११७. भारतमित्र इस्रायल

११७. भारतमित्र इस्रायल

भारत तथा इस्रायल ये हालॉंकि क्रमानुसार सन १९४७ एवं १९४८ में बतौर स्वतंत्र देश अस्तित्व में आये, मग़र फिर भी भारत एवं इस्रायल के बीच के अनौपचारिक संबंध सैंकड़ों साल पुराने हैं| पहले ज्यूधर्मीय भारत में तक़रीबन दो हज़ार वर्ष पहले आये, ऐसा बताया जाता है| फिर अगली कुछ सदियों में विभिन्न स्थानों से ज्यूधर्मियों […]

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११६. आंतर्राष्ट्रीय संबंध

११६. आंतर्राष्ट्रीय संबंध

व्याप्ति से केवल लगभग २०-२१ हज़ार वर्ग किमी. होनेवाले इस्रायल ने आज विज्ञान-तंत्रज्ञान, कृषि, जलव्यवस्थापन ऐसे कई क्षेत्रों में जो नेत्रदीपक प्रगति हासिल की है, वह लक्षणीय है ही; लेकिन आज इस्रायल का डंका जागतिक पटल में बज रहा है, उसका कारण यह नहीं है! आज अमरीका जैसी ताकतवर जागतिक महासत्ता को भी, उसके सामने […]

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११५. इस्रायल की महाप्रभावी गुप्तचरसंस्था- मोस्साद

११५. इस्रायल की महाप्रभावी गुप्तचरसंस्था- मोस्साद

    ‘रफी ऐतान’, ‘एली कोहेन’, …. इन नामों से शायद इस्रायली जनता परिचित हो सकती है, लेकिन दुनिया के अन्य लोग इन नामों से परिचित होंगे ही, ऐसा नहीं है| लेकिन ये हैं, इस्रायल में मानो दंतकथा (‘लिजेंड्स’) ही बन चुके हीरोज् के नाम – इस्रायल की विश्‍वविख्यात गुप्तचरसंस्था ‘मोस्साद’ के सिक्रेट एजंट्स के […]

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११४. दुनिया को स्तिमित करनेवाली इस्रायल की गुप्तचरयंत्रणा

११४. दुनिया को स्तिमित करनेवाली इस्रायल की गुप्तचरयंत्रणा

    सन १९७८ में इजिप्त तथा इस्रायल के बीच हुए ‘कँप डेव्हिड अकॉर्डस्’ पर आधारित शांतिसमझौता अगले वर्ष हुआ| लेकिन इस्रायल के भाग में चल रहा संघर्ष तो नहीं रुका| वह जारी ही रहा; लेकिन अब उसका स्वरूप – ‘संपूर्ण युद्ध’ कम और ‘आतंकवादी तथा देशद्रोही प्रकट तथा छिपे कारनामों से मुक़ाबला’ अधिक, ऐसा […]

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११३. सदा संघर्षग्रस्त इस्रायल-२

११३. सदा संघर्षग्रस्त इस्रायल-२

    सन १९५६ के सुएझ युद्ध के बाद आंतर्राष्ट्रीय पटल पर इस्रायल का दबदबा बहुत ही बढ़ गया गया था| लेकिन सशस्त्र पॅलेस्टिनी अरबों से इस्रायल पर होनेवाले हमलें कुछ कम नहीं हुए थे, बल्कि वे धीरे धीरे बढ़ते ही जा रहे थे| इस कारण पहले के दशकों की तरह ही, युद्धों के बीच […]

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११२. सदा संघर्षग्रस्त इस्रायल-१

११२. सदा संघर्षग्रस्त इस्रायल-१

    अथक संघर्ष के बाद ‘एक देश’ के रूप में इस्रायल का जन्म हुआ| उससे पहले के लगभग तीन हज़ार वर्ष ज्यूधर्मीय निरंतर संघर्ष करते आये थे और उस उस समय की विभिन्न ताकतवर सत्ताओं की ग़ुलामी में फँस रहे थे| सन १९४८ में इस्रायल ने आज़ादी प्राप्त की| लेकिन उसके बाद भी, एक […]

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१११. इस्रायल की अर्थव्यवस्था

१११. इस्रायल की अर्थव्यवस्था

    इस्रायल ने बतौर ‘एक देश’ अस्तित्व में आने से लेकर महज़ ७० सालों में कितनी नेत्रदीपक प्रगति की है, यह हमने देखा| आज इस्रायल की अर्थव्यवस्था यह ‘जानकारी-तंत्रज्ञान’ (आयटी) और ‘उच्चतंत्रज्ञान संशोधन क्षेत्र’ पर आधारित बहुत ही विकसित ऐसी ‘फ्री-मार्केट’ अर्थव्यवस्था मानी जाती है| इस मज़बूत, विकसित अर्थव्यवस्था के बल पर ही इस्रायल […]

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११०. सदा सुसज्जित ‘आयडीएफ’

११०. सदा सुसज्जित ‘आयडीएफ’

इस्रायल देश उसके जन्म से ही इतने संघर्षों में उलझा है कि आज हम यदि इंटरनेट पर ‘इस्रायल’ सर्च करते हैं, तो प्रायः इस्रायल से संबंधित किसी न किसी संघर्ष की ही, युद्ध की ही ख़बर ऊपर दिखायी देती है| इससे यह पता चलता है कि इस देश के लिए सेनादलों की कितनी अहमियत है| […]

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१०९. अंतरिक्षविज्ञान संशोधन में उड़ान

१०९. अंतरिक्षविज्ञान संशोधन में उड़ान

आज के विज्ञान-तंत्रज्ञानयुग में अंतरिक्षविज्ञान का महत्त्व अनन्यसाधारण है| भविष्य में जिसका अंतरिक्ष पर वर्चस्व, वह देश अव्वल स्थिति में रहेगा, इस तथ्य को नकार नहीं सकते| इसे मद्देनज़र करते हुए इस्रायल भी अंतरिक्षविज्ञान के नये नये क्षेत्र पादाक्रांत करने के प्रवास में अग्रसर रहा है| इस्रायल के अंतरिक्षविज्ञान संशोधन की शुरुआत १९६० के दशक […]

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१०८. स्टार्टअप नेशन

१०८. स्टार्टअप नेशन

इस्रायल को उपलब्ध रहनेवाले संसाधनों की मर्यादा को देखते हुए, आय के नये नये स्रोत ढूँढ़ने की कोशिशें इस्रायल करता आया है| इसमें विज्ञान-तंत्रज्ञान के संशोधन-विकास के क्षेत्र की चाबी उसके हाथ आयी| संसाधनों की अपर्याप्तता होने के कारण, कम संसाधनों से अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए; साथ ही, चारों तरफ़ से […]

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