कोरोनावायरस का संकट टलने पर भी चीन के साथ ब्रिटन के संबंध पहले जैसे नहीं होंगे – ब्रिटन के विदेशमंत्री की कड़ी चेतावनी

लंडन – कोरोनावायरस का संकट यदि टल भी गया, तो भी आनेवाले समय में, ब्रिटन के चीन के साथ के संबंध पहले जैसे होना मुमक़िन नहीं है, ऐसे भेदक शब्दों में ब्रिटन के विदेशमंत्री डॉमनिक राब ने चीन को वास्तविकता का एहसास करा दिया है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प, कोरोनावायरस की महामारी के लिए चीन ज़िम्मेदार होने का आरोप कर तहे हैं और ब्रिटन भी उनके सुर में सुर मिला रहा है, यह इससे स्पष्ट हुआ है। इतना ही नहीं, बल्कि कोरोनावायरस निश्चित रूप में कहाँ से आया, इसकी बहुत ही गहराई से तहकिक़ात करने की आवश्यकता विदेशमंत्री राब ने व्यक्त की होकर, यह चीन ने छेड़े हुए जैविक युद्ध का भाग हो सकता है, ऐसा शक़ ज़ाहिर किया है।

क्या कोरोनावायरस चीन की वुहानस्थित प्रयोगशाला में से बाहर आया है, इसकी जाँच अमरीका कर रही होकर, ब्रिटन भी स्वतंत्र रूप से इसकी जाँच कर रहा है, ऐसा ब्रिटन के माध्यमों का कहना है। इस पार्श्वभूमि पर ब्रिटन के विदेशमंत्री डॉमनिक राब ने चीन को यह कड़ी चेतावनी दी है। यदि कोरोनावायरस का संकट टल भी गया, तो भी आनेवाले समय में ब्रिटन के चीन के साथ के संबंध पहले जैसे हो ही नहीं सकते, ऐसे सुस्पष्ट शब्दों में राब ने ब्रिटन की आक्रमक भूमिका प्रस्तुत की है।

कोरोनावायरस की महामारी से ब्रिटन में लगभग पंद्रह हज़ार लोगों की जानें गयीं होकर, एक लाख आठ हज़ार से भी अधिक लोग इससे संक्रमित हुए हैं। इससे ब्रिटन की अर्थव्यवस्था का ज़बरदस्त नुकसान हुआ होकर, इससे सँवरने के लिए बहुत साल जायेंगे, ऐसी चेतावनियाँ अर्थविशेषज्ञों द्वारा दीं जा रहीं हैं। किसी युद्ध में भी नहीं होगी, इतनी ज़बरदस्त हानि ब्रिटन और अमरीका के साथ युरोपीय देशों को सहनी पड़ रही है। चीन को इसकी क़ीमत चुकाने के लिए मजबूर किये बग़ैर अमरीका और ब्रिटन शान्त नहीं होंगे, ऐसा यक़ीन विश्लेषक दिला रहे हैं। ब्रिटन के विदेशमंत्री डॉमनिक राब ने चीन को दी हुई चेतावनी यही दर्शा रही है।

इसीके साथ, डॉमनिक राब ने, कोरोनावायरस का स्त्रोत क्या चीन के वुहानस्थित प्रयोगशाला है, इसकी सटीकता से और गहराई से तहकिक़ात करने की आवश्यकता व्यक्त की है। ब्रिटन के विदेशमंत्री ने की हुई यह माँग, चीन ने इस संदर्भ में दिये हुए खुलासे स्वीकारार्ह नहीं हैं, यह संदेश दे रही है। आनेवाले समय में, चीन द्वारा किये गए दावों पर हम विश्वास नहीं करेंगे, इसका एहसास भी विदेशमंत्री राब ने चीन को करा दिया है। अधिक स्पष्ट रूप से बताया जायें, तो चीन के साथ पश्चिमी देशों का राजनैतिक स्तर पर युद्ध शुरू हुआ होकर, ब्रिटन के विदेशमंत्री राब ने इसका ऐलान किया हुआ दिखायी दे रहा है।

इससे पहले अमरीका ने भी चीन को ऐसा ही तीख़ा संदेश दिया था और जापान, ऑस्ट्रेलिया तथा तैवान ने भी, अमरीका के चीन पर के आरोपों की पुष्टि की थी। इस कारण, चीन को जल्द ही बहुत ही ताकतवर देशों के प्रबल राजकीय मोरचे का मुक़ाबला करना पड़ेगा, ऐसा दिख रहा है। इन देशों का कोरोनावायरस के कारण हुआ ज़बरदस्त आर्थिक नुकसान पूरीं करनेवाली व्यापारी छूटें चीन से प्राप्त किये बगैर, इन देशों की यह चीनविरोधी मुहिम नहीं रुकेगी, ऐसा यक़ीन विश्लेषक दिला रहे हैं।

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