ब्रिटन के प्रधानमंत्री के रशिया पर लगाए आरोप मतलब ‘सर्कस’ – रशिया के विदेश मंत्रालय का प्रत्युत्तर

मॉस्को: रशिया का भूतपूर्व जासूस और उसकी लड़की पर हुए विषप्रयोग के प्रकरण में हुए आरोप रशिया ने स्पष्ट शब्दों में अस्वीकार किए हैं| रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लाव्हरोव्ह ने मंगलवार को ली पत्रकार परिषद में रशिया का दोष न होने का खुलासा किया है| रशिया के संसद सदस्यों ने ब्रिटन पर टीका की है और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री का निवेदन मतलब ‘सर्कस’ है, ऐसा कहा है|

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‘रशिया दोषी नहीं| रासायनिक हथियारों के अनुबंध के अनुसार रशिया इस प्रकरण में मदद करने के लिए तैयार है| उसके लिए ब्रिटन को भी सहकार्य करना पड़ेगा| स्क्रिपल प्रकरण में ब्रिटिश नेतृत्व की ओर से आरोप शुरू होने के बाद हमने सदर रासायनिक घटक की जॉंच का निवेदन किया था’, इन शब्दों में रशिया के विदेश मंत्री लाव्हरोव्ह ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने किए आरोपों को ख़ारिज किया है|

रशिया के विदेश मंत्रालय ने भी इस मुद्दे पर स्वतंत्र निवेदन प्रसिद्ध किया है| ‘इस प्रकरण में पहले से ही निष्कर्ष निकाला गया था| यह पूरा घटनाक्रम रशिया को चुनौती देने के लिए रची गई प्रचार और राजनीतिक मुहीम का एक हिस्सा है| ब्रिटन के प्रधानमंत्री ने संसद में दिया निवेदन मतलब सर्कस का खेल है| नई परिकथा बनाने से पहले ब्रिटन ने इसके पहले की लितविवेन्को, बेरेझोव्हस्की और पेरेपिलिक्नी की जॉंच का क्या हुआ इसकी जानकारी देनी चाहिए’, इन शब्दों में विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिआ झाकारोव्हा ने ब्रिटन को फटकार लगाई है|

ब्रिटन की प्रधानमंत्री ने संसद में किए आरोपों के बाद कुछ मीडिया ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की| लेकिन पुतिन ने इस सवाल को हंसकर टालने की जानकारी ब्रिटिश दैनिक ने प्रसिद्ध की है|

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