सीमा की सुरक्षा के लिए ‘बीएसएफ’ करेगी ४३६ ‘ड्रोन्स’ और ‘ऐंटी ड्रोन सिस्टिम’ की खरीद

नई दिल्ली – भारतीय सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पाकिस्तान और बांगलादेश से जुड़ी देश की सरहद की सुरक्षा के लिए ४३६ ड्रोन्स और ऐंटी ड्रोन सिस्टिम खरीदने की मंजूरी दी है। पाकिस्तान बीते वर्ष से पंजाब और जम्मू-कश्‍मीर में मौजूद आतंकियों को हथियार भेजने के लिए ड्रोन्स का इस्तेमाल करने की बात सामने आयी है। दो दिन पहले ही जम्मू-कश्‍मीर की सरहद से करीबी भारतीय सेना के लष्करी अड्डों पर ड्रोन्स से बम हमले करने की तैयारी में पाकिस्तान जुटा होने की चेतावनी ‘बीएसएफ’ के गुप्तचर विभाग ने दी थी। इस पृष्ठभूमि पर ड्रोन्स और ऐंटी ड्रोन सिस्टिम की खरीद का प्रस्ताव आना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

सीमा की सुरक्षा के लिए ‘बीएसएफ’ करेगी ४३६ ‘ड्रोन्स’ और ‘ऐंटी ड्रोन सिस्टिम’ की खरीदबीएसएफ’ की ‘कॉम्प्रीहेन्सिव इंटिग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट’ (सीआयबीएम) योजना के तहत पाकिस्तान और बांगलादेश की सीमा पर मौजूद कुल १९२३ चौकियां सेन्सर्स, सीसीटीवी और ड्रोन्स से सज्जित की जाएगी। इनमें से १५०० चौकियां हमलावर ड्रोन गिराने की और डोन्स विरोधी यंत्रणा का इस्तेमाल करने की क्षमता रखेंगी। मिनी और मायक्रो ड्रोन्स की खरीद के लिए करीबन ८८ करोड़ रुपए खर्च होगा, यह जानकारी गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने साझा की है। मौजूदा स्थिति में काफी संवेदनशील समझी जा रही पंजाब की सीमा पर ‘बीएसएफ’ स्वदेशी ‘ऐंटी ड्रोन सिस्टम’ का परीक्षण करने में जुटी होने की बात कही जा रही है।

बीते एक वर्ष से पंजाब स्थित खलिस्तानी आतंकी और जम्मू-कश्‍मीर के आतंकियों को रायफल्स, पिस्तौल और ग्रेनेडस्‌ की आपूर्ति करने के लिए पाकिस्तान चीनी ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रहा है। कुछ दिन पहले ही पंजाब की सीमा से घुसपैठ करनेवाले पांच आतंकियों को बीएसएफ के सैनिकों ने मार गिराया था। इन सैनिकों से हथियार और नशीले पदार्थ बरामद किए गए थे। बीते महीने में कश्‍मीर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हथियारों की तस्करी करनेवाला पाकिस्तान का ड्रोन गिराकर आतंकी हमले की बड़ी साज़िश नाकाम की थी। अमरीका में तैयार हुए इस ‘एम ४’ ड्रोन्स के ज़रिए रायफल के साथ ही ग्रेनेड और अन्य हथियारों की तस्करी की जा रही थी।

ऐसी घटनाओं की पृष्ठभूमि पर ‘बीएसएफ’ के गुप्तचर विभाग ने पाकिस्तान जम्मू-कश्‍मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीबी सांबा सेक्टर में स्थित लष्करी ठिकानों को ड्रोन से बम हमले करने की तैयारी में जुटा होने की चेतावनी दी थी। इन संभावित हमलों की जानकारी भारतीय सेना के साथ अन्य सुरक्षा यंत्रणाओं से साझा की गई है। इन हमलों का खतरा ध्यान में रखकर बीएसएफ ने सीमारेखा पर ‘ऐंटी ड्रोन सिस्टम’ तैनात करने की मंजूरी देना सुरक्षा के नज़रिए से अहम साबित होता है।

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