बायडेन की वजह से अमरीका को गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा – उत्तर कोरिया ने अमरीका को धमकाया

सेउल – ‘उत्तर कोरिया से अमरीका की सुरक्षा के लिए खतरा है और इसी वजह से अमरीका की रक्षा विषयक नीति उत्तर कोरिया विरोधी रहेगी, यह ऐलान करके अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने सबसे बड़ी गलती की है। इसके लिए अमरीका को अगले दिनों में गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा’, ऐसी धमकी उत्तर कोरिया की तानाशाही हुकूमत ने दी है। अमरीका को कैसे जवाब दिया जाएगा, यह बात उत्तर कोरिया की हुकूमत ने अभी स्पष्ट नहीं की है। लेकिन, जल्द ही उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण करके अमरीका को चुनौती देगा, ऐसा दावा अमरीका के वरिष्ठ अफसर ने किया है।

राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने बीते हफ्ते अमरिकी कांग्रेस में किए गए अपने पहले भाषण में उत्तर कोरिया और ईरान के परमाणु कार्यक्रम का ज़िक्र किया था। ईरान पर अधिक शब्दों का प्रयोग किए बगैर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम कितना खतरनाक है, इसकी जानकारी दी थी। उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम से अमरीका और जागतिक सुरक्षा को खतरा होने का दावा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने किया था। उत्तर कोरिया के इस खतरे के विरोध में इस क्षेत्र के मित्रदेशों के साथ राजनीतिक एवं लष्करी स्तर का सहयोग बढ़ाने का ऐलान बायडेन ने किया था।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के इस ऐलान पर उत्तर कोरिया ने रविवार के दिन प्रतिक्रिया दर्ज़ की। ‘इसके आगे उत्तर कोरिया के विरोध में शत्रुत्व की नीति अपनाई जाएगी, यह बात बायडेन के ऐलान से स्पष्ट हो रही है। बीते पांच दशकों से अमरीका की यही नीति रही है’, ऐसी आलोचना उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर ‘क्वोन जाँग गून’ ने की है। मौजूदा स्थिति में बायडेन प्रशासन ने यह सबसे बड़ी गलती की है, यह बात तय है। अमरीका की उत्तर कोरिया से संबंधित नीति स्पष्ट होने से हमारे सामने भी आगे की कार्रवाई तय करने के अलावा अन्य विकल्प नहीं रहा। अमरीका को जल्द ही गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा’, ऐसी धमकी क्वोन ने दी है।

वर्ष २०१६-१७ दे दौरान अमरीका के उस समय के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन से भेंट करके परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर बातचीत की थी। इसके बाद उत्तर कोरिया के परमाणु एवं मिसाइल परीक्षण सीमित हुए थे। इस वजह से कोरियन क्षेत्र में तनाव भी कुछ हद तक कम हुआ था। लेकिन, बायडेन ने अमरीका का नियंत्रण स्वीकारने के बाद उत्तर कोरिया के विरोध में स्वर लगाया है। इसी बीच दो महीने पहले उत्तर कोरिया ने भी अपने परमाणु अस्त्रों की क्षमता बढ़ाने की धमकी दी थी। उत्तर कोरिया की हुकूमत ने उस दिशा में गतिविधियाँ भी शुरू की होने का दावा किया जा रहा है।

अमरीका की लष्करी गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल स्कॉट बेरियर ने भी उत्तर कोरिया नए परमाणु परीक्षण करने की तैयारी में होने का इशारा दिया था। यह परमाणु परीक्षण बायडेन प्रशासन और मित्रदेशों को धमकाने के लिए होगा, ऐसा लेफ्टनंट जनरल बेरियर का कहना है।

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