पाकिस्तान में ‘जमात’ का सरगना हफीज सईद के घर के पास विस्फोट – तीन की मृत्यु, २० लोग घायल

हफीज सईदलाहोर – मुंबई पर हुए २६/११ के आतंकवादी हमले का सूत्रधार और ‘जमात-उद-दवा’ का सरगना हफीज सईद के घर के पास बुधवार को हुए विस्फोट में तीन लोगों की मृत्यु हुई। इनमें ऑफिस के घर के पास तैनात सुरक्षा रक्षक का समावेश होने का दावा किया जाता है। एक कार बम विस्फोट होने की जानकारी पाकिस्तानी पुलिस ने दी। हफीज सईद यह पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में है, ऐसा पाकिस्तानी माध्यमों का कहना है। वहीं, इस हमले के बाद प्रधानमंत्री इम्रान खान की जान खतरे में होने का दावा पाकिस्तानी विश्लेषक कर रहे हैं। इस विस्फोट के बाद पाकिस्तान का कुख्यात गुप्तचर संगठन ‘आयएसआय’ के मुख्यालय में प्रधानमंत्री इम्रान खान, लष्करप्रमुख जनरल बाजवा तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की सुरक्षा विषयक बैठक संपन्न हुई है।

इस विस्फोट से ऐसीं बातें चर्चा में आईं हैं, जिनपर चर्चा पाकिस्तान नहीं चाहता। आनेवाले कुछ दिनों में ‘फायनॅन्शिअल ऍक्शन टास्क फोर्स-एफएटीएफ’ की विशेष बैठक संपन्न होनेवाली है। इस बैठक में पाकिस्तान का भविष्य तय किया जानेवाला है। इससे पहले आतंकवादी संगठनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के आरोप के मामले में ‘एफएटीएफ’ ने पाकिस्तान का समावेश ‘ग्रे लिस्ट’ में किया था। पिछले डेढ़ साल की अवधि में एफएटीएफ ने रखे निकषों का पालन करने में अगर पाकिस्तान असफल रहा, तो इस देश को ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है। ऐसी परिस्थिति में, हाफिज सईद के घर के पास हुए विस्फोट से पाकिस्तान की अड़चनें बढ़ीं हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ‘आतंकवादी‘ घोषित किए गए और जैसा कि पाकिस्तान सरकार दावा कर रही है, उसके अनुसार जेल में होनेवाले हाफिज सईद के घर के बाहर सुरक्षा रक्षक कैसे तैनात हो सकते हैं? ऐसा सवाल पाकिस्तान में ही पूछा जा रहा है। उसी के साथ, इस हमले के बाद घायलों से मिलने हाफिज सईद और उसका बेटा हफीज तल्हा यहाँ के अस्पताल में गए होने के दावे भी किए जा रहे हैं और वैसे फोटोग्राफ्स सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं। इसलिए, जेल में होनेवाला आतंकी अस्पताल में कैसे जा सकता है? यह सवाल भी पूछा जा रहा है। लेकिन ये फोटोग्राफ झूठे होकर, हफीज जेल में ही होने का दावा यहाँ के माध्यम कर रहे हैं।

बुधवार को सुबह लगभग साढ़ेदस बजे लाहौर के जोहर इलाके में यह विस्फोट हुआ। उसके बाद पाकिस्तानी यंत्रणाओं ने, यह सिलेंडर विस्फोट है, ऐसा घोषित करके इस मामले की तीव्रता कम करने की कोशिश की थी। लेकिन स्थानीय लोगों ने, यह सिलेंडर विस्फोट ना होकर बम विस्फोट होने के दावे करने के बाद, पाकिस्तानी पुलिस को उसकी कबूली देनी पड़ी थी। इस हमले के कारण पाकिस्तानी यंत्रणाओं के पैरों तले की ज़मीन खिसकी है, ऐसा दावा किया जाता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने, लष्करप्रमुख जनरल कमर बाजवा और गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ के प्रमुख फैझ अहमद के साथ इमरजेंसी बैठक बुलाई। इस बैठक के तफ़सील सार्वजनिक नहीं हुए हैं। लेकिन इस विस्फोट से प्रधानमंत्री इम्रान की जान को खतरा पैदा होने का दावा पाकिस्तानी माध्यम में होनेवाले उनके समर्थक विश्लेषक कर रहे हैं।

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