चीन के इशारे ठुकराकर ब्रिटेन की ‘एचएमएस क्विन एलिज़ाबेथ’ साऊथ चायना सी में दाखिल

लंदन/बीजिंग – चीन के लगातार इशारों के बावजूद ब्रिटेन की विमान वाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्विन एलिज़ाबेथ’ अपने ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रुप’ के साथ साऊथ चायना सी में दाखिल हुई है। ब्रिटीश नौसेना की इस मुहिम पर चीनी प्रसारमाध्यम और विश्‍लेषकों ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है और ब्रिटेन अमरीका का पालतू कुत्ता होने की आलोचना ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने की है। साथ ही ब्रिटेन को धमकाने के लिए चीन की ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी’ ने साऊथ चायना सी में एकसाथ दो युद्धाभ्यास शुरू करने की बात भी सामने आयी है।

साऊथ चायना सी में बीते कुछ वर्षों से बढ़ रही चीन की वर्चस्ववादी हरकतों की पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन ने ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र की ओर अधिक ध्यान देने के संकेत दिए थे। इसी के एक हिस्से के तौर पर ब्रिटेन ने अपनी नई विमान वाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्विन एलिज़ाबेथ’ साऊथ चायना सी में भेजने का ऐलान किया था। ब्रिटेन के इस ऐलान के बाद चीन ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी। ब्रिटेन की इस मुहिम की वजह से दोनों देशों के संबंध को नुकसान पहुँचेगा, यह इशारा चीन ने दिया था। चीन ने बीते कुछ महीनों के दौरान इसी मुद्दे पर ब्रिटेन पर लगातार दबाव ड़ालने की कोशिश की थी।

लेकिन, चीन का दबाव और इशारे ठुकराकर ब्रिटेन की विमान वाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्विन एलिज़ाबेथ’ मंगलवार के दिन अपने ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रुप’ के साथ साऊथ चायना सी में दाखिल हुई। इस ‘स्ट्राईक ग्रुप’ में छह विध्वंसक, दो ‘ऑक्ज़िलरी शिप्स’ और एक पनडुब्बी का समावेश है। ‘एचएमएस क्विन एलिज़ाबेथ’ पर आठ ‘एफ-३५बी’ लड़ाकू विमान, चार ‘वाईल्डकैट मेरिटाईम अटैक हेलिकॉप्टर्स’, सात ‘मर्लिन एमके२ एंटी सबमरिन ऐण्ड एअरबोर्न अर्ली वॉर्निंग हेलिकॉप्टर्स’ और तीन ‘मर्लिन एमके४ कमांडो हेलिकॉप्टर्स’ तैनात हैं।

ब्रिटीश नौसेना के ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रुप’ की साऊथ चायना सी की यह मुहिम ‘फ्रीडम ऑफ नेविगेशन ऑपरेशन’ का हिस्सा होने की बात ब्रिटेन ने कही है। साऊथ चायना सी क्षेत्र में दाखिल होने से पहले ब्रिटीश नौसेना ने भारत एवं सिंगापुर की नौसेनाओं के साथ युद्धाभ्यास किया, यह जानकारी ब्रिटेन के रक्षा विभाग ने साझा की। साऊथ चायना सी के रास्ते ब्रिटीश विमान वाहक युद्धपोत और ‘स्ट्राईक ग्रुप’ आगे जापान की यात्रा करेंगे, यह जानकारी भी ब्रिटीश रक्षामंत्री ने कुछ दिन पहले प्रदान की थी।

ब्रिटीश नौसेना की मुहिम से चीन बहुत बौखलाया हुआ है और चीनी प्रसारमाध्यम और विश्‍लेषकों ने ब्रिटेन के खिलाफ आग उगलना शुरू किया है। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने ब्रिटेन को अमरीका का पालतू कुत्ता कहकर आलोचना की है। साथ ही ब्रिटेन की मुहिम इस देश की वसाहतवादी मानसिकता दर्शाती है, यह आलोचना भी की है। चीन के एक विश्‍लेषक ने ब्रिटीश नौसेना की दुरावस्था होने के दावे किए हैं और साथ ही साऊथ चायना सी में प्रवेश करने से पहले १०० से अधिक ब्रिटीश नाविक कोरोना संक्रमित होने की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।

दूसरी ओर ब्रिटीश नौसेना की मुहिम ठीक से पूरी ना हो सके, इस उद्देश्‍य से चीन की ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी’ ने साऊथ चायना सी में एक ही समय पर दो युद्धाभ्यास शुरू किए हैं। इन युद्धाभ्यास के नज़दीकी क्षेत्र में अन्य गतिविधियों पर पाबंदी लगाई गई है और इसका उल्लंघन कनरेवालों को प्रत्युत्तर दिया जाएगा, यह इशारा भी दिया गया है। साथ ही ब्रिटीश नौसेना के ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रुप’ पर बारिकी से नज़र रखी जाएगी, यह भी चीन की सेना ने कहा है।

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