महाराष्ट्र के पांच जिलों में हुआ ‘बर्ड फ्ल्यु’ का संक्रमण – दिल्ली और उत्तराखंड़ में भी संक्रमण होने की हुई पुष्टि

नई दिल्ली/मुंबई – देश के दस राज्यों में ‘बर्ड फ्ल्यु’ का संक्रमण होने की जानकारी केंद्र सरकार ने सोमवार के दिन साझा की। महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तराखंड़ में देखे गए मृत पक्षियों के नमुनों के रपट प्राप्त हुए हैं और इन राज्यों में भी ‘बर्ड फ्ल्यु’ का संक्रमण होने की बात स्पष्ट हुई। महाराष्ट्र के पांच जिलों में ‘बर्ड फ्ल्यु’ का संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। ‘बर्ड फ्ल्यु’ का पक्षियों से मानवों में संक्रमण होने की मात्रा काफी कम है। लेकिन, ऐसा होने पर इस महामारी का मृत्युदर १० से १२ प्रतिशत रहता है। इसी कारण सभी राज्यों में हाय अलर्ट घोषित करने की आवश्‍यकता स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने व्यक्त की है।

bird-flu-maharashtraअब तक देश के दस राज्यों में ‘बर्ड फ्ल्यु’ का संक्रमण होने की जानकारी केंद्रीय मत्स्योत्पादन, पशुविकास और दुग्धविकास मंत्रालय ने जारी की है। महाराष्ट्र के परभणी जिले में मुरूंबा गांव में एक ही दिन में करीबन ९०० मुर्गियां मृत होने की घटना हुई। इसके बाद अब मुंबई, ठाणे, परभणी, बीड़, रत्नागिरी, अहमदनगर, नांदेड़, उस्मानाबाद में भी ‘बर्ड फ्ल्यु’ का संक्रमण होने की जानकारी प्राप्त हो रही है। प्रशासन ने पांच जिलों में ‘बर्ड फ्ल्यु’ का संक्रमण होने की पुष्टि की है। अन्य जिलों में मृत हुए पक्षियों के नमुने लैब भेजे गए हैं। परभणी जिले में लगभग ८० हज़ार मुर्गियों को मारा जाएगा, यह जानकारी भी प्रशासन ने प्रदान की है।

बीड़ जिले के पाटोदा स्थित मुगगांव में रविवार के दिन २६ कौए मृत पड़े थे। मुंबई के चेंबूर में स्थित टाटा कॉलनी के क्षेत्र में नौं मृत कौए बरामद हुए। ठाणे में कौए और पोपट मरे हैं और नांदेड़ में १०० मुर्गियों की मौत हुई। रत्नागिरी के दापोली में भी मरे हुए कौए देखे गए हैं। राज्य की इन घटनाओं पर चिंता व्यक्त की जा रही है।

राजस्थान में २५ दिसंबर को मृत पक्षी देखे जाने का वृत्त सामने आया था। इन पक्षियों के नमुने जाँच के लिए भेजे गए और इस दौरान इन पक्षियों की मृत्यु ‘बर्ड फ्ल्यु’ के संक्रमण से होने की बात स्पष्ट हुई थी। इसके बाद केरल, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरयाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड़ में भी ‘बर्ड फ्ल्यु’ का संक्रमण हुआ है। महाराष्ट्र के साथ अन्य राज्यों के मुर्गियों को मारा जा रहा है और निर्जंतुकीकरण की मुहिम शुरू की गई है। केंद्र ने सभी वन्यजीव संग्रहालय व्यवस्थापकों को ‘केंद्रीय प्राधिकरण’ को रोज़ाना रपट पेश करने के निदेश दिए हैं।

अन्य राज्यों में ‘बर्ड फ्ल्यु’ के हो रहे संक्रमण की पृष्ठभूमि पर इन राज्यों से अंड़े और मुर्गियों के परिवहन पर पाबंदी लगाने की माँग की जा रही है। कोरोना की वजह से पोल्ट्री उद्योग को पहले ही बड़ा नुकसान हुआ था। इसी बीच अब ‘बर्ड फ्ल्यु’ की वजह से देशभर में चिकन और अंड़ों की माँग में ७० से ८० प्रतिशत और कीमतों में ५० प्रतिशत गिरावट आई है।

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