१८२७-१९१२)

जोसेफ लिस्टर (१८२७-१९१२)

धरती पर मानव हजारों सालों से प्रगति की राह पर चल रहा था। फिर भी प्रगति की राह पर खुद का बचाव और संवर्धन करते हुए उस ने विज्ञान को शस्त्र और शास्त्र के रूप में अपनाया, इस्तेमाल किया। किसी ने यंत्र खोजे, किसी ने सिद्धांत प्रस्तुत किए, तो किसी ने तकनीकों की खोज की। […]

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जेम्स हटन (1726-1797)

जेम्स हटन (1726-1797)

पृथ्वि के उत्पत्तिविषयक धर्मग्रंथ में से तथा परंपरागत कथाएँ पहले ही हर तरफ रूढ हो चुकी थीं। किसी को प्रचलित सोच से भिन्न सोच सूझी, मगर धर्मग्रंथ से निराली होने पर भी उसे समाज को समझाना मुश्किल था। यह घटनाएँ प्राकृतिक कारणों की वजह से घटती हैं यह बात समझ में आना ही उस दौर […]

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विल्यम हार्वे

विल्यम हार्वे

दिन–ब–दिन बढती हुई रफ्तार से हर स्तर पर होनेवाले बदलाव निश्‍चितरूप से जिज्ञासा निर्माण करनेवाले होते हैं। विशेषरूप से पिछले दो–ढाई दशकों का दौर देखें तो पता चलता है कि इस छोटे से दौर में इनसान के जीवन में भीषण गति से उलटापलटी हुई है। रफ्तार से होनेवाली वैज्ञानिक गति की वजह से असुरक्षितता भी […]

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चार्ल्स थामसन रीस विल्सन (१८६९-१९५९)

चार्ल्स थामसन रीस विल्सन (१८६९-१९५९)

‘विद्युतभारवाहक जलद कणों के मार्ग का अनुकरण कर के भापसंघनन पद्धति खोज निकालने के लिए नोबेल पुरुस्कार’ (सन १९२७) for his method of making the paths of electrically charged particles visible by condensation of vapour १४ फरवरी से सबको वैलेंटाइन दिवस याद आता है, मगर यह याद नहीं आता कि इसी दिन एक नोबेल विजेता […]

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एडमंड हैले

एडमंड हैले

मानव जीवन तेजी से बदल रहा है। इसका श्रेय विज्ञान एवं उस के प्रचार को दिया जाता है। संशोधकों में गणित की सहायता से सिद्धांतों द्वारा कुदरति घटनाओं का कारण जानने की मिमासा है। एक समय ऐसा था कि लोगों के मन में धूमकेतु का बहुत डर हुआ करता था। वैज्ञानिक जानकारी उपलब्ध न होने […]

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