अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के चुनाव को सबसे बड़ा खतरा चीन से – अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओब्रायन

US-election-Chinaवॉशिंग्टन – नवंबर में होनेवाले अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के चुनाव के लिए चीन ही सबसे बड़ा खतरा होने का इशारा अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओब्रायन ने दिया है। चीन ने सायबर क्षेत्र समेत अन्य माध्यमों से बड़ी मात्रा में गतिविधियां शुरू की हैं और ट्रम्प प्रशासन ऐसी कोशिशें बर्दाश्‍त नहीं करेगा, यह इशारा भी ओब्रायन ने दिया है। बीते महीने से राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के चुनाव में दखलअंदाज़ी करने की कोशिश चीन ने शुरू की है और अपने प्रतिद्वंद्वि उम्मीदवार जो बिडेन को जिताने की योजना चीन ने बनाई है, यह दावा भी उन्होंने किया था।

नवंबर के पहले सप्ताह में अमरीका में राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे। मौजूदा राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ़ डेमोक्रैट पार्टी ने भूतपूर्व उप-राष्ट्राध्यक्ष जो बिड़ेन को उम्मीदार बनाया है। उम्मीदवारों का अधिकृत ऐलान होने से पहले ही दोनों पार्टीयों ने इस चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप की संभावना का आरोप लगाया था। इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने दिया इशारा अहमियत रखता है।

US-election-Chinaअमरीका के राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव पर प्रभाव डालने के लिए चीन की बड़ी मात्रा में कोशिशें जारी हैं। अमरिकी यंत्रणा एवं कंपनियों पर चीन से सायबर हमले किए जा रहे हैं। ‘कन्फ्युशियस इन्स्टिट्युट’ जैसे उपक्रम ने अमरिकी शिक्षा संस्थाओं के साथ की हुई साझेदारी का भी इस दखलअंदाज़ी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। अमरिकी उद्यमी चीन का समर्थन करें इसके लिए दबाव डाला जा रहा है। वर्तमान में अमरीका के कई क्षेत्रों में जारी चीन की गतिविधियां चुनाव में हस्तक्षेप करने से ही संबंधित होने की बात दिखाई दे रही है, ऐसा इशारा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ओब्रायन ने दिया है।

US-election-Chinaशीत युद्ध के दौर में सोवियत रशिया ने भी इतनी बड़ी मात्रा में हरकतें नहीं की थीं, इस ओर ध्यान आकर्षित करके चीनी गतिविधियों का दायरा काफ़ी बड़ा होने का इशारा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने दिया है। चीन के साथ ही रशिया और ईरान भी इस चुनाव में दखलअंदाज़ी करने की कोशिश में होने की जानकारी ओब्रायन ने साझा की है। इनकी दखलअंदाज़ी ऐसे ही जारी रही तो तीनों देशों को इसके परिणाम भुगतने पडेंगे और इस बात की पूरी जानकारी उन्हें है, यह बयान भी उन्होंने किया। अमरिकी नैशनल काउंटर इंटेलिजन्स ऐण्ड सिक्युरिटी सेंटर के संचालक विल्यम एवैनिना एवं एटर्नी जनरल विल्यम बार ने भी नवंबर में होनेवाले चुनावों में चीन की दखलअंदाज़ी होने का खतरा अधिक होने के बयान की पुष्टी की।

इससे पूर्व वर्ष २०१६ में हुए राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव में रशिया ने डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के लिए गतिविधियां की थीं, ऐसे आरोप विपक्ष एवं भूतपूर्व गुप्तचर अधिकारियों ने किए थे। लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प एवं रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यह आरोप स्पष्टरूप से ठुकराए थे।

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