‘ब्रेक्झिट के कारण ब्रिटन की पहचान क़ायम रहेगी’ : अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का दावा

वॉशिंग्टन, दि. २८: ‘ब्रेक्झिट’ का फ़ैसला करने से, अपनी खुद की पहचान हमेशा क़ायम रखना ब्रिटन के लिए संभव होगा| ‘ब्रेक्झिट’ मतलब घाटे का सौदा नहीं, बल्कि यह हितकारक बात है, यह बाद में सामने आयेगा ही’ ऐसा कहते हुए अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ब्रिटन की प्रधानमंत्री ‘थेरेसा मे’ का स्वागत किया| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और प्रधानमंत्री मे के बीच की बातचीत पर सारी दुनिया का ध्यान लगा है| दोनों लीडर्स ने अमरीका और ब्रिटन की ‘स्पेशल रिलेशनशिप’ को अधिक ही दृढ़ बनाने का निर्धार संयुक्त पत्रकार परिषद में जताया|

‘ब्रेक्झिट’ मतलब घाटे का सौदा नहीं

ब्रिटन की प्रधानमंत्री अमरीका यात्रा पर पहुँची हैं| अपनी प्रचारमुहिम में ‘ब्रेक्झिट’ का समर्थन करनेवाले डोनाल्ड ट्रम्प अमरीका के राष्ट्राध्यक्षपद पर आने के बाद, उनसे मुलाक़ात करनेवालीं प्रधानमंत्री मे ये पहली नेता हैं| दोनो नेताओं की यह मुलाक़ात अमरीका और ब्रिटन के बीच के दृढ़ संबंधों की मिसाल देती है, ऐसे माना जाता है| विशेष तौर पर, ‘ब्रेक्झिट’ का फैसला करने के बाद युरोपीय महासंघ के जर्मनी और फ्रान्स इन देशों द्वारा ब्रिटन के साथ राजकीय और आर्थिक असहयोग करने की चेतावनी दे जा रही है| इस पृष्ठभूमि पर, दबाव के नीचे दबे हुए ब्रिटन को अमरीका की मदद की ज़रूरत लगने लगी है| प्रधानमंत्री मे अमरीका से यह सहयोग पाने के लिए कोशिश कर रही हैं|

अमरीका और ब्रिटन के बीच प्रस्तावित व्यापारी समझौता हुआ, तो ‘ब्रेक्झिट’ के लिए ज़्यादातर फ़ायदेमंद साबित होगा, ऐसे प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने कहा है| साथ ही, थेरेसा मे ने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प को ब्रिटन दौरे का न्यौता दिया, जिसे ट्रम्प ने स्वीकार लिया| आतंकवादियों की परेशानी के मुद्दे पर और रशिया से साथ सहयोग करने की राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपनायी भूमिका के साथ हम राज़ी नहीं हैं, ऐसा कहते हुए प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने, ये मतभेद दोनों देशों के बीच के सहयोग के आड़े नहीं आयेंगे, ऐसा भरोसा जताया था| फिलहाल तो, ट्रम्प ने यह दिखा दिया है कि ब्रिटन की प्रधानमंत्री ने जताया भरोसा बेवजह नहीं है|

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘ब्रेक्झिट’ के फैसले की सराहना करते हुए, ‘इसी से ब्रिटन की स्वतंत्र पहचान हमेशा के लिए बरक़रार रहेगी| इस फ़ैसले से वही लोग ब्रिटन में रह सकते हैं, जो ब्रिटिश लोगों को चाहिए’ ऐेसा कहा। ‘ब्रिटन के लिए यह फैसला घाटे का सौदा नहीं होगा, बल्कि वह बहुत बड़ी उपकारक बात साबित है, यह बाद में स्पष्ट होगा’ ऐसा दावा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया| साथ ही, ‘ब्रेक्झिट’ के कारण ब्रिटन दूसरे देशों के साथ मनचाहा व्यापारी समझौता करने के लिए आज़ाद रहेगा| इस समझौते पर किसी दूसरे की नज़र है, ऐसा दबाव आगे चलकर ब्रिटन पर नहीं रहेगा, इस बात की ओर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ध्यान खींचा|

 अमरीका-ब्रिटन भारत के उदय का स्वागत करें

अमरीका और ब्रिटन दुनिया को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए पहल करें और इस मोरचे पर अपनी ज़िम्मेदारी निभायें, ऐसी उम्मीद ब्रिटन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष के साथ हुई मुलाक़ात के दौरान जतायी| उसी समय, अमरीका और ब्रिटन ने, भारत जैसे लोकतंत्रवादी मित्रदेश के उदय का स्वागत करना चाहिए, ऐसा सूचक बयान प्रधानमंत्री मे ने किया|

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की भेंट से पहले, फिलाडेल्फिया में एक कार्यक्रम में बात करते समय प्रधानमंत्री मे ने, अमरीका और ब्रिटन दूसरे देश में सैनिकी हस्तक्षेप ना करें, ऐसा मत जताते हुए, इस प्रकार की सैनिकी दख़लअंदाज़ी के दिन नहीं रहे, ऐसा बयान किया था| लेकिन यह दावा करते समय ही, ‘अपने मित्रदेशों की रक्षा के लिए अमरीका और ब्रिटन आगे आयें’ ऐसी भूमिका प्रधानमंत्री थेरेसा में ने जतायी|

‘पूर्व युरोप के इस्तोनिया और खाड़ीदेश इस्त्रायल इन अमरीका एवं ब्रिटन के सहयोगी देशों की सुरक्षा ख़तरे में होते हुए हम चुप नहीं बैठ सकते’ ऐसा में ने कहा था| ट्रम्प के साथ जॉईंट प्रेस कॉन्फरन्स में, ‘भारत के उदय का स्वागत करने की भूमिका अमरीका और ब्रिटन अपनायें’ ऐसा कहते हुए ब्रिटन के प्रधानमंत्री ने, दोनो देशों की विदेशनीति के संदर्भ में काफ़ी महत्त्वपूर्ण बयान किया, ऐसा दिखायी दे रहा है|

 

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