ब्रिटेन की संसद ने चिनी राजदूत को प्रवेश नकारा

uk-parliament-china-ambassador-2लंडन/बीजिंग – ब्रिटिश संसद सदस्यों ने किए तीव्र विरोध के बाद ब्रिटेन की संसद ने चीन के राजदूत झेंग झेगुआंग को प्रवेश नकारा है। चीन की हुकूमत ने ब्रिटेन के संसद सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए हैं, ऐसे में चीन के राजदूत संसद में नहीं आ सकते, ऐसी आक्रमक भूमिका सांसदों ने ली होने की बात सामने आई है। ब्रिटेन की संसद ने किया फैसला कायरतापूर्ण और तिरस्करणीय होने की आलोचना ब्रिटेन स्थित चिनी दूतावास ने की है।

पिछले कुछ सालों से ब्रिटेन और चीन के बीच कई मुद्दों पर विवाद जारी हैं। ‘५जी तंत्रज्ञान’, ‘हॉंगकॉंग’, ‘साऊथ चाइना सी’, उइगरवंशीय इन मुद्दों पर ब्रिटेन ने चीन के विरोध में आक्रामक भूमिका अपनाई है। चीन द्वारा उइगरवंशियों पर जारी होनेवाले अत्याचारों के मुद्दे पर ब्रिटिश संसद सदस्यों ने आलोचना की होकर उसे वंशसंहार करार देने की दिशा में गतिविधियाँ भी जारी हैं। इस पृष्ठभूमि पर चीन ने मार्च महीने में ब्रिटेन के साथ संसद सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए थे।

uk-parliament-china-ambassador-1इन प्रतिबंधों के विरोध में ब्रिटेन ने तीव्र नाराज़गी ज़ाहिर की थी। इसके बावजूद भी, ब्रिटिश संसद में होनेवाले चीन समर्थक गुट ने चीन के राजदूत को संसद के कार्यक्रम का निमंत्रण दिया था। यह बात सामने आते ही, चीन ने प्रतिबंध लगाए हुए संसद सदस्यों ने सभापति को पत्र लिखा। चीन ने लगाए प्रतिबंध यह केवल सदस्यों पर ही नहीं, बल्कि ब्रिटिश संसद के अधिकारों पर अतिक्रमण होने का मुद्दा उस पत्र में उपस्थित किया गया। इस पृष्ठभूमि पर राजदूत को प्रवेश देना यानी प्रतिबंधों को मान्यता देने जैसा साबित होगा, ऐसा दावा इन संसद सदस्यों ने किया।

संसद सदस्यों की नाराज़गी को मद्देनजर रखते हुए संसद के सभापति ने बुधवार को चीन के राजदूत झेगुआंग को संसद में प्रवेश नकारा। सभापति ने किए इस फैसले का ब्रिटेन के वरिष्ठ मंत्री साजिद जाविद ने समर्थन किया है। लेकिन चीन से तीव्र प्रतिक्रिया आई होकर, इसके बाद ब्रिटेन के राजदूत को भी चीनी संसद में प्रवेश नकारा जाएगा, ऐसी चेतावनी दी गई है। उसी समय दोनों देशों के संबंधों पर भी इसका असर हो सकता है, ऐसा चीन के दूतावास ने चेताया है।

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