सीरिया में अमरिकी सैनिकों पर हुए हमले में रशिया के शामिल होने का भरोसा नहीं दिया जा सकता- अमरिकी रक्षामंत्री जेम्स मॅटिस

वॉशिंग्टन: दस दिनों पहले सीरिया के संघर्ष में रशिया ने अमरिकी सैनिकों पर हमले किए थे, इस बारे में निश्चित कहा नहीं जा सकता, ऐसा खुलासा अमरिकी रक्षामंत्री जेम्स मॅटिस  ने किया है। लेकिन अमरिकी सैनिकों पर किए गए इन हमलों से रशिया को ‘क्लीन चीट’ नहीं दी गयी है। सदर हमले में रशियन ठेकेदारों का समावेश था, इसकी जानकारी जेम्स मॅटिस  ने दी है। सीरिया के संघर्ष में अमरिका और रशिया के बीच बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर मॅटिस  के विधान की तरफ देखा जा रहा है।

जेम्स मॅटिस, हमले, अमरिकी रक्षामंत्री, अमरिकी सैनिक, संघर्ष, वॉशिंग्टन, सीरिया

अपने यूरोपीय देशों के दौरे के बाद अमरिका में लौटे मॅटिस  ने पत्रकारों के सामने बोलते समय यूरोप और खाड़ी देशों के घटनाक्रम और उसके बारे में अमरिका की भूमिका स्पष्ट की है। इस समय सीरिया के संघर्ष में अमरिकी सैनिकों पर हुए हमले के बारे में अमरिकी की रक्षामंत्री से सवाल पूछे गए, उस समय बोलते हुए रक्षामंत्री ने सदर हमले के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती, ऐसा स्पष्ट किया।

‘रशिया ने सीरिया में तैनात अमरिकी सैनिकों पर हमले क्यों किए यह कहा नहीं जा सकता, लेकिन उन्हें किसीने निर्देश दिए थे। अब सीरियन राजवट ने उन्हें निर्देश दिए अथवा बाहर से किसीने कहा है? इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है और मुझे पूछो भी मत’, ऐसा रक्षामंत्री ने कहा है। “लेकिन २५० से ३०० लोगों ने स्वयं ‘युफ्रेटस नदी’ को पार करके इस इलाके में घुसने का निर्णय लिया और अमरिकी समर्थक समूहों के अड्डों पर हमले शुरू किए, यह ना समझने वाली बात है। उन्हें किसने आदेश दिए, इसकी निश्चित जांच की जाएगी”, ऐसा कहकर मॅटिस  ने सदर हमले के पीछे अन्य किसी के होने की आशंका जतायी है।

दो हफ़्तों पहले सीरिया के संघर्ष में रशिया के लड़ाकू विमानों ने अमरिकी जवान, ‘सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस’ (एसडीएफ, सीरिया का प्रमुख बागी संगठन) और कुर्द बागी संगठनों के अड्डे पर हमले किए थे। इस हमले में ‘एसडीएफ’ और कुर्द बागियों को जीवितहनी सहन करना पड़ा है। अमरिकी जवानों के बचने की घोषणा अमरिकी लष्कर ने की थी।

सीरिया में हुए इस हमले के बाद अमरिका और समर्थक देशों ने सीरिया की उत्तर में स्थित ‘युफ्रेटस नदी’ के इलाके में किए हमले में रशिया से संलग्न ३०० लोग मारे गए हैं। इसमें सीरिया, इराक, ईरान में स्थित रशिया समर्थक समूहों के जवान शामिल थे, ऐसा दावा किया गया था। साथ कुछ रशियन जवान भी मारे जाने की खबर प्रसिद्ध हुयी थी। करीब २०० रशियन ठेकेदार इस हमले मी ख़त्म हुए हैं, ऐसा कहा जाता है। लेकिन रशिया ने इस बारे में बात करना टाला है।

सदर हमले में अपने नागरिकों का समावेश है, ऐसा रशिया ने कुछ समय के  बाद घोषित किया था। साथ ही इस हमले में रशियन बनावट के टैंक और लष्करी गाड़ियाँ बड़े पैमाने पर नष्ट हुए थे। सीरिया में तैनात रशियन लष्कर के लिए यह बड़ा झटका था, ऐसा दावा अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.