अमरिका रशिया पर आकस्मिक परमाणु हमले की तयारी में- रशियन लष्कर इस निष्कर्ष पर पहुचने का विश्लेषकों का दावा

वॉशिंगटन: ‘शीतयुद्ध के दौरान अमरिका तथा रशिया एक दुसरे पर आंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों का प्रयोग करने की गलत जानकारी कुछ समय पहले सामने आई थी। परंतु दोनों महासत्ताओं ने उनपर कभी विश्वास न करके आपस के तनाव को कम करने का प्रयास किया। परंतु आज के समय में ऐसी जानकारी हाथ लगी, तो दोनों देश उसपर निश्चित विश्वास करेंगे और उससे परमाणु युद्ध भड़क उठेगा। कुछ सप्ताहपूर्व रशिया ने की घोषणा इस विनाश की सुस्पष्ट सूचना देने वाली थी। अमरिका रशिया पर परमाणु हल्ले की तैयारी कर चुका है, परीणाम स्वरुप उनके के हमले से पहले अमरिका पर हमला करने के अलावा रशिया के सामने अन्य पर्याय नहीं है, ऐसा रशिया का कहना है। हालाँकि, अमरिकी माध्यमोंने इस समाचार को पूरी तरह से नज़रंदाज़ कर दिया, ऐसा कथन ‘ग्लोबल रिसर्च’ के विश्लेषक पॉल क्रेग रॉबर्टसने किया है।

अर्थशास्त्री, पत्रकार एवं अमरिका-रशिया संबंधो के अभ्यासक के रूप में पहचाने जाने वाले ‘पॉल क्रेग रोबर्ट्स’ ने अपने ‘ग्लोअबल रिसर्च’ के प्रस्तुत लेख में अमरिका रशिया पर आकस्मिक परमाणु हमला करेगी, इसका यकिन रशियन लष्कर को हो चुका हैं, ऐसा उत्तेजक दावा किया है। परिणाम स्वरुप रशिया ने अमरिका के इस परमाणु हमले से पहले ही अमरिका पर हमला करने के अलावा दूसरा कोई पर्याय न होने का खुला ऐलान कर दिया हैं, ऐसा रॉबर्टस का कहना है।

अमरिका के सेनेट ने रशिया पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव बहुमत से मंजूर कर के उसपर राष्ट्रपति के नकाराधिकारों की संभावना का निराकरण कर दिया। यह चिंताजनक बात है जिस कारण दोनों देशों के बीच संघर्ष अनिवार्य बन गया है, ऐसा रॉबर्टस ने कहा।

अमरिका तथा रशिया के बीच भयंकर युद्ध के परीणामों की अनुभूति होने वाले दुनियाभर के सुबोध व्यक्तियों को अमरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से बहुत ज्यादा आशा थी। परंतु अभी उनकी अमरिका पर पकड़ नहीं रहीं, यह स्पष्ट हो चुका है। ट्रम्प ने रशिया पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर करने का व्हाइट हाउस ने ऐलान किया, जिस तरफ़ रॉबर्टस ने ध्यान आकर्षित किया है। अमरिका के आक्रामकों ने ट्रम्प के हाथ इस तरह से बांध रखे है। परंतु ट्रम्प भी लड़ाकू है। वे अमरिकन कांग्रेस के इस युद्धखोरी के विरोध में अमरिकी जनता का विश्वास अर्जित करें और राष्ट्रपति के अधिकारों का अतिक्रमण होनेवाली बात जनता के समक्ष प्रस्तुत कर जनता से सहकार्य मांगे, यह सलाह रॉबर्टसने दी है।

साथ ही रशिया से संघर्ष टालना हो तो रशियापर लगे अमरिका के प्रतिबंधो पर टिप्पणी करने वाले जर्मनी के नेता तथा कॉर्पोरेट क्षेत्र के बड़े व्यावसायिकों से ट्रम्प ने चर्चा करनी चाहिए। साथ ही रशिया पर लादे अमरिकी प्रतिबंधो पर बढती नाराजगी का ट्रम्प ने उपयोग करना चाहिए, ऐसा सुझाव रॉबर्टस ने दिया है। यदि ट्रम्प ने इस दिशा में प्रयास नहीं किया तो अमरिकी यंत्रणा रशिया पर परमाणु विस्फोटकों से निशाना साधेंगी। रशियन लष्कर ने पहले ही यह निष्कर्ष निकालकर प्रतिउत्तर देने की तैयारी कर ली है ऐसा रॉबर्टस का कहना है।

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