ऑयल टैंकर पर हमला करनेवाले ईरान को ब्रिटेन जवाब देगा – साइबर हमले, स्पेशल फोर्स के विकल्पों का विचार

oil-tanker-attack-iran-britain-2लंडन – ‘मर्सर स्ट्रीट’ इस इंधन वाहक जहाज़ पर हुए ड्रोन हमले में अपने नागरिक की मृत्यु होने के कारण खौले हुए ब्रिटेन ने, ईरान को सबक सिखाने की तैयारी की है। स्पेशल फोर्सेस का इस्तेमाल करके ईरान के ड्रोन कमांड सेंटर पर कार्रवाई करना, साइबर हमले करना अथवा अन्य विकल्पों पर ब्रिटेन विचार कर रहा है, ऐसी जानकारी ब्रिटेन के एक अखबार ने दी। इससे पहले ही अमरीका, इस्रायल, ब्रिटेन और रोमानिया इन देशों में ईरान को प्रत्युत्तर देने के संदर्भ में चर्चा हुई थी। दो दिन पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री बेनिट ने भी, सागरी सुरक्षा खतरे में डालनेवाले ईरान पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी।

पिछले हफ्ते में ओमान के सागरी क्षेत्र के पास से खाड़ी क्षेत्र के लिए रवाना हुए ‘मर्सर स्ट्रीट’ इस इंधनवाहक जहाज़ पर हुए ड्रोन हमले में दो कर्मचारियों की मृत्यु हुई। इनमें ब्रिटेन और रोमानिया के नागरिकों का समावेश था। इसकी तीव्र गूँजे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सुनाई दीं। अमरीका और ब्रिटेन के विदेश मंत्रालयों ने इस हमले पर गुस्सा ज़ाहिर किया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने, ईरान को परिणामों के लिए तैयार रहने के लिए चेताया। लेकिन पश्चिमी मित्र देश ईरान के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे, यह स्पष्ट नहीं हुआ था।

oil-tanker-attack-iran-britain-1ब्रिटेन के एक अग्रसर अखबार ने, विदेश और रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से इस बारे में ख़बर जारी की। ईरान पर कार्रवाई के लिए अलग-अलग विकल्पों पर विचार शुरू है। साइबर हमले का इस्तेमाल होने की गहरी संभावना है, ऐसा रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा। इसी के साथ, स्पेशल फोर्सेस का इस्तेमाल करने का विकल्प भी सुझाया है। ब्रिटेन के स्पेशल फोर्सेस के जवान पिछले कुछ हफ्तों से खाड़ी क्षेत्र में तैनात हैं। इंधन वाहक जहाज़ पर हुए हमले के लिए ज़िम्मेदार होनेवाले ईरान स्थित ड्रोन कमांड सेंटर को ध्वस्त करने की ज़िम्मेदारी इन स्पेशल फोर्सेस के जवानों को सौंपी जा सकती है, ऐसा दावा इस अखबार ने किया।

मर्सर स्ट्रीट पर हुए हमले के बाद ब्रिटेन के माध्यमों ने, ईरान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की थी। ब्रिटेन के नागरिक की जान लेकर कोई भी सुखरूप नहीं रह सकता, यह संदेश देना ज़रूरी है। इसके लिए लष्करी कार्रवाई आवश्यक है, ऐसा इस ख़बर में कहा गया है। अन्तर्राष्ट्रीय सागरी क्षेत्र में चल रहे ईरान के कारनामें बर्दाश्त ना होने के स्तर पर पहुंचे होकर, इसके आगे वे सहन नहीं किए जाएँगे, ऐसा ब्रिटेन के एक और अखबार ने कहा है।

इसी बीच, मर्सर स्ट्रीट की तरह युएई के इंधनवाहक जहाज के अपहरण के पीछे भी ईरान होने की बात सामने आई है। पाँच से छः हथियारबंद हमलावरों ने युएई के ‘अस्फाल्ट प्रिन्सेस’ इस इंधनवाहक जहाज़ पर कब्ज़ा करके उसका अपहरण करने की कोशिश की थी। यह जहाज ईरान की दिशा में मोड़ने की इन अपहरणकर्ताओं की साज़िश थी। लेकिन जहाज पर होनेवाले कर्मचारियों ने ही इंजन में ख़राबी करने के कारण अपहरणकर्ताओं को जहाज छोड़कर जाना पड़ा, ऐसी जानकारी सामने आ रही है। अपहरणकर्ता ईरानी कमांडोज़् थे, ऐसा दावा किया जाता है।

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