जवान नरेंद्र कुमार की हत्या करने वाले पाकिस्तान को प्रत्युत्तर दिया जाएगा – भारतीय लष्कर प्रमुख की चेतावनी

नई दिल्ली/इस्लामाबाद – भारतीय लष्कर से दिए जाने वाले प्रत्युत्तर की वजह से पाकिस्तानी लष्कर का बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है। इसकी वजह से पाकिस्तानी लष्कर ने इस वर्ष के मई महीने में भारत के सामने संघर्ष बंदी जारी करने का प्रस्ताव रखा था, ऐसा लष्कर प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है। उस समय बीएसएफ के जवान नरेंद्र कुमार की गला चीर कर हत्या करने वाले पाकिस्तान को ऐसी ही यातना को सहन करने पर विवश किया जाएगा, ऐसा जनरल रावत ने सूचित किया है। उस पर पाकिस्तानी लष्कर की प्रतिक्रिया आई है। परमाणु शस्त्र धारी पाकिस्तान भारत के किसी भी हमले का उत्तर देने के लिए तैयार होने का दावा पाकिस्तानी लष्कर के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने किया है।

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पाकिस्तान की तरह भारतीय लष्कर कभी भी अमानवीय कार्रवाईया नहीं करता, पर भारतीय लष्कर से पाकिस्तान को समय-समय पर कड़ा प्रत्युत्तर दिया जाता है। भारतीय लष्कर ने दिए प्रत्युत्तर में पाकिस्तान की चौकियां, बंकर नष्ट हुए हैं और काफ़ी संख्या में जवान ढेर हुए हैं। इस रूप से बहुत बड़ा नुकसान सहन करनेवाले पाकिस्तानी लष्कर ने सन २००३ वर्ष के संघर्ष बंदी करार का पालन करने का प्रस्ताव दिया था। मई महीने में दिया यह प्रस्ताव भारत ने मंजूर किया था, फिर भी पाकिस्तानी लष्कर भारत के सीमा भाग में अमानवीय कारवाईया करता आ रहा है।

उन्हें उसी भाषा में उत्तर देने का समय आया है, पर उसके लिए अमानवीय कार्रवाईयों की आवश्यकता नहीं है। पर सीमा के पार भी वैसी ही वेदना सहन करने के लिये विवश किया जाएगा, ऐसे सूचक शब्दों में जनरल रावत ने पाकिस्तान को सूचित किया है।

भारत सरकार ने पाकिस्तान ने दिया प्रस्ताव रद्द करने का निर्णय लिया है, इसका भी जनरल रावत ने समर्थन किया है। चर्चा और आतंकवाद एक ही समय पर शुरू नहीं रह सकते, यह भारत की पहले से भूमिका है, इसकी याद जनरल रावत ने दिलाई है। जनरल रावत ने पाकिस्तान को दिए इस चेतावनी पर पाकिस्तानी लष्कर के प्रवक्ता जनरल मेजर आसिफ गफूर ने अपना देश परमाणु शस्त्र धारी होने की याद दिलाई है। परमाणु शस्त्र धारी पाकिस्तान भारतीय लष्कर के किसी भी कार्रवाई को जवाब देने के लिए तैयार होने की बात जनरल मेजर गफूर ने कही है। उस समय भारत चर्चा से भागने की आलोचना पाकिस्तान के लष्करी अधिकारी ने की है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी भारत के निर्णय पर आलोचना की है और इसके लिए भारतीय प्रधानमंत्री को लक्ष्य किया है। उच्च पद पर होने वाले पर पर्याप्त प्रगल्भता एवं समझ ना होने वाले अनेक व्यक्ति आपने देखे हैं, ऐसी टिप्पणी करके इम्रान खान ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी का सीधा उल्लेख ना करते हुए आलोचना की है। भारत के साथ चर्चा का प्रस्ताव इस चर्चा क्षेत्र में शांति प्रस्तावित करने के लिए दिया था, ऐसा भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा है।

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