वामपंथी पाखंडी विचारधारा के विरोध में ब्रिटिश सरकार आक्रमक

लंडन – महज़ दो हफ्ते पहले अति वामपंथी गुटों की तहकिक़ात के आदेश देनेवाले ब्रिटिश सरकार ने वामपंथी पाखंडी गुटों के विरोध में अपनी भूमिका अधिक आक्रामक की है। ब्रिटन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन की सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने इस विचारधारा के विरोध में हल्लाबोल किया होकर, वामपंथी पाखंडी विचारधारा और बहिष्कार की संस्कृति बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ऐसी चेतावनी दी है।

british-leftistकुछ दिन पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने, ब्रिटन में वंश विद्वेष और हवामान बदलाव इन जैसे मुद्दों पर होनेवाले आंदोलनों में घुसपैठ करने वाले आक्रमक, अति वामपंथी गुटों की तहकिक़ात करने के आदेश दिए थे। उससे पहले अति वामपंथी गुट विभिन्न आंदोलनों की हिंसक एवं अराजकवादी घटनाओं के लिए कारणीभूत होने के आरोप, ब्रिटेन के कुछ सांसदों तथा मंत्रियों ने किए थे। इस पर गौर फरमाते समय, ऐसे गुटों का बर्ताव अस्वीकारार्ह होने का एहसास भी ब्रिटेन की सत्ताधारी पार्टी के सांसदों ने करा दिया था।

इस सारी पृष्ठभूमि पर, जॉन्सन सरकार के मंत्रियों ने अति वामपंथी पाखंडी विचारधारा के गुट और बहिष्कार की संस्कृति के खिलाफ ठोस कार्रवाई के संकेत दिए हैं। ब्रिटेन की शिक्षा मंत्री गेव्हिन विल्यमसन ने ब्रिटेन की शिक्षा संस्थाओं के लिए नए नियम लागू किए हैं। उसमें ब्रिटिश विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने वालों को, सभी विषयों पर अभिव्यक्त होने की तथा विभिन्न विषयों का अध्ययन करने की मुक्त स्वतंत्रता होगी, ऐसा नमूद किया गया है।

ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में गैरकानूनी ‘सायलेन्स कल्चर’ बढ़ रहा होने का दावा करके, उसका छात्र, अध्यापक और कर्मचारियों पर विपरीत परिणाम हो रहा है, ऐसा विल्यमसन ने जताया। नए नियमों में, छात्रों अथवा अध्यापकों के गुट, शिक्षा संस्थाओं में अपना मत प्रस्तुत करने के लिए आनेवाले विशिष्ट विचारधारा के वक्ता पर पाबंदी नहीं लगा सकते हैं, ऐसा भी प्रावधान है।

british-leftistब्रिटेन के हाऊसिंग मिनिस्टर ख्रिस्तोफर पिंचर ने लंडन के मेयर सादिक खान को पत्र लिखकर, वामपंथी विचारधारा के गुटों के लिए जनता का पैसा ज़ाया करना रोकें, ऐसा जताया है। मेयर सादिक खान ने ‘ब्लॅक लाईव्हज् मॅटर’ गुट तथा वामपंथी विचारधारा के समर्थक होनेवाले सदस्यों की एक समिति स्थापन की है।

इस समिति ने, ब्रिटेन के इतिहास का भाग होने वाले लंदन स्थित कुछ पुतले हटा देने की आक्रामक माँग की है। उसकी आलोचना शुरु हुई होकर, सत्ताधारी पार्टी के मंत्री ने लंदन के मेयर को इस संदर्भ में लिखा हुआ पत्र ब्रिटेन में चर्चा में है।

वहीं, ब्रिटेन के सांस्कृतिक मंत्री ऑलिव्हर डाऊडन ने भी, देश की सांस्कृतिक धरोहर जतन करने की जिम्मेदारी होने वाली यंत्रणाओं को जिम्मेदारी का एहसास करा दिया है। इन यंत्रणाओं को इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर जतन करने का कार्य सौंपा है, उसमें बदलाव करने का अथवा उस बारे में खुलासे देने का काम नहीं, ऐसा डाऊडन ने जताया है।

british-leftistब्रिटेन में नए से स्थापित हुई ‘रिक्लेम पार्टी’ इस पार्टी ने भी वामपंथी पाखंडी विचारधारा के विरोध में आक्रामक भूमिका अपनाई है। इस पार्टी के प्रमुख होने वाले लॉरेन्स फॉक्स ने, वामपंथी पाखंडी विचारधारा को समर्थन देनेवाले व्यक्ति ब्रिटेनविरोधी होने का दावा किया है। बहिष्कार करने की संस्कृति के कारण, ब्रिटिश नागरिकों को किसी भी मुद्दे पर स्वतंत्र रूप में बात करने का डर लग रहा है, ऐसा भी उन्होंने जताया।

इसी बीच, ब्रिटेन का अग्रसर अखबार होनेवाले ‘द टेलिग्राफ’ ने वामपंथी विचारधारा से जुड़े गुटों के बारे में एक रिपोर्ट जारी की है। उसमें यह दावा किया गया है कि ब्रिटेन में वंश, संस्कृति और इतिहास के संदर्भ में पुरानी भूमिका को जानबूझकर बदलने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण देने वाले गुट और संस्था वामपंथी पाखंडी विचारधारा से संबंधित होने की बात सामने आई है।

ब्रिटेन में विभिन्न कंपनियाँ तथा यंत्रणाओं में ऐसे गुटों द्वारा प्रशिक्षण देने के लिए दबाव डाला जा रहा है। लेकिन जॉन्सन सरकार ने प्रशासन के कर्मचारियों के लिए ऐसा प्रशिक्षण देने से इन्कार किया होने का उल्लेख इस अखबार ने अपनी खबर में किया है।

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