‘ब्रेक्झिट’ यह नये युरोप की शुरुआत होगी : जर्मनी-फ्रान्स-इटली के नेताओं का विश्‍वास

रोम, दि. २३ (वृत्तसंस्था) – ‘ब्रिटन की जनता ने किये फ़ैसले का हम सम्मान करते हैं| पर ‘ब्रेक्झिट’ का मतलब युरोपीय महासंघ का अंत नहीं है| बल्कि वह नये युरोप की शुरुआत होगी’ ऐसा विश्‍वास युरोपीय महासंघ के प्रमुख देशों के नेताओं द्वारा जताया गया है| ‘ब्रेक्झिट’ की पृष्ठभूमि पर, युरोपीय महासंघ का संभाव्य विभाजन टालने के लिए जर्मनी, फ्रान्स और इटली एकसाथ हुए हैं| सोमवार के दिन इटली में हुई बैठक, यह ‘ब्रेक्झिट’ का नतीजा आने के बाद हो रही दूसरी बैठक है| इस बैठक में अंतर्गत सुरक्षा, युवाओं की बेरोजगारी और आर्थिक विकास जैसे मसलों पर महासंघ की एकता कायम रखने के लिए कोशिश की जायेगी, ऐसे संकेत दिये गये है|

‘ब्रेक्झिट’सोमवार को इटली के व्हेंटोटेन द्वीप पर महासंघ के तीन मुख्य देशों के नेताओं की बैठक हुई| इस बैठक में जर्मन चैन्सेलर अँजेला मर्केल, फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष फ्रँकोईस हॉलांदे और इटली के प्रधानमंत्री मॅटिओ रेन्जी सहभागी हुए थे| बैठक के दरमियान तीनो नेताओं ने, ‘महासंघ को ख़तरा है’ यह बात मानते हुए, सदस्य देशों को और एकता दिखाने की आवश्यकता है, इस बात पर ज़ोर दिया| जर्मनी और फ्रान्स के नेताओं ने, सुरक्षा तथा आर्थिक विकास के लिए आवश्यक रहनेवाले कोशिश पर ध्यान देने की बात कही| वहीं, इटली के प्रधानमंत्री ने नये सिरे से शुरुआत करने का आवाहन किया|

EU‘इस वक़्त युरोप को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड रहा है| इस मुक़ाबले के लिए युरोपीय देशों को एकता दिखाकर काम करने की आवश्यकता है| उसके लिए सरहद सुरक्षित रखना, आर्थिक विकास और युवाओं को रोजगार देना इन जैसे मुद्दों पर ज़ोर देना होगा| हालाँकि ब्रिटन ने किया हुआ फ़ैसला मंजूर है, लेकिन बाकी २७ देश संपन्न और सुरक्षित युरोप पर निर्भर हैं’, ऐसा जर्मनी की चैन्सेलर मर्केल ने कहा|
फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष हॉलांदे ने ‘ब्रेक्झिट’ के कारण अस्थिरता आयी होने की बात का स्वीकार किया| लेकिन फिर भी भविष्य में एकत्रित युरोप संभव है, ऐसा विश्‍वास उन्होंने जताया| युरोपीय देशों में निर्माण होनेवाली कट्टर राष्ट्रवाद की भावना को रोकना ज़रूरी है, ऐसी चेतावनी भी उन्होंने दी|

फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने कहा कि युरोपीय महासंघ ने आतंकवाद का मसला केंद्रस्थान में रखते हुए एकता से काम करने की आवश्यकता है| हालाँकि बैठक में उपस्थित देश अन्य देशों के लिए फ़ैसला नहीं कर रहे हैं, लेकिन महासंघ की एकता को बनाये रखने के लिए चल रहीं कोशिशों के लिए पहल करने की हमारी तैयारी है, ऐसा हॉलांदे ने स्पष्ट किया|

इटली के प्रधानमंत्री रेन्जी ने, हर चीज़ के लिए महासंघ को ज़िम्मेदार ठहरानेवालीं प्रवृत्तियों की आलोचना की| ‘युरोप के कई नेता और गुटों को लगता है कि जो कुछ भी ग़लत है उसके लिए सिर्फ महासंघ जिम्मेदार है| स्थलांतरितों का मसला हो, युरोप की ग़लती; अर्थव्यवस्था खराब हो, युरोप की ही गलती; लेकिन असल में ऐसा नहीं है|’ इन शब्दों में रेन्जी ने अपनी नाराज़गी व्यक्त की है|

‘ब्रेक्झिट के बाद युरोपीय महासंघ ख़त्म हुआ, ऐसा काफ़ी लोगों को लगता है। लेकिन वैसा हुआ नहीं है| ब्रिटन के नागरिकों द्वारा किये गये फ़ैसले का हम सम्मान करते हैं| लेकिन उसी में से हम नये भविष्य की शुरुआत करेंगे| ब्रेक्झिट के बाद युरोप एकता, शांति, स्वतंत्रता और सपनों का नये सिरे से निर्माण करेगा|’ इन शब्दों में इटली के प्रधानमंत्री ने महासंघ के नये सफ़र का यक़ीन दिलाया|

महासंघ के प्रमुख देश रहनेवाले जर्मनी, फ्रान्स और इटली के नेताओं ने, दूसरी बैठक में नये सिरे से शुरुआत करने के बारें में दिलाया विश्‍वास; और सुरक्षा तथा रोज़गार जैसे मसलों पर दिया हुआ ज़ोर, यह महत्त्वपूर्ण गतिविधि मानी जाती है| अगले महीने होनेवाली महासंघ की बैठक में भी इन्हीं मसलों पर ज़ोर देकर नयी नीति तैयार होगी, ऐसे संकेत इस बैठक में से मिल रहे हैं|

‘युरोप का पतन किसी भी समय हो सकता है’ : अर्थतज्ज्ञ जोसेफ स्टिग्लिट्ज की चेतावनी

‘ब्रेक्झिट’ की वजह से युरोपीय महासंघ की पूरी शक़्लसूरत ही बदल चुकी होकर, आनेवाले समय में किसी भी वक्त महासंघ का पतन होने की संभावना और भी बढ़ गयी है, ऐसी चेतावनी नोबेल विजेता अमरिकी अर्थविशेषज्ञ जोसेफ स्टिग्लिट्ज ने दी है| ‘ब्रेक्झिट’ को, ‘राजनीतिक दृष्टि से प्रलय करनेवाली घटना’ कहते हुए, भविष्य में यह टालने के लिए एक दूसरे से, परस्पर-सहमति से तलाक़ लेने की ज़रूरत है, ऐसी फटकार भी उन्होंने लगायी| ब्रेक्झिट के बाद अब इटली युरोपीय महासंघ के लिए बडा ख़तरा है ऐसा भी स्टिग्लिट्ज ने बताया|

euroजोसेफ स्टिग्लिट्ज ने ‘द युरो: हाऊ ए कॉमन करन्सी थ्रेटन्स द फ्युचर ऑफ युरोप’ नामक क़िताब लिखी है| उसमें जर्मनी और ग्रीस जैसे देशों को बाहर निकलने की सलाह दी है| ब्रेक्झिट जैसी घटना अगर दोबारा हुई, तो वह युरोप में बहुत बडे बदलाव के लिए ज़िम्मेदार हो सकती है, ऐसा दावा भी उन्होंने किया|

 

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