बायडेन प्रशासन के ‘अफगानिस्तान डिझास्टर’ के कारण अमरीका की प्रतिष्ठा मिट्टी में मिल गई – ‘ब्लॅकवॉटर’ के प्रमुख एरिक प्रिन्स

वॉशिंग्टन/काबुल – राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के प्रशासन ने अफगानिस्तान में कराए ‘डिझास्टर’ के कारण अमरीका की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा मिट्टी में मिल गई है, ऐसी फटकार ‘ब्लॅकवॉटर’ इस कॉन्ट्रैक्ट लष्करी कंपनी के प्रमुख एरिक प्रिन्स ने लगाई। अफगानिस्तान में जो कुछ हुआ, उसे मद्देनज़र रखें, तो फिलहाल अवशेषों के रूप में जो बचा कुचा नाटो दिख रहा है, वह भी आनेवाले समय में नष्ट हो चुका होगा, ऐसा दावा भी प्रिन्स ने किया। साथ ही, उन्होंने अमरिकी लष्कर की क्षमता पर भी सवाल उपस्थित किए।

biden-afghanistan-disaster‘अमरीका की संसद में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को खरी-खरी सुनाई गई। अमरीका के इतिहास में पहली ही बार ऐसा घटित हुआ। अपने युरोपीय मित्र देशों का हम पर होनेवाला विश्वास हमने ही मिट्टी में मिला दिया है। केवल युरोपीय मित्र देशों का ही नहीं, बल्कि दुनिया के हर एक सहयोगी का विश्वास अमरीका ने गँवाया है। इसमें सीआयए द्वारा तैयार किए जानेवाले एजेंट्स से लेकर चीन के विरोध में अमरीका के पक्ष में खड़े रहनेवाले देशों का भी समावेश है। देश हो अथवा व्यक्ति, हर एक के मन में, अमरीका ने अफगानिस्तान के मित्रों को किस तरह झट से छोड़ दिया, यही विचार अक्सर आते रहेगा’, इन शब्दों में प्रिन्स ने बायडेन प्रशासन को आड़े हाथ लिया।

‘अमरीका बहुत ही जल्दबाज़ी से और प्रचंड अफरातफरी का माहौल निर्माण करते हुए अफगानिस्तान से वापसी कर रही है। छठी सदी की विचारधारा रखनेवालों और ७० साल पुराने हथियार इस्तेमाल करनेवालों के हाथों अमरिकी लष्कर की हार हुई है। यह बात जब सामने आती है, तब यह सवाल उपस्थित होता है कि अमरिकी लष्कर जितने प्रमाण में दिखाता है, क्या उतनी क्षमता वाकई उसके पास है’, ऐसी आलोचना ‘ब्लॅकवॉटर’ के प्रमुख ने की। ‘फॉक्स न्यूज’ को दिए इंटरव्यू में प्रिन्स ने ऐसा दावा किया है कि सन २००८ में ‘ब्लॅकवॉटर’ कंपनी के पथक ने ही तत्कालीन अमरिकी सिनेटर ज्यो बायडेन, जॉन केरी और चक हेगेल को अफगानिस्तान स्थित तालिबान के अड्डे से सुरक्षित बाहर निकाला था।

‘ब्लॅकवॉटर’ यह अमरीका की अग्रसर प्राइवेट लष्करी कांट्रेक्टर कंपनी होकर सन १९९७ से कार्यरत है। इस कंपनी ने अमरीका के लिए अफगानिस्तान, इराक, सिरिया, लिबिया ऐसे कई देशों में गोपनीय मुहिमें चलाईं हैं। इराक तथा लीबिया की मुहिम को लेकर इस कंपनी के विरोध में कानूनी कार्रवाई भी जारी है। सन २०१७ में ‘ब्लॅकवॉटर’ के प्रमुख एरिक प्रिन्स ने, अफगानिस्तान का युद्ध प्राइवेट लष्करी कांट्रेक्टर कंपनियों को सौंपा जाएँ, ऐसा प्रस्ताव दिया होने की बात इससे पहले सामने आई थी। 

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